डेंगू के इलाज में कारगर हैं ये घरेलू नुस्खे, आजमा कर देखिए

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अगर किसी को डेंगू हो जाए तो उसे फौरन डॉक्टर को दिखाना चाहिए, साथ ही वो कुछ घरेलू नुस्खे  अपना कर भी डेंगू का इलाज कर सकता है। पढ़िए उन नुस्खों के बारे में।

New Delhi, Nov 07: सर्दियों के मौसम में जिस बीमारी का खतरा सबसे ज्यादा होता है वो डेंगू है, हालांकि ये बुखार कभी भी किसी को हो सकता है, लेकिन सर्दियों में मच्छरों की संख्या बढ़ने के कारण डेंगू बुखार भी तेजी से फैलने लगता है। डेंगू होने पर आप डॉक्टर के पास जाते हैं, जो कि जरूरी भी है, उस से पता चलता है कि बुखार की क्या हालत है। एडीज  मच्छर के काटने से डेंगू वायरस फैलता है। डेंगू होने पर प्लेटलेट्स कम होने लगती है। अगर इनको रोका ना जाए तो ये जानलेवा भी हो सकता है। ऐसे में हम आपको डेंगू से निपटने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे बता रहे हैं। ये नुस्खे डेंगू के इलाज में काफी कारगार साबित हुए हैं. डेंगू होने पर आप डॉक्टर को जरूर दिखाएं लेकिन साथ में ये नुस्खे भी आजमा कर देखिए।

डेंगू की कोई खास दवा नहीं है
सबसे पहले तो हम आपको ये बता दें कि डेंगू से बचने के लिए कोई विशेष दवा नहीं है। डेंगू होने पर ड़ॉक्टर आपकी ब्लड रिपोर्ट रोज चेक करते हैं। उस से प्लेटलेट काउंट पता चलता है। इसके अलावा वो कोई खास दवा देगा तो ये सही नहीं है। आपको आराम करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा बहुत सारे पेय पदार्थ पीने की सलाह भी दी जाती है। तो ऐसे में ये घरेलू नुस्खे काम आ सकते हैं।

गिलोय का तना
डेंगू होने पर सबसे पहले गिलोय के बारे में चर्चा की जाती है। इसका कारण ये है कि ये डेंगू के इलाज में रामबाण साबित होता है। आयुर्वेद में गिलोय का बहुत महत्व है। ये मेटाबॉलिक रेट बढ़ाने, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखने और शरीर को इंफेक्शन से बचाने में मदद करता है। जानकारों का कहना है कि गिलोय के तनों को उबालकर हर्बल ड्रिंक की तरह पिया जा सकता है। इस ड्रिंक में तुलसी के पत्ते भी डाले जा सकते हैं।

गोल्डनसील
गोल्डनसील उत्तरी अमेरिका में पाया जाने वाला एक हर्ब है। इसे दवाई बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस हर्ब में डेंगू बुखार के साथ साथ डेंगू वयरस को भी खत्म करने की क्षमता होती है। ये पपीते की पत्तियों की तरह ही काम करता हैं और उसी की तरह इसका भी प्रयोग किया जाता है. इसे कूट के सीधे चबाकर या फिर जूस पीकर लाभ उठाया जा सकता है.

पपीते के पत्ते
इसके बारे में भी आपने सुना ही होगा, ये डेंगू के घरेलू इलाज में काम आता है। डॉक्टर भी कहते हैं कि पपीते का पत्ता प्लेटलेट्स की गिनती बढ़ाने में मदद करता है। इसके साथ ही, शरीर में दर्द, कमजोरी महसूस होना, उबकाई आना, थकान महसूस होना जैसे बुखार के लक्षण को कम करने में सहायक है। पपीते के पत्तों को कूट कर खा सकते हैं या फिर इन्हें ड्रिंक की तरह भी पिया जा सकता है।

तुलसी के पत्ते और काली मिर्च
अगला घरेलू नुस्खा तुलसी के पत्तों और काली मिर्च का है। तुलसी के पत्तों और लगभग दो ग्राम काली मिर्च को पानी में उबालकर पीना चाहिए, ये सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता है। इसे पीने से शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता है, साथ ही ये एंटी-बैक्टीरियल तत्व के रूप में कार्य करती है। डेंगू के बुखार में शरीर को इसकी जरूरत होती है, ये शरीर को कमजोर होने से रोकता है।

मेथी के पत्ते
डेंगू का इलाज करने में मेथी के पत्ते भी कारगर साबित होते हैं। मेथी के पत्ते बुखार कम करने के लिए सहायक हैं. ये पीड़ित का दर्द दूर कर आसानी से नींद लाने में मदद करते हैं। मेथी की पत्तियों को पानी में भिगोकर उसके पानी को पीने से डेंगू में फायदा मिलता है। इसके अलावा, मेथी पाउडर को भी पानी में मिलाकर पी सकते हैं। डेंगू होने पर ये उपाय काफी कारगर साबित हो सकता है।

हल्दी का फायदा
हल्दी के फायदों के बारे में तो आप जानते ही होंगे, इसका प्रयोग हर दिन किया जाता है। लेकिन बहुत कम लोग ही जानते होंगे कि डेंगू के इलाज में भी हल्दी का प्रयोग किया जाता है। ये मेटाबालिज्म बढ़ाने के लिए इस्तेमाल की जाती है. यही नहीं, घाव को जल्दी ठीक करने में भी मददगार साबित होती है. हल्दी को दूध में मिलाकर पीया जा सकता है.शरीर को डेंगू से लड़ने की ताकत मिलती है।