आपने अपना टूथ ब्रश आखिरी बार कब चेंज किया था ?

रोज ब्रश करने के बावजूद अगर आपको दांतों की प्रॉब्‍लम हो रही है तो हो सकता है आपके टूथ ब्रश का दोष हो । दांतों की समस्‍या में आपके ब्रश का भी अहम रोल होता है ।

New Delhi, Dec 08 : भला ये भी कोई पूछने की बात है कि आपने अपना टूथ ब्रश आखिरी बार कब चेंज किया था । आपका ब्रश है जब मन करे तब चेंज करेंगे । नहीं मन किया तो उसी दो साल पुराने ब्रश को दांतों पर घिसते रहेंगे और नुकसान पहुंचाएंगे । जी हां आपने ठीक सुना दांतों की सफाई के लिए इसतेमाल होने वाले टूथ ब्रश को समय पर बदलना बहुत जरूरी है । अगर आप इसे समय-समय पर नहीं बदलते हैं तो आपको ओरल हाईजीन से जुड़ी कई परेशानियां घेर सकती हैं । आगे जानें दांतों की सेहत से जुड़ी कुछ जरूरी बातें ।

हर 3 महीने में बदलें ब्रश
डेंटिस्‍ट के अनुसार हर तीन महीने में टूथ ब्रश को चेंज करना चाहिए । ज्‍यादा पुराना ब्रश यूज करने से उसके ब्रिसल्‍स हार्ड हो जाते हैं और वो दांतों के साथ मसूड़ों को भी नुकसान पहुंचाते हैं । मसूड़ों से खून निकलना, मुंह से बदबू आना इसकी वजह पुराने ब्रश का इस्‍तेमाल भी हो सकता है, क्‍योंकि वो आपके मुंह की प्रॉपर सफाई कर ही नहीं रहा है । पुराने ब्रश दांतों के बैक्‍टीरिया पर बेअसर साबित होते हैं ।

हमेशा सॉफ्ट ब्रश यूज करें
मार्केट में मिलने वाले ब्रश तीन तरह के होते हैं । शायद आपने इस बात पर ध्‍यान ना दिया हो लेकिन ये हार्ड, मीडियम और सॉफ्ट कैटेगरी में उपलब्‍ध हैं । कोशिश करें हमेशा सॉफट ब्रश का ही इस्‍तेमाल करें । ये भी ध्‍यान रखें कि टूथ ब्रश हमेशा आराम से करना चाहिए, ज्‍यादा तेजी से ब्रश करने पर ये आपके दांतों को नुकसान पहुंचा सकता है । ब्रश करते हुए ध्‍यान रखें कि आप उसे सर्कुलर मोशन में दांतों पर घुमाएं । अंदर के दांतों को भी साफ करने की कोशिश करें ।

टूथ ब्रश दो बार करें
बचपन से सुनते आ रहे हैं हम, और अपने बच्‍चों को भी सिखाते हैं कि दिन में दो बार ब्रश करना जरूरी है । सुबह उठने के बाद और रात को सोने से पहले ब्रश करने की सलाह डॉक्‍टर भी देते हैं । लेकिन अकसर इस नियम में खलल पड़ता है और दांत ऐसे ही रह जाते हैं । दांतों की सफाई आपकी दिनचर्या का हिस्‍सा होनी चाहिए । इससे दांतों को सड़ाने वाले कीटाणु से मुक्ति मिलती है ।

दांतों के पीलेपन के ये हैं कारण
टूथ ब्रश के अलावा आपको अपने दांतों को हैल्‍दी बनाए रखने के लिए कुछ और बातों का ख्‍याल रखना भी जरूरी है । जैसे दांतों का पीलापन, इसकी वजह चॉकलेट, ज़्यादा तेल मसाले वाला खाना भी हो सकता है और कॉफी और चाय का सेवन करना भी । सिगरेट, शराब या तंबाकू की लत, ये सभी चीजें आपके दांतों को नुकसान पहुंचाती है । कुछ भी खाने के बाद मुंह की सफाई बेहद जरूरी है ।

मीठा अवॉयड करें
जितना हो सके कम मीठा खाएं । अकसर घरों में छोटे बच्‍चों को कभी चॉकलेट तो कभी टॉफी, कभी उनकी मनपसंद मिठाई खाने को दी जाती है । बच्‍चे को इनकी आदत लगने पर इसका असर उनके दांतों पर देखने को पड़ता है । कई मां बाप ये सोचकर बेपरवाह रहते हैं कि दूध के दांत हैं टूटने तो हैं ही । लेकिन आपकी ये लापरवाही बच्‍चे के नए दांतों को भी नुकसान पहुंचा सकती है ।

माउथवॉश का कम से कम इस्‍तेमाल
कई लोग बैड ब्रेथ से बचने के लिए माउथवॉश का प्रयोग करते हैं, ध्‍यान रहे ये एल्‍कॉहल फ्री हो । एल्‍कॉहल युक्‍त माउथवॉश से मुंह के टिश्‍यू ड्राई हो जाते हैं । इससे मुंह का कैंसर तक हो सकता है । नैचुरल फ्रेशनर के रूप में तुलसी या लौंग खा सकते हैं ये दांतों के लिए फायदेमंद भी होती है । नमक के पानी से कुल्‍ला करना भी दांतों के लिए अच्‍छा माना जाता है ।

चेकअप जरूर कराते रहें, ये जरूरी है
साल में एक बार आपको दांतों का चेकअप कराते रहना चाहिए । अगर आपके दांत में दर्द है या गम्‍स से खून निकल रहा है तो डेंटिस्‍ट के पास जाने की जरूरत है । दांतों में अगर किसी तरह की कोई सेंसिटिविटी महसूस हो रही हो तो भी दांतों के डॉक्‍टर से जरूर मिलें । दांतों में कीड़ा लगने की समस्‍या से बचने के लिए हर 6 महीने में रूटीन चेकअप कराते रहें ।