अपने दिमाग की ताकत को परखना है, तो इन आदतों को फौरन छोड़िए, फिर देखिए !

brain power

अगर आपने दिमाग की क्षमता को बढ़ाना चाहते हैं तो कुछ आदतों का त्याग करना होगा, इसके अलावा कुछ नई बातों को अपनाना होगा। उनकी प्रैक्टिस करनी होगी 

New Delhi, Oct 09: इंसानी दिमाग की ताकत असीम है, वैज्ञानिक अभी तक ये नहीं जान पाए हैं कि अगर कोई इंसान अपने दिमाग की पूरी क्षमता का इस्तेमाल करे तो वो क्या कर सकता है। हम तो अपने दिमाग का पूरी तरह से इस्तेमाल ही नहीं कर पाते हैं। दिमागी ताकत का असर क्या हो सकता है इसे जानने के लिए आप हॉलीवुड की एक फिल्म लूसी देख सकते हैं। इस फिल्म में बताया गया है कि अगर कोई इंसान अपने दिमाग का 100 उपयोग करने में सक्षम हो जाए तो वो क्या कर सकता है। बहरहाल हम आपको ये बता रहे हैं कि अगर आप भी अपनी दिमागी ताकत को बढ़ाना चाहते हैं तो आपको कुछ त्याग भी करना होगा।

बिना त्याग के कुछ हासिल नहीं होता है। हमारे शरीर के हर एक्शन को दिमाग कंट्रोल करता है। सांस लेना, मसल्स को कंट्रोल करना, सोचना-समझना, याद रखना, इन सबका कंट्रोल दिमाग से होता है। अगर हम अपनी कुछ आदतों से छुटकारा पा लें तो दिमाग की ताकत और बढ़ सकती है। चलिए आपको बताते हैं कि किन आदतों के बारे में हम बात कर रहे हैं। ये बात तो कई रिसर्च में साबित हो चुकी है कि घूम्रपान से दिमाग पर असर पड़ता है। स्मोकिंग करने वालों की याददाश्त कमजोर हो जाती है। इसके अलावा डिमेन्शिया और ऐल्टशाइमर्ज़ डिज़ीज़ की आशंका भी बढ़ जाती है।

अगर आप कम बात करते हैं, अंतर्मुखी हैं, तो ये आपके दिमाग के लिए ठीक नहीं है। WHO की एक रिसर्च का कहना है कि जो लोग कम बातें करते हैं उनमें ब्रेन डैमेज का खतरा काफी बढ़ जाता है। क्योंकि कम बोलने या सोचने से दिमाग की कोशिकाएं बेकार होने लगती हैं, वो सिकुड़ने लगती हैं। अगर हमारे दिमाग की कोशिकाएं सक्रिय नहीं रहेंगे तो हमारी क्षमता कैसे बढ़ेगी। तो आप अपनी कम बोलने की आदत को दूर करिए, लोगों से बात करिए। इसी के साथ दिमाग को अच्छी तरह से काम करने के लिए ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत होती है। हमारे शरीर के किसी भी अंग की तुलना में दिमाग को 10 गुना ज्यादा ऑक्सीजन चाहिए होती है।

इसलिए प्रदूषण वाली जगहों पर दिमाग काम करना बंद कर देता है। वायु प्रदूषण वाली जगहों पर दिमाग को जरूरी ऑक्सिजन नहीं मिल पाती है। इस से दिमाग की क्षमता प्रभावित होती है। जिन जगहों पर एयर पॉल्यूशन हो वहां से दूर रहें। तो इन आदतों को दूर करिए और उसके बाद देखिए कि किस तरह से आपकी दिमागी ताकत बढ़ती है। इसके अलावा आप ध्यान और योग का सहारा भी ले सकते हैं। ध्यान की स्थिति में आप केवल अपने दिमाग के सहारे होते हैं। दिमाग की कई परतें खुलती हैं। पुराने समय में ऋषि, मुनि इसी तरह से ध्यान के जरिए चमत्कारी काम किया करते थे।