श्रीदेवी की मौत से उनके कुछ सपने अधूरे ही रह गए हैं । वो सपने जिन्हें वो पूरा करना चाहती थीं, जिन्हें साकार होते देखना उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी खुशी होती ।
New Delhi, Feb 27 : श्रीदेवी की अचानक हुई मौत ने पूरे देश को शॉक में डाल दिया है, हुस्न की इस चांदनी का शव अब भी अंतिम संस्कार की राह तक रहा है । दुबई में प्रक्रिया अभी जारी है । भारत में उनके पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए लोग इंतजार कर रहे हैं । रूप की रानी श्रीदेवी अपने पीछे लाखों लोगों को सदमें में छोड़ गई हैं । लेकिन वो खुद भी अधूरे सपनों के साथ चली गई हैं । श्रीदेवी के वो सपने जिन्हें वो पूरा करना चाहती थीं, उन्हें सच होते हुए देखना चाहती थीं । आपको बताते हैं श्री के ऐसे ही अधूरे सपनों की दास्तान ।
बेटी को सुपरस्टार बनते देखने की चाहत
श्रीदेवी पिछले एक साल से अपनी बेटी जाहन्वी के करियर को लेकर भागदौड़ कर रहीं थीं । आखिरकार उन्होने जाहन्वी के लिए एक अच्छी फिल्म, अच्छे डायरेक्टर के साथ चुन भी ली थी । फिल्म धड़क में जाहन्वी कपूर को ईशान खट्ट के साथ लिया गया है । फिल्म की काफी शूटिंग हो भी चुकी है । ये फिल्म इसी साल रिलीज होनी थी । लेकिन जिस फिल्म का श्री को बेसब्री से इंतजार था वो उसे अब नहीं देख पाएंगी ।
बेटी को दुल्हन बनते हुए देखना चाहती थीं श्री
श्रीदेवी को अपनी दोनों बेटियों से बेइंतहा मोहब्बत थी । वो जाहन्वी और खुशी दोनों की परवरिश के लिए अपना करियर तक छोड़ चुकी थीं । 1996 में शादी के बाद से ही श्री ने फिल्मों में काम करना बंद कर दिया । इसके बाद बेटियों की परवरिश में अपना पूरा ध्यान दिया । हर मां की तरह उनका भी एक सपना रहा होगा कि वो जाहन्वी को दुल्हन बनता हुआ देखें । खुशी को अपने हाथों से विदा करें ।
इंटरव्यू में बताई थी अपनी इच्छा
श्रीदेवी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था – जाह्नवी फिल्मों में काम करना चाहती है, मैं इस बात से खुश नहीं हूं. मेरा ये मतलब नहीं है कि ये बॅालीवुड इंडस्ट्री खराब है पर हर मां बाप की तरह पहले मैं जाह्नवी का घर बसते देखना चाहती हूं. मुझे ज्यादा खुशी होगी अगर वो दुल्हन बने. लेकिन जाह्नवी की खुशी एक्टिंग करने में है तो हम सब उसके साथ हैं. अगर वो एक अच्छी एक्टर साबित होती है तो मुझे काफी गर्व महसूस होगा.
बेटियों के साथ खास रिश्ता
इस इंटरव्यू में उन्होंने कहा था- मेरी बेटियां मेरी जिंदगी में सबसे ज्यादा अहम हैं. हम तीनों काफी अच्छे दोस्त हैं और एक-दूसरे के साथ काफी वक्त बिताना पसंद करते हैं. हमारा पूरा रूटीन एक दूसरे के साथ ही बीतता है. मैं रात को कितनी भी देर से आऊं, लेकिन खुशी मेरा वेट करती है और हम देर रात तक फिल्में देखते हैं. श्रीदेवी को अपनी बेटियों के साथ घूमना भी काफी पसंद था ।
ये सपना अधूरा ही रह गया
श्रीदेवी का ये सपना अब कभी पूरा नहीं हो पाएगा । उनकी इस मौत से जाहन्वी और खुशी दोनों ही सदमे में है । श्री उनकी सिर्फ मां ही नहीं थीं, बल्कि उनकी सबसे अच्छी दोस्त भी थीं । जाहन्वी को फिल्मों में लाने के लिए श्री खुद उन्हें ग्रूम कर रहीं थीं । जाहन्वी की बहुत सी तस्वीरें ऐसी भी सामने आई हैं जिसमें वो हूबहू श्री की कॉपी लग रही हैं ।
जाहन्वी को आखिरी बार नहीं देख पाईं
श्री आखिरी बार अपनी बेटी खुशी और पति बोनी कपूर के साथ दुबई में थीं । उनकी बेटी जाहन्वी अपनी फिल्म धड़क की शूटिंग में व्यस्त थीं । बताया जा रहा है कि जाहन्वी को ये खबर सबसे पहले करण जौहर ने ही दी । करण ही जाहन्वी को बामुश्किल अनिल कपूर के घर लेकर पहुंचे थे । जाहन्वी उस वक्त मुंबई में अकेले थीं । वो अपनी मां से आखिरी बार मिल ही
खुशी का करियर
श्रीदेवी की छोटी बेटी अभी पढ़ रही हैं, अपनी बड़ी बहन की तरह ही वो भी स्टाइल और स्टेटमेंट में पीछे नहीं । श्रीदेवी खुशी के करियर के लिए अभी परेशान नहीं थीं लेकिन वो उन्हें भी एक अच्छे मुकाम पर देखना चाहती थीं । उनका ये सपना अधूरा ही रह गया । जाहन्वी की फिल्म भी रिलीज होते हुए वो नहीं देख पाईं ओर ना ही खुशी को करियर की कोई नसीहत ही दे पाईं ।