शुगर फ्री और फैट फ्री प्रोडक्ट्स हैं अनहेल्दी, ऐसे उत्पादों को खाने से बचें

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शुगर फ्री फूड्स में आर्टिफिशल स्वीटनर्स डले होते हैं, जो आपकी सेहत के लिये ठीक नहीं होते, इसके साथ ही जिन फूड प्रोडक्ट्स पर फैट फ्री लिखा होता है, उनमें शुगर कंटेंट बहुत हाई होता है।

New Delhi, Nov 19 : विज्ञापन, प्रोडक्ट्स और सोशल मीडिया पर छपे लेबल्स की वजह से हम कई अनहेल्दी फूड्स को हेल्दी मान लेते हैं, जबकि हकीकत कुछ और ही होता है। उदाहरण के तौर पर शुगर फ्री फूड्स में आर्टिफिशल स्वीटनर्स डले होते हैं, जो आपकी सेहत के लिये ठीक नहीं होते, इसके साथ ही जिन फूड प्रोडक्ट्स पर फैट फ्री लिखा होता है, उनमें शुगर कंटेंट बहुत हाई होता है। ओटमील, फ्लेवर्ड योगर्ट, पैकेज्ड सलाद, ड्राइट फ्रूट आदि कुछ ऐसे फूड आइटम्स हैं, जो हमें हेल्दी लगते हैं, लेकिन इन्हें खाना सेहत के लिये ठीक नहीं है।

ड्राईड फ्रूट्स
हमें तो अब तक यही पता था कि ड्राई फ्रूट्स में कई न्यूट्रिएंट्स होते हैं, लेकिन इसका मतलब ये कतई नहीं होता कि ड्राईड फ्रूट्स में भी पोषक तत्व होंगे। Fruits5फिर चाहें ड्राईड मैंगो हो या ड्राईड पाइनएप्पल, दोनों में ही शुगर की मात्रा काफी ज्यादा होती है, ड्राईड मैंगों की एक सर्विंग में 27 ग्राम तक शुगर और कई प्रीजर्वटिव होते हैं, इन्हें खाना सेहत के लिये नुकसानदायक होता है।

ग्लूटन फ्री प्रोडक्ट्स
हमें ऐसा लगता है कि ग्लूटन फ्री प्रोडक्ट्स खाने से हमारी सेहत को नुकसान नहीं होगा, लेकिन सच्चाई कुछ और ही है,Gluten free असल में इसमें चावल का आटा, स्टार्च और शुगर कंटेंट हाई होता है, यानी इसे खाने से हमारे शरीर में कोई न्यूट्रिएंट्स नहीं जाते, सिर्फ इतना ही नहीं ग्लूटन फ्री प्रोडक्ट्स में ग्लूटन फिल्ड फूड्स के मुकाबले ज्यादा कैलरीज और शुगर होती है, ये हमारी सेहत के लिये नुकसानदायक हो सकता है।

शुगर फ्री फू़ड्स
हम मीठे की चाहत में अक्सर शुगर फ्री फूड्स चुनते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनमें जो ऑर्टिफिशल स्वीटनर डाला जाता है, sugar free1उससे कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी भी हो सकती है, इसलिये प्रोडक्ट खरीदते समय हमेशा लेबल पर ध्यान जरुर दें, अगर वो उत्पाद नेचुरल सोर्सिस से बना है, तो ये ठीक नहीं है, नहीं तो फीकी चाय ही बेहतर है, उसे ही पिएं।

फैट फ्री या लो-फैट प्रोडक्ट्स
हालिया रिसर्च के अनुसार फैट फ्री या लो फैट प्रोडक्ट्स लेने का भी कोई फायदा नहीं है, Fat freeक्योंकि इनमें अन्य प्रोडक्ट्स के मुकाबले 10 फीसदी ज्यादा कैलरीज और 40 फीसदी ज्यादा शुगर होती है, दरअसल ऐसे प्रोडक्ट्स में फ्लेवर फैट के कारण ही आता है। जब प्रोडक्ट में फैट नहीं डला होता, तो ऑर्टिफिशल फ्लेवर्स और ऑर्टिफिशल शुगर का इस्तेमाल होता है, जो शरीर के लिये अनहेल्दी होता है।

इंस्टेंट ओट्स
आपने अक्सर कई दोस्तों को कहते सुना होगा, कि वजन कम करने के लिये इंस्टेंट ओट्स हेल्दी और बेस्ट हैं, Instant-Oats2लेकिन क्या आपको पता है कि इसमें शुगर और कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा काफी ज्यादा होती है, इसे नियमित रुप से खाने से शरीर में शुगर की मात्रा बढ सकती है। इंस्टेंट ओट्स की जगह आप घर पर ही ओट्समील बनाकर खाएं, ये आपके लिये ज्यादा फायदेमंद होगा।

ऐसे चेक करें शुगर फ्री
अक्सर खाने-पीने के सामानों को शुगर फ्री कहकर उपभोक्ताओं के सामने पेश कर दिया जाता है, लेकिन सच्चाई में ऐसा नहीं होता है, sugar free2शुगर फ्री के नाम पर कुछ कंपनियां उपभोक्ताओं को बेवकूफ बनाने की कोशिश करती है, प्रोडक्ट के लेबल को ध्यान से पढें, अगर सामाग्री में कहीं भी शुगर लिखा हुआ मिल जाए, तो समझ लें, कि वो उत्पाद शुगर फ्री बिल्कुल नहीं है।

लो फैट डाइट के नुकसान
ये स्टडी उन स्वास्थ्य सलाह के विरोध में हैं, जो लोगों को अपनी डाइट में फैट वाली चीजें कम करने को बोलती है, weight lossनेशनल हेल्थ सर्वे कम फैटी फूड्स खाने को मना करता है। क्योंकि ये कोलेस्ट्रॉल लेवल बढाता है, साथ ही इससे हार्ट डिजीज का भी खतरा बढता है। इसलिये कभी भी लगातार लो फैट डाइट नहीं लेना चाहिये, नहीं तो इसके कई नुकसान हो सकते हैं।

कार्ब्स फूड होते हैं कम हेल्दी
जो लोग भी अपनी डाइट में फैट फ्री उत्पाद खाते हैं, वो कार्ब्स ज्यादा लेते हैं, जैसे पास्ता, ब्रेड और चावल, Carbsलेकिन वो ये नहीं जानते कि उनके शरीर के लिये महत्वपूर्ण न्यूट्रिएंस कम होते जाते हैं। कार्ब्स वाले फूड्स ज्यादा अनहेल्दी होते हैं, स्टडी में ये पाया गया है कि चीनी और प्रोसेस्ड मील से जल्दी मौत की संभावना 28 फीसदी तक बढ जाती है।

(नोट : इस आर्टिकल में दी गई जानकारियां रिसर्च पर आधारित हैं । इन्‍हें लेकर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूरी तरह सत्‍य और सटीक हैं, इन्‍हें आजमाने और अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)