शुगर की परेशानी हो या फिर हड्डियों की समस्या शरीर का कोई अंग नहीं जिसकी बीमारी इस फल से ठीक ना हो सकती हो । प्राचीन समय का ये देसी नुस्खा आप भी जानें ।
New Delhi, Dec 04 : तस्वीरों में दिख रहे इस फल को यदि आप अभी तक नहीं पहचान पाए हैं तो हम आपको बताते हैं । ये है रसभरी, जिसे मकोय या चिरपोटी के नाम से भी जाना जाता है । इंग्लिश में इसे गोल्डन बेरी कहते हैं । नारंगी, सुनहरे रंग की दिखने वाली ये छोटी-छोटी गोलियां खेतों में अपने आप ही उग जाती हैं । जी हां इन्हें उगाने के लिए कोई मेहनत नहीं करनी पड़ती । लेकिंन खेतों में खरपतवार मानी जाने वाली ये रसभरी एक नहीं कई गुणों की खान हैं । रसभरी औषधीय तत्वों से भरपूर है । खाने में स्वादिष्ट और सेहत के लिए लाभदायक ।
पंचांग है लाभदायक
रसभरी ये फल एक रामबाण औषधि है । इसका फल ही नहीं बल्कि पंचांग लाभदायक हैं । पंचांग यानी फल, फूल, पत्ती, तना, जड़ सभी कुछ सेहत के लिए लाभदायक माने जाते हैं । रसभरी पेट के रोगों खासतौर से लीवर के लिए चमत्कारी माने जाते हैं । रसभरी की पत्तियों का काढ़ा पीने से डायजेशन सुधरता है साथ ही भूख भी बढ़ती है । इस पौधे का हर एक अंग लाभदायक है । इसका इस्तेमाल कई प्रकार की दवाईयों में होता है ।
हड्डियां रहेंगी सेहतमंद
रसभरी के और फायदों की बात करें तो ये आपकी हड्डियों को सेहत मंद रखने में मददगार होता है । इसमें पेक्टिन पाया जाता है जो बॉडी में फॉस्फोरस और कैल्शियम की सही मात्रा बनाए रखता है । इस फल का सेवन करने से बोन्स स्ट्रॉन्ग होती है, ये दांतों की सेहत के लिए भी अच्छा होता है । इसका रोजाना इस्तेमाल बॉडी को कैल्शियम की आपूर्ति करता है ।
शुगर भगाने का देसी नुस्खा
अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो रसभरी आपके लिए रामबाण दवा है । गुणों की खान रसभरी के बीज शुगर पेशेंट के लिए वरदान । इसके बीजों से तैयार औषधि का सेवन कर शुगर लेवल को नियंत्रित किया जा सकता है । रसभरी के बीजों को सुखाकर उनका पाउडर बना लें और रोज एक चम्मच सेवन करें । दिन में दो बाद ये चूरन लेने से डायबिटीज छूमंतर हो जाता है । इसका पाउडर आयुवेर्दिक सेंटर्स पर भी उपलब्ध है ।
लीवर और किडनी
फाइब्रोसिस नाम की बीमारी के बारे में सुना है आपने । शायद नहीं, ये एक ऐसा रोग है जिसमें शरीर के दो महत्वपूर्ण अंगों लीवर और किडनी पर रेशे उग आते हैं । इस बीमारी के चलते शरीर अंदरूनी रूप से कमजोर होने लगता है और आंतरिक रक्तस्त्राव भी हो सकता है । रसभरी पर हुई शोध बताती है कि इसके सेवन से शरीर इन रोगों से लड़ता है और बहुत जल्दी रिकवरी होने लगती है ।
एंटीऑक्सिडेंट
रसभरी एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है । इसका सेवन करने से शरीर की इमयूनिटी बढ़ती है । इंसान बार-बार बीमार नहीं होता । ये त्वचा के लिए बेहद लाभदायक होती है । एंटीऑक्सीडेंट होने के कारण इसका सेवन करने से व्यक्ति पर उम्र का असर कम नजर आता है । इसे खाने से त्वचा में कसाव रहता है, आंखों के नीचे काले घेरे नहीं पड़ते । ये झाईयों से भी त्वचा की रक्षा करता है ।
विटामिन ए
रसभरी विटामिन ए की खान है । इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन ए पाया जाता है । विटामिन का ये प्रकार आंखों के लिए परफेक्ट माना जाता है, इसे खाने से आंखों की परेशानी नहीं होती । आंखों का नंबर नहीं बढ़ता । आंख से पानी आता हो या धुंधला नजर आता हो आप रसभरी का सेवन कर इन सारी परेशानियों से मुक्त हो सकते हैं । रसभरी आपकी आंखों के लिए जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होती है ।
कई बीमारियों में अचूक असर
गुणों की खान रसभरी कई बीमारियों में अचूक असर करता है । अपच, सूजन, नींद ना आना, हार्ट बीट कम होना, सर्दी खांसी, त्वचा संबंधी रोग इन सबमें रसभरी रामबाण असर करती है । औषधीय असर वाली रसभरी का इस्तेमाल कई प्रकार की दवाईयों को बनाने में सालों से किया जा रहा है । प्राचीन समय से इसका प्रयोग अनेक प्रकार की औषधियों में किया जाता रहा है । हालांकि किसी भी बीमारी में इसके प्रयोग से पहले एक बार चिकित्सीय सलाह जरूर लें ।