गौतम गंभीर के कप्तानी छोड़ देने के बाद दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने युवा बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को टीम का कप्तान नियुक्त किया है।
New Delhi, Apr 28 : टीम इंडिया के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे गौतम गंभीर के सपोर्ट में आ गये हैं। गौती ने 6 में से 5 मैच हारकर अंक तालिका में सबसे निचले पायदान पर चल रही दिल्ली डेयरडेविल्स की कप्तानी अचानक से छोड़ने का फैसला लिया। इसके साथ ही उनके एक करीबी ने दावा किया था कि वो फ्रेंचाइजी से कोई फीस भी नहीं लेंगे। आपको बता दें कि गंभीर को इस साल दिल्ली की टीम ने 2.8 करोड़ में खरीदा है।
उपकप्तान ने किया समर्थन
अजिंक्य रहाणे ने गौतम गंभीर का समर्थन करते हुए टाइम्स ऑफ इंडिया को दिये इंटरव्यू में कहा है कि जब टीम परफॉर्म नहीं करती है, तो इसमें पूरी गलती कप्तान की नहीं होती है। कभी-कभी तो कॉम्बिनेशन काम नहीं करते हैं। जैसी रणनीति आप तैयार करते हैं, जरुरी नहीं कि वो हमेशा सफल हो, मुझे लगता है कि इसमें गौतम गंभीर की कोई गलती नहीं है।
एक ही उद्देश्य
राजस्थान रॉयल्स के कप्ताने ने आगे बोलते हुए कहा कि मुझे यकीन है कि जब उन्होने दिल्ली डेयरडेविल्स की कप्तानी संभाली तो, उनका भी एक ही उद्देश्य होगा, जो हम सभी का का है। टीम की जीत सुनिश्चि करना, गंभीर एक भावुक खिलाड़ी और अच्छे कप्तान हैं, लेकिन हमेशा आपके करियर में कुछ उतार-चढाव होते हैं, जिनका हम सभी को एक खिलाड़ी और कप्तान के तौर पर सामना करना पड़ता है।
इन्हें सौंपी गई है कप्तानी
आपको बता दें कि गंभीर के कप्तानी छोड़ देने के बाद दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने युवा बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को टीम का कप्तान नियुक्त किया है, इस आईपीएल सीजन में अय्यर बल्ले से अच्छा खेल रहे हैं, हालांकि वो भी अपनी टीम को हार से नहीं बचा पाये हैं। अय्यर इस सीजन में दो अर्धशतक लगा चुके हैं।
केकेआर को दो बार बनाया चैंपियन
गौतम गंभीर सात साल कोलकाता नाइटराइडर्स के कप्तान रहे, उन्होने दो बार केकेआर को खिताब दिलवाया, इस साल उनकी घर वापसी हुई थी, लेकिन कोलकाता की सफलता को वो दिल्ली में जारी नहीं रख सके। दिल्ली की एक के बाद एक बार से उन्हें झटका लगा, जिसके बाद उन्होने कप्तानी छोड़ने का फैसला लिया, वो बतौर बल्लेबाज आईपीएल खेलते रहेंगे।
कप्तानी छोड़ने के बाद क्या कहा ?
गौतम गंभीर ने कप्तानी छोड़ने के बाद कहा था कि कई बार आप चीजों को बदलने के लिये ज्यादा उतावले हो जाते हैं, ऐसे में कई बार जब चीजें आपके हिसाब से नहीं होती है, तो परिस्थितियों को बदलना आपके लिये मुश्किल हो जाता है, मैं शायद अपने ऊपर आये जिम्मेदारी को झेल नहीं पाया। कई बार जब आप दबाव नहीं झेल पाते, तो इसकी वजह से आपका और आपकी टीम का प्रदर्शन खराब होने लगता है।
फ्रेंचाइजी का नहीं था कोई दबाव
गंभीर ने ये भी कहा कि मुझ पर कप्तानी छोड़ने का फ्रेंचाइजी की तरफ से कोई दबाव नहीं था, वो चाहते हैं कि मैं अभी भी टीम की अगुवाई करूं, लेकिन मेरे लिये ये मुश्किल हो रहा है, क्योंकि मैं दबाव झेल नहीं पा रहा हूं। आपको बता दें कि पहले मैच में किंग्स इलेवन के खिलाफ अर्धशतक बनाने के बाद गंभीर का बल्ला खामोश रहा है, उनसे जैसी उम्मीद की जाती है, वैसी उन्होने एक भी पारी नहीं खेली है।