रोज एक आंवला खाएंगे तो आप अपनी उम्र से 10 वर्ष और जवान हो जाएंगे । ये हम नहीं हमारा आयुर्वेद कहता है । जानें आवले के ऐसे ही अनगिनत फायदे और इसका प्रयोग ।
New Delhi, Dec 21 : हर मर्ज की दवा है आवंला । प्राचीन आयुर्वेदिक प्रणाली में आंवले को कई प्रकार से इस्तेमाल किया जाता रहा है । वेद-शास्9 खंगाले जाएं तो आंवले का प्रयोग लगभग 5000 सालों से होता आ रहा है । ये विटामिन सी युक्त एक ऐसा फल है जो स्वाद में अजीबोगरीब है, लेकिन इसके फायदे इसकी उपयोगिता को कभी कम नहीं होने देते । सिर से लेकर पांव के नाखून तक आंवले से मिलने वाले पोषक तत्वों का फायदा मिलता है ।
कई बीमारियों में रामबाण
आंवले का प्रयोग कच्चा, सुखाकर, प्रिजर्व करके किया जाता है । इसका मुरब्बा, आचार इसे खाने का सबसे अच्छा तरीका है । लेकिन किसी और फॉर्म में खाने की बजाय आंवला कच्चा खाना सबसे अच्छा तरीका है । इसका सीधा फज्ञयदा शरीर को मिलता है । अगर आप आंवले को अपनी डेली डायट में शामिल करते हैं तो ये आपको दिल की बीमारी, मधुमेह से लेकर अस्थमअस्थमा, ब्रॉन्काइटिस और फेफड़ों की बीमारी से भी बचाता है ।
दीर्घायु करता है आंवला
पतंजलि योगपीठ के आचार्य बालकृष्ण के अनुसार आंवला शरीर को बूढ़ा होने से बचाता है । अगर आप भी लंबी उम्र चाहते हैं तो आंवले का सेवन इस प्राकर से करें । रात के समय घी, शहद और पानी के साथ एक चम्मच आंवले के पाउडर का सेवन रोज करना चाहिए । आंवले का स्वरस यानी जूस शहद और घी के साथ पीने से बुढ़ापा घटता है । इससे यौवन की पुन:प्राप्ति होती है ।
आंखों की प्रॉब्लम
आंवले के अर्क का इसतेमाल आंखों की औषधि बनाने में किया जाता है । आंवला खाने से जहां आंखों की दृष्टि तेज होती हे वहीं आंखों में उम्र
बढ़ने के साथ कैटरेक्ट होने की संभावना भी कम होती है । आंखों में होने वाली समस्याओं से आंवला काफी हद तक बचाव करता है । आंखों में कोई प्रॉब्लम होने पर आंवले का ऐसे प्रयोग करें । दो से तीन आंवले लेकर उन्हें सिल से कुचल लें । अब इन्हें आधा लीटर पानी में डालकर करीब दो घंटे तक रहने दें । इसके बाद इस पानी को छानकर आंखों में प्रयोग करें ।
नकसीर की समस्या
गर्मियों में नकसीर की समस्या बहुत आम हो जाती है । आंवले की ठंडक इस समस्या में आराम देती हैं । आंवले का प्रयोग करने से नाक से खून आना बंद हो जाता है । नकसीर में आंवले का इस तरह प्रयोग करें । आंवले को जामुन और कच्चे आम के साथ साथ पीस लें । अब इस लेप को मस्तिष्क पर लगाएं । 15 से 20 मिनट तक इस लेप को लगे रहने दें । नाक से खून आना बंद हो जाएगा ।
हिचकी से हैं परेशान
कई बार साधारण सी हिचकी इतना परेशान कर देती है कि व्यक्ति इरिटेट हो जाता है । लेकिन कई लोगों को हिचकी की बीमारी हो जाती है ।
हिचकी की प्रॉब्लम से निपटने के लिए आप आंवले का इस प्रकार प्रयोग करें । आंवला रस 10-20 ग्राम और 2-3 ग्राम पीपर का चूर्ण 2 चम्मच शहद के साथ दिन में 2 बार सेवन करने से हिचकी में लाभ होता है ।
उल्टी और एसिडिटी में
उल्टी से परेशान हों तो आंवले का 10-20 मिलीलीटर रस लें इसमें 5-10 ग्राम मिश्री मिला लें । इस रस को दिन में 2-3 पीने से आराम मिलता है
। एसिडिटी होने पर आंवला, मिश्री या फिर शहद के साथ खाएं । तुरंत आराम मिलेगा । आंवले को मिश्री के साथ खाने से खट्टी डकारों की समस्या भी नहीं होती । आंवले से बना त्रिफला चूर्ण भी सेहत के लिए लाभदायक होता है ।
पीलिया में असरदार
लीवर की कमजोरी हो या बिगड़ा हुआ पीलिया । आंवला हर मर्ज की दवा है । पीलिया को दूसर करने के लिए आंवले की चटनी शहद के साथ
बनाएं । इसका प्रयोग नियमित रूप से करने से लीवर की प्रॉब्लम ठीक होती है ये पीलिया को भी ठीक करने में कारगर है । आयुर्वेद में आंवले का प्रयोग शरीर के अंदरूनी अंगों की दुर्बलता को दूर करने में किया जाता रहा है ।
बवासीर की समस्या
एक लीटर का मिट्टी का बर्तन लें । अब करीब आधा किलो आंवला लेकर उसका मोटा पेस्ट बना लें । इस पेस्ट से मिट्अी के बर्तन को लेप लें । इस बर्तन को सुखाकर इसमें छाछ रखें । इस छाछ को पीने से पाइल्स की समस्या दूर होती है और दर्द में भी राहत मिलती है । रक्त स्त्राव से परेशान हों तो आवले का चूर्ण दही की मलाई के साथ लेने से लाभ होता है ।
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