2019 विश्वकप से पहले ही सन्यास ले सकते हैं महेन्द्र सिंह धोनी, कल के मुकाबले में दे दिये संकेत

धोनी ने आईपीएल-11 में शानदार बल्लेबाजी की, उन्होने परिस्थिति के अनुसार ताबड़तोड़ रन बनाये। लेकिन इंग्लैंड में वो रनों के लिये जूझ रहे हैं।

New Delhi, Jul 18 : लगातार दो एकदिवसीय मैचों में धीमी पारी के लिये आलोचकों के निशाने पर आ गये पूर्व कप्तान धोनी ने तीसरे वनडे के बात कुछ ऐसा किया, कि उनके जल्द ही सन्यास लेने के कयासों ने जोर पकड़ लिया है। कई लोग इसे धोनी के महान करियर का अंत मान रहे हैं। मालूम हो कि टीम इंडिया नवंबर 2016 के बाद पहली सीरीज हारी है, टीम इंडिया को इंग्लैंड ने तीन मैचों की सीरीज में 2-1 से हरा दिया।

धीमी पारी की वजह से आलोचना
आपको बता दें कि जिन दो मैचों में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा है, दोनों ही मुकाबलों में माही ने धीमी बल्लेबाजी की, dhoni Karthik1जिसकी वजह से आखिरी ओवरों में उनके तेज खेलने के हुनर पर भी आलोचक सवालिया निशान उठा रहे हैं। टीम इंडिया और इंग्लैंड के बीच खेले गये तीसरे एकदिवसीय मैच में इंग्लैंड ने 8 विकेट से आसान जीत हासिल की, इसके साथ ही विराट सेना ने ये सीरीज भी गंवा दिया।

अगले साल इंग्लैंड में विश्वकप
आपको बता दें कि ये सीरीज इसलिये भी अहम मानी जा रही थी, क्योंकि अगले साल 2019 में इंग्लैंड में भी आईसीसी विश्वकप खेला जाना है। भारतीय टीम के खिलाड़ियों को माहौल और पिच को समझने का पूरा मौका मिल रहा है। साथ ही अगर टीम वनडे सीरीज जीतती तो उनका आत्मविश्वास भी बढता, हालांकि ऐसा हो नहीं सका।

धोनी की धीमी पारियां
धोनी ने आईपीएल-11 में शानदार बल्लेबाजी की, उन्होने परिस्थिति के अनुसार ताबड़तोड़ रन बनाये। आईपीएल के फॉर्म और फिटनेस को देख सबने कहना शुरु कर दिया था, कि 2019 विश्वकप में माही टीम इंडिया के ट्रंप कार्ड होंगे, लेकिन जब वो इंग्लैंड पहुंचे, तो एक-एक रन के लिये जूझते नजर आए, कुछ सप्ताह पहले का करिश्माई बल्लेबाज अंग्रेज गेंदबाजों के सामने संघर्ष करता दिखा ।

आलोचकों ने साधा निशाना
इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मैच में 322 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया 236 रनों पर ऑलआउट हो गई थी। धोनी ने इस मुकाबले में 59 गेंदों में 37 रनों की पारी खेली थी। जिसके बाद आलोचकों ने उन पर जमकर निशाना साधा, किसी ने सन्यास लेने की सलाह दी, तो किसी ने कहा कि अब उम्र हो गई है, किसी युवा खिलाड़ी के लिये स्थान खाली कर दें।

तीसरे वनडे में भी धीमी बल्लेबाजी
दूसरे वनडे में आलोचकों के निशाना साधने के बाद कप्तान विराट कोहली और बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने धोनी का बचाव किया था। हालांकि तीसरे वनडे में भी एक बार माही रन बनाने के लिये संघर्ष करते नजर आए, इस मुकाबले में उन्होने 66 गेंदों में 42 रन बनाये। इन दोनों मुकाबलों में धोनी से फैंस तेज बल्लेबाजी की उम्मीद कर रहे थे। लेकिन उन्होने फैंस के मंसूबों पर पानी फेर दिया।

धोनी ने सन्यास के दिये संकेत
टीम इंडिया ने लीड्स में खेले गये तीसरे मैच में सीरीज गंवा दिया, आखिरी वनडे मैच खत्म होने के बाद धोनी पवेलियन लौटते समय अंपायर ब्रूस ओक्सेनफोर्ड और माइकल गॉफ से गेंद मांग ली। धोनी के ऐसा करने से उनके फैंस कयास लगा रहे हैं, कि वो जल्दी ही सीमित ओवरों के क्रिकेट को भी अलविदा कह सकते हैं, आपको बता दें कि अपना आखिरी टेस्ट मैच ड्रा पर खत्म करने के बाद धोनी स्टंप उखाड़ कर अपने साथ ले गये थे। अगर ये कोई संकेत था कि धोनी जल्द ही सन्यास की घोषणा कर सकते हैं।