खाना खाने का ये अंदाज सेहत के लिए है वरदान, एक नहीं कई हैं जमीन पर बैठकर खाने के फायदे

जिंदगी की भागमभाग में आप कहीं खाना भी तो दौड़ते-भागते हुए नहीं खाते । जरा रुकिए और जानिए, खाना खाने का वो तरीका जो है सेहत के लिए सबसे ज्‍यादा सही ।

New Delhi, Nov 21 : वेस्‍टर्न कल्‍चर को अपननाने और मॉर्डन होने के चक्‍कर में भारतीय अपनी जड़ों को भूलते जा रहे हैं । हमारा खाना-पीना, पहनावा अब सब बदल गया है । समय के साथ ऐसे बदलाव जरूरी भी होते हैं लेकिन कुछ चीजें हैं जिन्‍हें बदलकर हमें फज्ञयदा कम और नुकसान ज्‍यादा हो रहा है । कमाल की बात तो ये कि हम उस नुकसान को देखकर भी अनदेखा कर रहे हैं । भारत में सेहत की बात कोई नहीं करता, लोग जानते सब हैं लेकिन करने के मामले में शायद 10 फसदी ही भारतीय हैं । आज जानिए ऐसी बात जो हम भूलते जा रहे हैं ।

प्राचीन समय में भोजन खाने का तरीका
भारत समेत कई देशों में नीचे बैठकर भोजन करने की परंपरा सदियों से रही है । पश्चिमी संस्‍कृति के प्रभाव में आकर जहां कई लोग अब नीचे बैठकर खाना खाने की बजाय कुर्सी-मेज या अपने बेड पर बैठकर खाना खाना पसंद करते हैं वहीं कुछ देश ऐसे भी जहां अब भी नीचे बैठकर खाना खाने की परंपरा है । जमीन पर बैठकर खाना खाने से हमारी सेहत को कई तरह के फायदे होते हैं ।

पालथी मारकर बैठने का फायदा
जब हम जमीन पर बैठकर खाना खते हैं तो हमें आलथी-पालथी मारकर बैठना होता है । ये एक योग मुद्रा है । एक पैर के ऊपर दूसरा पैर रखकर बैठने की मुद्रा में जब हम खाना खाते हैं तो ये हमारे शरीर के पाचन तंत्र के लिए सबसे अच्‍छी मुद्रा मानी जाती है । इस मुद्रा में भाजन सही प्रकार से शरीर में अवशोषित होता है और उसका अधिक से अधिक फायदा हमारी बॉडी को मिलता है ।

मानसिक रूप से शांति देती है ये मुद्रा
पालथी मारकर बैठना एक आसन की मुद्रा है जिसे पद्मासन कहते हैं । योग में ध्‍यान आदि लगाते हुए इस मुद्रा में बैठा जाता है । जब इस मुद्रा में बैठकर हम भोजन करते हैं तो हमारे दिमाग को भी शांति मिलती है । ऐसे बैठने से हमारी रीढ़ की हड्डी को भी आराम मिलता है । जमीन पर बैठते हुए किसी आसन का प्रयोग अवश्‍य करना चाहिए । खासतौर पर खाना खाते हुए या फिर ध्‍यान लगाते हुए ।

पाचन के लिए सबसे बेहतर पोज
जमीन में बैठकर खाना खाने से हमारा पाचन तंत्र सुखरू रूप से काम करता है । बॉडी में डायजेस्टिव जूस सही तरीके से अपना काम करते हैं । नीचे बैठकर खाने से भूख का एहसास कम होता है और हम खुलकर नहीं खाते बल्कि पेट के अनुसार ही खाना खाते हैं । नीचे बैठकर खाना खाने का सबसे बड़ा फायदा यही है कि हम कम खाना खाते हैं और ये जल्‍दी पच जाता है ।

मांसपेशियां मजबूत होती है
आपको शायद ये पढ़कर अचरज हो लेकिन नीचें बैठकर खाना खाने से हमारा शरीर मजबूत होता है । इस मुद्रा में बैठने से हमारी बैक की मसल्‍स, पेल्विस और पेट के आस-पास की मसल्‍स में खिंचाव होता है । इससे बॉडी में असहजता या फिर दर्द वगैरह की समस्‍या में आराम मिलता है । इस मुद्रा में बैठने से वजन संतुलित रखने में भी मदद मिलती है ।

संबंध मजबूत होते हैं
जमीन पर बैठकर खाने और पूरे परिवार के साथ खाने का मजा ही कुछ और होता है । पूरा परिवार खाने पर एक साथ जरूर होना चाहिए, ऐसा होने से परिवार के सदस्‍यों के बीच संबंध मजबूत होते हैं । इस मुद्रा में बैठने से शरीर को आराम मिलता, दिमाग शांत होता है, सकारात्‍मक विचार आते हैं और मिलबैठकर खाने से स्‍वाद भी दुगना हो जाता है ।

रक्त का प्रवाह सुचारू रूप से होता हैं
नीचे बैठकर खाना खाने पर हुई शोध में सामने आया है कि कुर्सी-टेबल पर बैठकर खाना खाने वालों के मुकाबले जमीन पर बैठकर खाना खाने वालों का ब्‍लड सर्कुलेशन सुचारू रूप से होता है । ब्‍लड सर्कुलेंशन सही तरह से हो तो ये दिल की सेहत के लिए अच्‍छा माना जाता है । दिल सेहतमंद रहेगा तो शरीर तो सेहतमंद होगा ही ।