नाटक में करते थे लड़की का रोल, ट्रेन में हुआ था प्यार, दिलचस्प है गैंग्स ऑफ वासेपुर के सुल्तान की लव स्टोरी

Pankaj-Tripathi

एक्टर पंकज त्रिपाठी ने कहा कि जब वो गांव में रहते थे, तो उनके पिताजी उनसे कहते थे, कि तुम पढ-लिख कर डॉक्टर बनना और पटना में काम करना, लेकिन उनका मन पढाई में लगता नहीं था।

New Delhi, Apr 14 : बॉलीवुड एक्टर पंकज त्रिपाठी एक बार फिर से चर्चा में हैं, दरअसल बॉलीवुड फिल्मों में विशेष योगदान केलिये 65वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड 2018 की घोषणा की गई, भारत सरकार की तरफ से दिये जाने वाले इन अवॉर्ड्स में बेहतरीन अदाकारी के लिये पंकज त्रिपाठी को स्पेशल अवॉर्ड से नवाजा जाएगा। उन्हें फिल्म न्यूटन के लिये ये अवॉर्ड दिया जाएगा। भले आज पंकज त्रिपाठी सुर्खियों में हो, लेकिन इसके पीछे सालों की मेहनत है।

ऐसे मिली न्यूटन
बीते साल एक लीडिंग न्यूज वेबसाइट से बात करते हुए पंकज त्रिपाठी ने बताया था, कि फिल्म के प्रोड्यूसर और डायरेक्टर उनके दोस्त हैं, दोनों ने उन्हें बुलाया और Pankaj-Tripathi2कहा कि वो एक फिल्म पर काम कर रहे हैं, तुम इसकी कहानी पढो। मैंने जब उसे पढी, तो मुझे कहानी बेहद पसंद आई, जिसके बाद मैं काम करने को तैयार हो गया। आपको बता दें कि न्यूटन की 98 फीसदी शूटिंग छत्तीसगढ के जंगलों में हुई थी, वहां मोबाइल भी काम नहीं करते, इसलिये यूनिट के लोग सुबह शूटिंग के लिये जाते और शाम को लौट जाते।

बिना सुरक्षा शूटिंग पूरी
छत्तीसगढ के नक्सल प्रभावित इलाके में शूटिंग के सवाल पर बॉलीवुड एक्टर ने कहा था कि सुरक्षा को लेकर स्थानीय पुलिस से बात हुई थी, Pankaj-Tripathi21तो पुलिस ने बताया था कि अगर आप बिना सुरक्षा के जाएंगे, तो सुरक्षित रहेंगे। सुरक्षाकर्मी देख कर नक्सली हमला कर सकते हैं। इसलिये हम लोगों ने बिना किसी सुरक्षा के ही नक्सल प्रभावित इलाके में 40 दिन तक शूटिंग की।

ग्रामीणों ने किया मदद
पंकज त्रिपाठी ने बताया कि जब शूटिंग कर रहा था, तो वहां के आस-पास के ग्रामीणों ने बहुत सहयोग किया। सेट का जो भी काम होता था, गांव के लोग ही करते हैं, Pankaj-Tripathi3उन लोगों को भी रोजगार मिल जाता था। इसके साथ ही एक्टर ने कहा कि कभी सोचा नहीं था, कि मेरी फिल्म ऑस्कर में जाएगी। इस फिल्म की कहानी अच्छी थी, जिसकी वजह से लोगों ने फिल्म को प्यार किया।

ऐसे शुरु की एक्टिंग
पंकज त्रिपाठी ने कहा कि जब वो गांव में रहते थे, तो उनके पिताजी उनसे कहते थे, कि तुम पढ-लिख कर डॉक्टर बनना और पटना में काम करना, Pankaj-Tripathi4लेकिन उनका मन पढाई में लगता नहीं था। पंकज के अनुसार अगर वो एक्टर नहीं बन पाते, तो गांव में ही खेतीबाड़ी करते। पंकज ने एक्टिंग की शुरुआत के बारे में बताते हुए कहा कि गांव में जब सरस्वती पूजा के दौरान नाटक होता था, उसमें मैं लड़की का किरदार निभाता था, तब मेरे दोस्त इस पर कमेंट भी करते थे, हालांकि मैं उससे परेशान नहीं होता था।

गैंग्स ऑफ वासेपुर से आये चर्चा में
पंकज त्रिपाठी ने साल 2007 में धर्म से बॉलीवुड में एंट्री ली। अब तक वो 40 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं। इसके अलावा उन्होने 60 से ज्यादा धारावाहिकों में भी काम किया है। Pankaj-Tripathi5साल 2012 में अनुराग कश्यप की गैंग्स ऑफ वासेपुर ने उन्हें पॉपुलर कर दिया। इस फिल्म में उन्होने सुल्तान का किरदार निभाया था, फिल्म हिट होने के बाद उन्हें और फिल्मों के ऑफर मिलने लगे।

दिलचस्प है लव स्टोरी
फिल्मों में सीरियस कैरेक्टर निभाने वाले पंकज की लव स्टोरी बेहद दिलचस्प है। पटना से कोलकाता जातके हुए ट्रेन में एक लड़की से मुलाकात हो गई, ट्रेन में ही दोनों ने बातें की और शादी का फैसला ले लिया। Pankaj-Tripathi Familyलेकिन जब लव मैरिज की बात घर वालों को बताई, तो पिताजी बेहद गुस्सा हो गये। हालांकि उन्होने अपने मां और पिताजी को समझाया, कि वो फिल्म में काम करते हैं, अलग-अलग रोल निभाते रहते हैं, अगर शादी लव मैरिज करेंगे, तो क्या परेशानी है। फिर उनकी जिद के आगे मां और पिताजी ने भी शादी की सहमति दे दी।