पैंट के पीछे वाली पॉकेट में है पर्स रखने की आदत, आप हो सकते हैं इस बीमारी के शिकार!

क्‍या आप भी अपने पेंट की बैक पॉकेट में भरी भरकम पर्स लेकर चलते हैं । अगर आपका जवाब हां तो ये खबर जरूर पढ़ें, आपके बहुत काम की है ।

New Delhi, May 05 : आमतौर पर पुरुष अपने पैसे, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, विजिंट कार्ड सब अपने पर्स में ही रखकर चलते हैं । कई लोग इसमें सिक्‍के वगैरह भी रखते हैं । ये पर्स उनकी उनकी बैक पॉकेट में रहता है  । ऐसा करना ज्‍यादातर पुरुषों की आदत में शुमार है । लेकिन क्‍या ये आदत आपके लिए सही हे, बैक पॉकेट में भारी पर्स रखने से हो सका है आप किसी समस्‍या के शिकार हो रहे हैं । जिसका पता आपको धीरे-धीरे चले । लेकिन ऐसा भी हो सकता है कि जब तक आप इसके लिए सावधान होएं तब तक ये बहुत बड़ी प्रॉब्‍लम हो जाए । आगे पढ़ें …

बैक पॉकेट में पर्स
घर से बाहर निकलते हुए पुरुष दो चीजें ही अपने साथ कैरी करते हैं । एक है मोबाइल और दूसरा है उनका वॉलेट । मोबाइल से होने वाले नुकसान के बारे में तो आप कई बार पढ़ चुके होंगे लेकिन पर्स रखने के क्‍या नुकसान हैं ये हम आज आपको बताते हैं । पुरुषों की अपने बैक पॉकेट में वॉलेट रखने की आदत के नुकसान कई हैं ।

पर्स का भारी होना है कारण
पस र्आपकी जेब में नहीं तो और कहां होगा । बिलकुल इसे आपकी पॉकेट में ही होना चाहिए, लेकिन जरा सोचिए आपके पर्स में रखे उस भार के बारे में । रुपयों के अलावा आपके पर्स में डेबिट-क्रेडिट कार्ड, कई लोगों विजिटिंग कार्ड, शहरों में हे तो मेट्रो कार्ड, लाइसेंस जैसी कई चीजें भरी होती है । ऊप्‍र से कई लोग सिकके भी रखते हैं । इन सब चीजों पर्स का वजन बढ़ जाता है और ये बीमारी का कारण बन जाता है ।

बैक पॉकेट में रखे पर्स से नुकसान पर रिसर्च
वाटरलू यूनिवर्सिटी में स्पाइन बायोमेकेनिक्स के प्रोफ़ेसर स्टुअर्ट मैकगिल ने कुछ ऐसे युवा मरीजों पर अध्‍ययन किया जो लंबे समय से पीठ दर्द की समस्‍या से जूझ रहे थे । उनका ज्‍यादातर शोध का हिस्‍सा उन युवकों पर केन्द्रित रहा जो स्‍याटिका की समस्‍या से ग्रसित हो सकते थे । ये हमारे कूल्‍हे में स्थित स्‍याटिका नर्व के दबने के कारण होता है ।

ऐसे की रिसर्च
प्रोफेसर मैकगिल ने कुछ युवा मरीजों को एक ही तरफ के बट-चीक के नीचे पर्स के आकार की छोटी ठोस चीज वस्‍तु रखकर बैठने को कहा ।  मरीजों ने ऐसा लंबे समय तक किया । जिससे उन्‍हें बहुत दर्द अनुभव होने लगा । प्रोफेसर मैकगिल के इस अध्‍ययन के अनुसार अगर आप सामान्य पर्स को कुछ देर के पीछे की पॉकेट में रखें तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा । लेकिन घंटों तक इसे झेलते रहें तो हिप जॉइंट और कमर के निचले हिस्से में दर्द होने लगता है । जो हमेशा रहने पर परेशान कर सकता है ।

कहां रखें पर्स
अब सवाल ये भी है कि पर्स बैक पॉकेट में नहीं रख सकते तो कहा रखें । अगर आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जाते हें तो एक बैग कैरी कर लें । बाइक पर जाते हुए भी बेग का प्रयोग करें । अगर आप अपनी गाड़ी से जाते हैं तो पर्स को गाड़ी के ड्रॉर में रख लें । जब गाड़ी से उतरें तो वॉलेट को हाथ में कैरी कर लें ।