हर रोज आत्महत्या करने की सोचती थी ये एक्ट्रेस, अब है सुपरस्टार

हम आपको एक ऐसी एक्ट्रेस के बारे में बताने वाले हैं जो कभी डिप्रेशन का शिकार थी, उस दौरान वो रोज आत्महत्या करने के बारे में सोचती थी। आज सुपरस्टार है।

New Delhi, Nov 06: आपको अगर ये लगता है कि तनाव, और डिप्रेशन केवल आम लोगों को ही होता है तो ये गलत है, ये किसी को भी हो सकता है। फिल्मी दुनिया में हाल ही में एक बहस शुरू हुई है, किस तरह से काम के प्रेशर के कारण एक्ट्रेस और हीरो परेशान रहते हैं. इसके बाद भी ये लोग अपने तनाव के बारे में बात नहीं करते थे। लेकिन अब ये रवायत खत्म हो रही है। फिल्मी दुनिया के खुल कर अपनी परेशानियों के बारे में बात कर रहे हैं। डिप्रेशन के कारण कितने लोगों की जिंदगी खराब हो जाती है। लोग उस से बाहर निकलने के रास्ते नहीं खोज पाते हैं. हम आपको ऐसी ही एक एक्ट्रेस के बारे में बता रहे हैं जिसने अपने निजी अनुभव साझा किए हैं।

रोज आत्महत्या करने की सोचती थी
हम जिस हीरोइन के बारे में बात कर रहे हैं वो इलियाना डिक्रूज हैं। साउथ की फिल्मों में कामयाबी हासिल करने के बाद इलियाना अब हिंदी फिल्मों में अपना जलवा बिखेर रही हैं। 21वें वर्ल्ड मेंटल हेल्थ कांग्रेस में शामिल हुईं इलियाना ने बताया कि उनकी जिंदगी में एक ऐसा भी वक्त आया था, जब वो इस कदर डिप्रेशन में थीं कि हर दिन आत्महत्या करने के बारे में सोचती थीं.

शरीर की बनावट से दुखी थी
इलियाना ने ये भी बताया कि वो क्यों डिप्रेशन में थी, उन्होंने कहा कि वो अपने शरीर की बनावट को लेकर दुखी रहती थीं। उनको लगता था कि उनका शरीर खराब है। फिल्मों में उनके जैसे शरीर वाली लड़कियां कामयाब नहीं हो सकती हैं. इसी के कारण इलियाना हमेशा डिप्रेशन में रहने लगी थी। वो समय याद करते हुए इलियाना ने बताया कि वो उनकी जिंदगी का सबसे बुरा दौर था।

बॉडी डिस्मॉर्फिक डिस्ऑर्डर
इलियाना जब डिप्रेशन में रहने लगीं तो उनको बाद में पता चला था कि इसका कारण क्या है। दरअसल डिप्रेशन और बॉडी डिस्मॉर्फिक डिस्ऑर्डर से पीड़ित थी.इसी कारण वो हमेशा दुखी और निराश रहती थीं। यहां तक कि उन्होंने लोगों से बात करना बंद कर दिया था। उनको हमेशा यही डर सताता था कि लोग उनके शरीर की बनावट का मजाक उड़ाएंगे। कोई उनको स्वीकार नहीं करेगा। इसी डर के साए में वो जीती थी।

डिप्रेशन पर बात करनी चाहिए
इलियाना ने ये भी बताया कि लोग डिप्रेशन के बारे में बात करने से कतराते हैं। उनको लगता है कि कोई ये समझ नहीं पाएगा कि वो क्या सोच रहे हैं. इलियाना ने कहा कि डिप्रेशन वास्तविकता है, ये कोई छल या भ्रम नहीं है. ये दिमाग में होने वाला एक रासायनिक असंतुलन है. इसके इलाज की जरूरत है.इस पर खुल कर बात करना चाहिए. इलाज के बिना तो डिप्रेशन की बीमारी औऱ बढ़ती जाएगी।

खुद को स्वीकार करिए
इलियाना ने अपने बारे में बताते हुए कहा कि वो काफी समय तक इस समस्या से परेशान थी। इसे दूर करने की शुरूआत तब हुई जब उन्होंने खुद को स्वीकार करना शुरू किया। इलियाना के मुताबिक कि डिप्रेशन से लड़ाई में ये पहला कदम है. जैसे आपके पैर में चोट लगती है, तो आप डॉक्टर को दिखाते हैं, वैसे ही डिप्रेशन में भी आपको डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए. इसे लेकर बैठे मत रहिए

आज सुपरस्टार हैं इलियाना
इलियाना डिक्रूज आज साउथ की फिल्मोें में सफल एक्ट्रेस हैं। वो वहां पर सुपरस्टार की हैसियत रखती हैं। हिंदी फिल्मों में उन्होंने 2012 में अनुराग बासु की फिल्म बर्फी से डेब्यू किया था. इसके लिए उन्हें बेस्ट फीमेल डेब्यू का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला था। इस से पहले वो साउथ में पोकिरी, जल्सा, किक, जुलाई जैसी कई फिल्मों में काम कर चुकी थीं। इलियाना की कहानी से डिप्रेशन के शिकार लोग प्रेरणा ले सकते हैं।

बॉलीवुड में भी कामयाबी
साउथ की फिल्मों में सफलता हासिल करने के बाद इलियाना ने बॉलीवुड में भी कामयाबी हासिल की है। वो साउथ की उन हीरोइनों में से हैं जो दोनों जगह सफल रही हैं। बर्फी के बाद वो फटा पोस्टर निकला हीरो, मैं तेरा हीरो, हैप्पी एंडिंग, रुस्तम और अजय देवगन के साथ बादशाहो जैसी फिल्मों में नजर आ चुकी हैं. फिलहाल वो रेड़ नाम की फिल्म की तैयारी में जुटी हैं।