शुगर का घरेलु इलाज, इस फल के बीजों से बनाएं रामबाण औषधि, कुछ ही दिनों में शुगर होगी कंट्रोल

शुगर की परेशानी हो या फिर हड्डियों की प्रॉब्‍लम । शरीर का कोई अंग नहीं जिसकी बीमारी इस फल से ठीक ना हो पाए । प्राचीन समय का ये देसी नुस्‍खा आप भी जानें ।

New Delhi, Aug 02 : ये है रसभरी, जिसे मकोय या चिरपोटी के नाम से भी जाना जाता है । इंग्लिश में इसे गोल्‍डन बेरी कहते हैं । रसभरी औषधीय तत्‍वों से भरपूर है । खाने में स्वादिष्‍ट और सेहत के लिए लाभदायक । इसका फल ही नहीं बल्कि पंचांग लाभदायक हैं । पंचांग यानी फल, फूल, पत्ती, तना, जड़ सभी कुछ सेहत के लिए लाभदायक माने जाते हैं । रसभरी पेट के रोगों खासतौर से लीवर के लिए चमत्‍कारी माने जाते हैं । रसभरी की पत्तियों का काढ़ा पीने से डायजेशन सुधरता है साथ ही भूख भी बढ़ती है । इस पौधे का हर एक अंग लाभदायक है । इसका इस्‍तेमाल कई प्रकार की दवाईयों में होता है ।

शुगर भगाने का देसी नुस्‍खा
अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो रसभरी आपके लिए रामबाण दवा है । गुणों की खान रसभरी के बीज शुगर पेशेंट के लिए वरदान । इसके बीजों से तैयार औषधि का सेवन कर शुगर लेवल को नियंत्रित किया जा सकता है । रसभरी के बीजों को सुखाकर उनका पाउडर बना लें और रोज एक चम्‍मच सेवन करें ।

ऐसे करें प्रयोग
दिन में दो बार ये चूरन लेने से डायबिटीज छूमंतर हो जाता है । इसका पाउडर आयुवेर्दिक सेंटर्स पर भी उपलब्‍ध है । ये आसानी से बनाया भी जा सकता है । आयुर्वेदिक होने के कारण इसका कोई साइड इफेक्‍ट नहीं है । आप इसका प्रयोग एक हफ्ते तक करें, शुगर में बदलाव नजर आने लगेंगे । धीरे-धीरे डायबिटीज खत्‍म हो जाएगी ।

लीवर और किडनी के लिए भी लाभदायक
फाइब्रोसिस नाम की बीमारी के बारे में सुना है आपने । शायद नहीं, ये एक ऐसा रोग है जिसमें शरीर के दो महत्‍वपूर्ण अंगों लीवर और किडनी पर रेशे उग आते हैं । इस बीमारी के चलते शरीर अंदरूनी रूप से कमजोर होने लगता है और आंतरिक रक्‍तस्‍त्राव भी हो सकता है । रसभरी पर हुई शोध बताती है कि इसके सेवन से शरीर इन रोगों से लड़ता है और बहुत जल्‍दी रिकवरी होने लगती है ।

एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर
रसभरी एंटीऑक्‍सीडेंट गुणों से भरपूर होती है । इसका सेवन करने से शरीर की इमयूनिटी बढ़ती है । इंसान  बार-बार बीमार नहीं होता । ये त्‍वचा के लिए बेहद लाभदायक होती है । एंटीऑक्‍सीडेंट होने के कारण इसका सेवन करने से व्‍यक्ति पर उम्र का असर कम नजर आता है । इसे खाने से त्‍वचा में कसाव रहता है, आंखों के नीचे काले घेरे नहीं पड़ते । ये झाईयों से भी त्‍वचा की रक्षा करता है ।

कई बीमारियों में अचूक असर
गुणों की खान रसभरी कई बीमारियों में अचूक असर करता है । अपच, सूजन, नींद ना आना, हार्ट बीट कम होना, सर्दी खांसी, त्‍वचा संबंधी रोग इन सबमें रसभरी रामबाण असर करती है । औषधीय असर वाली रसभरी का इस्‍तेमाल कई प्रकार की दवाईयों को बनाने में सालों से किया जा रहा है । प्राचीन समय से इसका प्रयोग अनेक प्रकार की औषधियों में किया जाता रहा है । हालांकि किसी भी बीमारी में इसके प्रयोग से पहले एक बार चिकित्‍सीय सलाह जरूर लें ।
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