सब्जियों में जरूर डालें ये खास मसाले, सेहत के लिए करते हैं दवाओं का काम

खाने में इस्‍तेमाल किए जाने वाले मसाले सेहत के लिए रामबाण दवाएं हैं । इन मसालों का प्रयोग खाने को स्‍वादिष्‍ट बनाने के लिए होता है लेकिन ये मसाले आपकी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं ।

New Delhi, Dec 09 : हल्‍दी, धनिया, जीरा, अजवायन, लौंग, दालचीनी और भी बहुत कुछ । नाम कई है लेकिन इनके फायदे भी अनेक हैं । जीरा हो या अजवायन खाने का स्‍वाद बढ़ाने के साथ ये आपको अच्‍छी सेहत का भी वरदान देते हैं । भारत में किसी भी देश के मुकाबले सबसे ज्‍यादा मसालों का प्रयोग होता है । इन मसालों के जरिए भारतीय सदियों से खुद को सेहतमंद रखते आए हैं । जानिए ऐसे ही कुछ खास मसालों के बारे में । जो स्‍वाद के साथ सेहत से भी भरे हैं ।

हल्‍दी
औषधीय गुणों से भरपूर हल्‍दी का प्रयोग गरम दूध के साथ करने से ये किसी भी तरह की चोट को जल्‍दी से भरने का काम करता है । ये एंटीसेपिटक औषधि है, इसे चोट पर सीधे लगाने से खून का बहना रुक जाता है । हल्‍दी कफ, जुकाम, बुखार में भी प्रयोग में लाई जाती है । सब्‍जी में मसाले के रूप में हल्‍दी का प्रयोग करने से ये रोज हमारी बॉडी को थोड़ी-थोड़ी सेहत देती रहती है ।

जीरा
भारतीय व्‍यंजन में तड़के के रूप में इसतेमाल किया जाने वाला जीरा कई गुणों की खान है । फैट, प्रोटीन, फाइबर से भरपूर होने के साथ ये आयरन का बेहतरीन स्रोत है । विटामिन बी और ई इसमें प्रचुर मात्रा में पाया जाता है । जीरा खाना और इसका पानी पीना बहुत ही सेहत भरा है । खासतौर से गर्भावस्‍था के दौरान इसके बहुत से लाभ हैं । जीरा नैचुरल रूप से ब्‍लड शुगर कंट्रोल करता है ।

लौंग
लौंग एक प्राकृतिक दर्द निवारक है, ये दांतों के लिए बहुत फायदेमंद है । दांत में अगर दर्द हो रहा तो आप एक लौंग दर्द वाली जगह पर दबा लीजिए इससे निकलने वाला रस धीरे – धीरे दर्द को दूर कर देगा । लौंग खाने से मुंह की बदबू दूर होती है । ये हमारे पाचन तंत्र के लिए बहुत उपयोगी है । लौंग एक बढि़यां नैचुरल एंटीसेप्टिक है ।

धनिया
धनिया और चीनी का शरबत पीने से भी पेट की जलन ठीक हो जाती हैं। इसके लिए थोडा धनिये के पाउडर लें। एक गिलास पानी लें। अब थोड़ी – सी मात्रा में चीनी को लेकर उसके साथ धनिया पाउडर को मिलाकर पानी में घोल कर पी जाये। पेट की जलन शांत हो जाएगी। हरा धनिया खाना भी सेहत के लिए अच्‍छा माना जाता है । इसे डिश को गार्निश करने के लिए इसतेमाल किया जाता है । इसमें बहुत ही अच्‍छी खुशबू आती है ।

राई
छोटे-छोटे से राई के दाने सेहत के लिए वरदान है । इसे खाने से पेट में कीड़े नहीं होते । ये खाना पचाने में सहायक है । छोटे बच्‍चों को राई खिलाने से उन्‍हें बहुत फायदा होता है । खाना पचने की प्रक्रिया सामान्‍य रहती है । बच्‍चों के पेट में कीड़े की परेशानी बहुत आम है । इसके लिए राई का पेस्‍ट बनाकर बच्‍चों को थोड़ा-थोड़ा पानी के साथ पिलाना फज्ञयदेमंद रहता है ।

इलायची
खुशबूदार छोटी इलायची का सेवन मुखवास के रूप में किया जाता है । दरअसल ये खाने को पचाने में सहायक होती है । एसिडिटी नहीं होने देती और पेट में आए भारीपन को दूर करती है । खाना खाने के बाद होने वाली बेचैनी को इलायची चुटकियों में दूर कर देती है । दिनभर में चार से पांच इलायची का सेवन करना चाहिए, ये हैल्‍थ के लिहाज से अच्‍छा होता है ।

काली मिर्च
भारत कली मिर्च का सबसे बड़ा उत्‍पादक देश हुआ करता था लेकिन अब ये सम्‍मान वियतनाम को प्राप्‍त है । काली मिर्च को ब्‍लैक पर्ल्‍स भी कहा जाता है । काली मिर्च का प्रयोग सर्दी-जुकाम-खांसी के जलए किया जा सकता है । इसका पाउडर बनाकर काढ़े में इसतेमाल करने से इम्‍यूनिटी स्‍ट्रॉन्‍ग होती है । इसके नियमित सेवन से भूख ना लगने की प्रॉब्‍लम दूर होती है, ये पाचन तंत्र के लिए भी फायदेमंद है ।

हींग
सुगंध से भरपूर एक ऐसा मसाला जिसका प्रयोग आयुर्वेद में सदियों से होता आ रहा है । हींग का प्रयोग करने से गैस की परेशानी नहीं होती । दालों में, बैंगन, अरबी, आलू जैसी सब्जियों में इसका इस्‍तेमाल करने से वात की समस्‍या नहीं होती । ये पाचन में सहायक होता है । चुटकी भर हींग 4 लोगों के लिए बने खाने के लिए पर्याप्‍त मानी जाती है । इसे अपने भोजन में जरूर इसतेमाल करना चाहिए ।
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