पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात की जिम्मेदारी जो बिहारी दोस्तों के हाथ में आ गई है।
New Delhi, Mar 07 : गुजरात में हाल ही में डीजीपी के रुप में आईपीएस शिवानंद झा की नियुक्ति की गई है, आपको बता दें शिवानंद मूल रुप से बिहार के रहने वाले है, वो 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। इन दिनों सोशल मीडिया पर एक चर्चा खूब जोर पकड़ रही है, दरअसल कहा जा रहा है कि पीएम मोदी के गृह राज्य की जिम्मेदारी जो बिहारी दोस्तों के हाथ में आ गई है। आपको बता दें कि गुजरात के मुख्य सचिव जगदीश नारायण सिंह हैं, तो शिवानंद झा डीजीपी बन चुके हैं।
दोनों बिहार के एक ही स्कूल से पढे हैं
आपको बता दें कि गुजरात के मुख्य सचिव और डीजीपी दोनों पटना के एक ही स्कूल से पढे हैं, हालांकि डॉ. जगदीश नारायण सिंह शिवानंद झा से सीनियर थे। दोनों गुजरात में लंबे समय से सर्वोच्च पद पर आसीन हैं, कहा जाता है कि ये दोनों अधिकारी मोदी के भरोसेमंद ब्यूरोक्रेट्स में से एक हैं।
दिलचस्प संयोग
दोनों ही अधिकारियों में कई दिलचस्प संयोग है, बिहार की राजधानी में स्कूल में साथ-साथ होने के बाद जब दोनों ने यूपीएससी परीक्षा पास की, तो दोनों को ही गुजरात कैडर मिला। डॉ. जगदीश नारायण सिंह इससे पहले नर्मदा विभाग और गुजरात पेट्रो केमिकल कॉरपोरेशन में महत्वपूर्ण पदों पर जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। वो अगले साल रिटायर्ड होंगे।
दो बिहारी पर गुजरात की जिम्मेदारी
डॉ. जगदीश नारायण सिंह और शिवानंद झा के बीच अच्छी दोस्ती भी है, दोनों स्कूल के दिनों से ही एक-दूसरे को जानते हैं, आपको बता है कि अगले एक साल तक दोनों गुजरात की बागडोर संभालेंगे, दोनों की अगुवाई में प्रदेश को सफलता की ऊंचाइयों पर पहुंचाने की जिम्मेदारी है।
विचारों में समानता
डॉ. जे एन सिंह और शिवानंद झा के विचारों में काफी समानता है, इस वजह से दोनों के बीच अच्छी जमती है। इनके करीबी लोग बताते हैं कि भले स्कूल में डॉ. सिंह शिवानंद झा से एक साल सीनियर रहे हों, लेकिन दोनों के बीच काफी अच्छी दोस्ती है, जब भी दोनों मिलते हैं, एक-दूसरे से काफी स्नेह से मिलते हैं।
रेगुलर डीजीपी
गुजरात में लंबे समय ये नियमित डीजीपी की नियुक्ति नहीं होने की वजह से गुजरात हाईकोर्ट ने रेगुलर डीजीपी की नियुक्ति करने के लिये प्रदेश सरकार को कहा था, जिसे ध्यान में रखकर प्रदेश सरकार ने शिवानंद झा को डीजीपी बना दिया।
मोदी-शाह के करीबी
शिवानंद झा बीए. करने के बाद ही आईपीएस बन गये थे, वो 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। जबकि डॉ. जे एन सिंह एमए. और पीएचडी करने के बाद आईएएस चुने गये। शिवानंद झा डीजीपी बनने से पहले अहमदाबाद और सूरत पुलिस कमिश्नर के रुप में अपनी सेवा दे चुके हैं, उन्हें मोदी-शाह का करीबी बताया जाता है।
बिहार के मधुबनी जिले के दोनों अधिकारी
आपको बता दें कि गुजरात के दोनों शीर्ष अधिकारी बिहार के मधुबनी जिले के रहने वाले हैं, हालांकि दोनों की पढाई राजधानी पटना में हुई है, दोनों एक ही स्कूल से पढकर निकले हैं। मालूम हो कि डॉ. सिंह जुलाई 2016 में मुख्य सचिव नियुक्त किये गये थे, तो शिवानंद झा को अब डीजीपी का पद दिया गया है।
बिहारी अधिकारियों का दबदबा
इन दोनों के अलावा अहमदाबाद महानगर पालिका के आयुक्त मुकेश कुमार और अहमदाबाद पुलिस आयुक्त ए के सिंह भी बिहार से ही हैं, अभी तक गुजरात के पुलिस-प्रशासन में दक्षिण भारतीय अधिकारियों का दबदबा था, लेकिन पिछले कुछ सालों में यहां बिहार लॉबी का वर्चस्व बढा है।