हरभजन सिंह ने कहा कि मुझे नहीं पता कि वो दिन रात के टेस्ट मैच में क्यों खेलना नहीं चाहते हैं, ये एक दिलचस्प प्रारुप है, हमें इसे अपनाना चाहिये।
New Delhi, May 19 : टीम इंडिया के लिये 100 टेस्ट मैच खेल चुके दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह का मानना है कि भारत को डे-नाइट टेस्ट मैच खेलने चाहिये, इसके साथ ही गुलाबी गेंद से होने वाले मैचों को लेकर अपनी आशंकाओं को भी खत्म कर देना चाहिये। आपको बता दें कि भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इसी साल के आखिर में एडिलेड में खेले जाने वाले डे-नाइट टेस्ट मैच में खेलने से इंकार कर दिया। जिसकी वजह से कई पूर्व क्रिकेटर ने इसकी आलोचना भी की, जिसमें मार्क वॉ और इयान चैपल जैसे क्रिकेटरों का नाम शामिल है।
हरभजन सिंह ने क्या कहा ?
दिग्गज स्पिनर हरभजन ने कहा कि मुझे नहीं पता कि वो दिन रात के टेस्ट मैच में क्यों खेलना नहीं चाहते हैं, ये एक दिलचस्प प्रारुप है, हमें इसे अपनाना चाहिये। मैं पूरी तरह से इसके पक्ष में हूं। इसके साथ ही भज्जी ने कहा कि मुझे बताइये कि गुलाबी गेंद से खेलने को लेकर क्या आशंकाएं हैं। अगर आप इससे खेलते हो, तो फिर आप सामंजस्य बिठा सकते हो। ये उतना भी मुश्किल नहीं होगा, जितना माना जा रहा है।
भज्जी से पूछा गया ये सवाल
इसके बाद भज्जी से अगला सवाल पूछा गया कि भारतीय बल्लेबाजों को दूधिया रोशनी में जोश हेजलवुड और मिशेल स्टार्क का सामना करने में परेशानी हो सकती है। क्या इसी वजह से टीम इंडिया डे-नाइट टेस्ट मैच से इनकार कर रही है। हरभजन सिंह ने सपाट अंदाज में इसका ऐसा जवाब किया, कि सवाल पूछने वाला भी उनका चेहरा देखता रह गया।
सपाट जवाब
दिग्गज ऑफ स्पिनर ने कहा कि अगर आपके बल्लेबाज आउट हो जाते हैं, तो क्या होगा ? हमारे पास भी तो तेज गेंदबाज हैं, जो उनके बल्लेबाजों को परेशान कर सकते हैं, हमें क्या लगता है कि हमारे बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजी आक्रमण का सामना नहीं कर सकती। ये एक चुनौती है, और चुनौती स्वीकार करने में क्या नुकसान होने वाला है। टीम इंडिया को चुनौती स्वीकार करनी चाहिये।
पहले सिर्फ इस गेंद से खेलना चाहते थे
ऑफ स्पिनर ने आगे बोलते हुए कहा कि जब हम टेस्ट क्रिकेट में नये थे, तो सिर्फ हम एसजी गेंद से ही गेंदबाजी करना जानते थे। लेकिन धीरे-धीरे कूकाबुरा और ड्यूक से भी गेंदबाजी करना सीख गये। साथ ही भज्जी ने कहा कि क्या आप इंग्लैंड के खिलाफ उनकी सरजमीं पर बादल छाये होने पर खेलने की चुनौती स्वीकार नहीं करते, अगर ये चुनौती स्वीकार कर सकते हैं, तो फिर गुलाबी गेंद से खेलने की चुनौती क्यों नहीं स्वीकार करते।
गांगुली ने भी की थी वकालत
आपको बता दें कि हरभजन सिंह से पहले टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भी डे नाइट टेस्ट मैच की वकालत की थी। उन्होने कहा था कि टीम इंडिया के पास गुलाबी गेंद से खेलने की काबिलियत है। विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम को कभी ना कभी इस प्रारुप में खेलना होगा। डे-नाइट टेस्ट क्रिकेट का भविष्य होगा, इसलिये विराट कोहली की टीम को इसके लिये तैयार रहना चाहिये।
सीएसके से खेल रहें हैं भज्जी
मालूम हो कि आईपीएल में पहली बार हरभजन सिंह ने टीम बदला है, मुंबई इंडियंस के रिटेन नहीं करने के बाद ऑक्शन में चेन्नई सुपरकिंग्स ने उन्हें खरीदा है। भज्जी का प्रदर्शन इस आईपीएल में साधारण रहा है, हालांकि कुछ मौकों पर उन्होने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्लेऑफ में सीएसके जगह बना चुकी है, जबकि मुंबई भाग्य भरोसे संघर्ष कर रही है।