25 वर्षीय मूक बधिर लड़की को न्याय चाहिये था, वो चाहती थी, कि मौत के बाद ही उसे न्याय मिले, इसी वजह से उसने काउंसलर्स से बात की।
New Delhi, Mar 17 : मूक बधिर संस्थान इंदौर की मोनिका पुरोहित को एक 25 वर्षीय मूकबधिर लड़की ने वीडियो कॉल कर अपनी पीड़ा बताई, पीड़ित लड़की ने अपने पिता पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होने बचपन से ही मेरा यौन शोषण किया। इससे परेशान होकर उसने अपने कुछ परिचितों से मदद की, बीते 10 मार्च को लड़की की शादी करवा दी गई, लेकिन पति भी वहशी निकला, वो भी उसके साथ दरिंदगी करने लगा। जिससे परेशान होकर पीड़िता ने जान देने की ठान ली थी।
पीड़िता ने काउंसर से की बात
25 वर्षीय मूक बधिर लड़की को न्याय चाहिये था, वो चाहती थी, कि मौत के बाद ही उसे न्याय मिले, इसी वजह से उसने काउंसलर्स से बात की, संचालकों ने मूकबधिर शिक्षिका की मदद से उस लड़की की चंद मिनट बात किये, इसके साथ ही राजस्थान पुलिस की मुस्तैदी से लड़की की जान बचा ली गई।
‘मेरी बात सुनें, नहीं तो जान दे दूंगी’
मध्य प्रदेश के मूकबधिर संस्थान के संचालक ज्ञानेंद्र पुरोहित किसी काम से मुंबई गये हुए थे, शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे उनके पास मोबाइल पर राजस्थान के हनुमानगढ से एक लड़की का वीडियो कॉल आया। लड़की ने उनसे इशारों में बात की, उसने कहा कि उनकी बात सुनें, नहीं तो वो फांसी के फंदे से झूलकर जान दे देगी। आपको बता दें कि ज्ञानेंद्र पुरोहित और उनकी पत्नी मोनिका पुरोहित ने पूरे मामले संवेदनशील तरीके से हैंडल किया, जिससे लड़की की जान बच गई।
फांसी का फंदा तैयार
ज्ञानेंद्र पुरोहित से लड़की ने इशारों में कहा कि वो उनसे बात करें, नहीं तो वो जान दे देगी। युवती ने पंखे से दुपट्टा लटकाकर फंदा भी तैयार कर लिया था। पुरोहित ने मामले की नजाकत को समझते हुए तुरंत अपनी साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट काउंसलर तस्लीम शेख से युवती को बात करने के लिये कहा, तस्लीम ने भी तुरंत युवती की परेशानी सुनी और हरमुमकिन मदद करने का वादा किया और उसे जान ने देने की सलाह दी।
पुलिस को सूचना
जब तस्लीम शेख युवती से बात कर रही थी, इसी दौरान ज्ञानेंद्र पुरोहितक ने तुरंत राजस्थान के हनुमानगढ एसपी से संपर्क किया, उन्होने पुलिस को उस युवती के बारे में बताया और उनका नंबर दे दिया। पुलिस ने भी तत्परता दिखाते हुए महिला को ट्रेस किया और उनके घर के लोकेशन पर पहुंच गई।
मोनिका पुरोहित ने भी की बात
ज्ञानेंद्र पुरोहित ने मूक बधिर संस्थान इंदौर में अपनी पत्नी मोनिका पुरोहित को भी युवती का नंबर दिया और उससे बात करने को कहा। मोनिका ने भी तुरंत युवती को वीडियो कॉल किया और उनसे साइन लैंग्वेज में बात करने की कोशिश की, उन्होने युवती से अपनी परेशानी बताने को कहा, ताकि वो उनकी मदद कर सकें।
बच गई युवती की जान
25 वर्षीय युवती ने जब वीडियो कॉल से उन्हें फंदा दिखाया, तो सब दंग रह गये, ताबड़तोड़ लैंग्वेज एक्सपर्ट तस्लीम शेख और मोनिका उनसे बात कर रही थी। इन दोनों ने वीडियो कॉल से ही उनकी काउंसलिंग की, जिसके बाद वो जान ना देने को राजी हो गई, फिर कुछ देर बाद ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
राजस्थान पुलिस की निगरानी में है युवती
पीड़िता युवती को फिलहाल राजस्थान पुलिस ने महिला सेल में सुरक्षित रखवाया है, उनकी काउंसिलिंग की जा रही है। काउंसलर लगातार युवती से बात कर रहे हैं, कि आखिर क्यों वो जान देना चाहती थी, उसे क्या परेशानी है, कौन-कौन लोग उसे सताते थे। हालांकि पुलिस ने फिलहाल इस पर टिप्पणी करने से मना कर दिया है। पुलिस का कहना है कि अभी काउंसलिंग जारी है, इसके बाद मामले में हम कुछ टिप्पणी करेंगे।
न्याय का दिया भरोसा
युवती ने ज्ञानेंद्र पुरोहित से न्याय दिलाने की गुहार लगाई थी। जिसके बाद उन्होने उनसे कहा कि आप जान मत दो, ये गलत है, मैं आपकी मदद करुंगा, आपको न्याय दिलाउंगा, अगर आप जान दे दोगी, तो जिन लोगों ने आपको परेशान किया, उसे सजा नहीं मिलेगी। जिसके बाद युवती ने कहा कि आप मेरी मदद कर सकते हैं। तब तक मौके पर पुलिस पहुंच चुकी थी।