लगातार हार की वजह से गौतम गंभीर ने छोड़ी पूरी सैलरी और कप्तानी, इस युवा बल्लेबाज को मिली जिम्मेदारी

Gambhir

आईपीएल इतिहास में शायद ये पहला मौका है, जब किसी कप्तान ने अच्छा प्रदर्शन ना कर पाने की वजह से अपनी पूरी सैलरी छोड़ दी हो। गौतम गंभीर टीम का हिस्सा बने रहेंगे।

New Delhi, Apr 26 : आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स के लगातार खराब प्रदर्शन के बाद बुधवार को कप्तान गौतम गंभीर ने इस्तीफा दे दिया है, इसके साथ ही उन्होने पूरी सैलरी 2.8 करोड़ रुपये ना लेने का फैसला किया है। आईपीएल इतिहास में शायद ये पहला मौका है, जब किसी कप्तान ने अच्छा प्रदर्शन ना कर पाने की वजह से अपनी पूरी सैलरी छोड़ दी हो। हालांकि गौतम गंभीर टीम का हिस्सा बने रहेंगे। गौती की जगह 23 साल के युवा बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को दिल्ली का नया कप्तान नियुक्त किया गया है।

इसी साल हुई थी वापसी
आपको बता दें कि गौतम गंभीर आईपीएल-3 तक दिल्ली डेयरडेविल्स टीम का हिस्सा रहे थे, वो पहले भी इस टीम की कप्तानी कर चुके थे। Gautam Gambhir2फिर साल 2011 में शाहरुख खान की टीम कोलकाता नाइटराइडर्स ने उन्हें ऊंची कीमत पर खरीदा था। केकेआर के गौतम को टीम की कप्तानी सौंप दी थी। लेकिन इस साल गंभीर ने दिल्ली से खेलने की इच्छा जताई थी। ऑक्शन में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने उन्हें 2.8 करोड़ में खरीदा था।

गंभीर ने क्या कहा ?
कप्तानी छोड़ने के बाद गौतम गंभीर ने कहा कि ये मेरा निजी फैसला है, मैं टीम को पर्याप्त योगदान नहीं दे पाया, शिप का लीडर होने के नाते मुझे जिम्मेदारी लेनी होगी, मुझे ऐसा लगता है कि ये सही समय है। Gautam Gambhir1गंभीर ने आगे बोलते हुए कहा कि हो सकता है, कि मैं चीजों को बदलने के लिये बहुत ज्यादा उत्साहित था, लेकिन ये उस तरीके से नहीं हो सका। मैं दबाव नहीं झेल पा रहा था, और आप जब ऐसा नहीं कर पाते हैं, तो एक कप्तान के तौर पर आपको जिम्मेदारी लेनी पड़ती है।

कोटला में हार के बाद लिया फैसला
दिल्ली डेयरडेविल्स के पूर्व कप्तान ने कहा कि कोटला में किंग्स इलेवन पंजाब के हाथों मिली हार के बाद मैंने कप्तानी छोड़ने के बारे में सोचना शुरु कर दिया था। Gautam Gambhir21मैं खुद भी बल्ले से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा था, मैं ने इस पर गंभीरता से विचार किया और पाया कि मैं दबाव नहीं झेल पा रहा हूं, इसी वजह से मैंने कप्तानी छोड़ने का फैसला किया, ताकि बल्ले से टीम में सहयोग दे सकूं।

कप्तानी छोड़ने का दबाव नहीं था
गौतम गंभीर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मेरे ऊपर कप्तानी छोड़ने का कोई दबाव नहीं था, ये मेरा निजी फैसला है, gautam Gambhir5आपको बता दें कि गंभीर ने इस साल पहले मैच में किंग्स इलेवन के खिलाफ 55 रन बनाये थे, उसके बाद लगातार 5 मैचों में वो असफल रहे हैं, हालांकि एक मैच में वो बल्लेबाजी करने नहीं आये थे। तब से वो लगातार आलोचकों के निशाने पर थे।

गौतम के लिये सम्मान सबसे ऊपर
मामले से जुड़े एक शख्स ने नाम ना छापने की शर्त पर कहा कि गंभीर ने फैसला लिया है कि वो इस सीजन में सैलरी भी नहीं लेंगे, gautam-gambhir-आईपीएल के बाकी बचे मैचों में वो दिल्ली की तरफ से मुफ्त में खेलेंगे। उन्होने कहा कि गंभीर उन लोगों में से शामिल हैं, जिनके लिये उनका सम्मान सबसे ऊपर है, वो एक स्वाभिमानी खिलाड़ी हैं, वो एक भी पैसा नहीं लेंगे। ये उनका निजी फैसला है। किंग्स इलेवन के साथ हुए मैच के बाद ही वो कप्तानी छोड़ना चाहते थे।

केकेआर को दो बार बनाया चैंपियन
आपको बता दें कि गौतम ने साल 2011 में कोलकाता नाइटराइडर्स की कप्तानी संभाली थी, वो लगातार 7 साल तक टीम के कप्तान रहे, gambhir gambhirउनकी अगुवाई में ही टीम दो बार फाइनल में पहुंची और दोनों बार खिताब जीता। हालांकि सात साल कप्तानी करने के बाद इस साल केकेआर ने उन्हें रिटेन नहीं किया, बाद में केकेआर मैनेजमेंट ने बताया था कि गंभीर ने खुद ही रिटेन होने से मना किया था, उन्होने कहा था कि वो अपनी होम टीम दिल्ली से खेलना चाहते हैं।