कितनी मात्रा में खानी चाहिए चीनी, क्‍या आप जानते हैं इसकी सही मात्रा ?

चीनी को सफेद जहर कहा जाता है, लेकिन शुगर कितनी मात्रा में खाना सही है ये भी जानना आवश्‍यक है । आगे जानिए शुगर से होने वाले नुकसान ।

New Delhi, Aug 05 : चीनी जितनी मीठी होती है सेहत की नजर से देखें तो ये उतनी ही कड़वी भी साबित होती है । शुगर का बहुत अधिक प्रयोग आपके शरीर में बीमारियों की कड़वाहट घोल सकता है । इसे जितना कम खाने की आदत डालो उतना ही अच्‍छा । लेकिन शुगर का प्रयोग तो कई वर्षों से किया जा रहा है, अब इसके सेहत पर असर को इतना गंभीर क्‍यों माना जा रहा है । इस सवाल का जवाब आपकी जीवनशैली में छिपा है ।

इतनी चीनी खाएं
विशेषज्ञों के अनुसार प्रतिदिन 1,600 कैलोरीयुक्त आहार लेने वाला युवा व स्वस्थ व्यक्ति प्राकृतिक पदार्थों से प्राप्त होने वाली चीनी केअतिरिक्त 6 छोटे चम्मच यानी 24 ग्राम चीनी बिना किसी जोखिम के ले सकता है । इसी तरह 2,200 कैलोरीयुक्त आहार लेने वाला व्यक्ति 12 चम्मच यानी 48 ग्राम चीनी ले सकता है ।

इन बातों का रखें ध्‍यान
मीठे के नाम पर हम ज्यादा कोल्ड ड्रिंक्स और आइसक्रीम आदि लेते हैं, जो सिर्फ कैलोरीज बढ़ाते हैं, शरीर को किसी भी प्रकार का पोषण नहीं देते. कोल्ड ड्रिंक्स की जगह सादा ठंडा पानी, डब्बाबंद फू्रट जूस की जगह आधा कप 100% ताजे फलों का रस और खाने के बाद मीठे की जरूरत महसूस हो तो खीर या हलवे की जगह ताजे फल लेने चाहिए ।

चीनी से नुकसान
चीनी अधिक मात्रा में खाने से डयबिटीज की समस्‍या हो जाती है । ये शरीर में इंसुलिन को इम्‍बैंलेस कर देती है । सफेद चीनी बनाने के प्रोसेस में इसमें मौजूद आवश्‍यक फास्‍फोरस जल जाता है, जबकि गुड़ में ये मौजूद रहता है । मीठे के लिए शुगर की जगह गुड़ का प्रयोग करना अधिक सुरक्षित रहता है । अच्‍छी सेहत के लिए शुगर की जगह गुड़ का इस्‍तेमाल करने की सलाह दी जाती है ।

हाई बीपी की प्रॉब्‍लम
चीनी पूर्ण रूप से कार्बोहाइड्रेट होती है, यह ब्‍लड में सीधे पहुंचकर रकत के दबाव पर असर डालती है । शुगर की अधिक मात्रा हाई बीपी जैसी प्रॉब्‍लम की वजह बनती है । हाई ब्‍लड प्रेशर से हार्ट अटैक की संभावना बढ़ती है । बीपी कई दूसरी बीमारियों की भी जड़ है । शुगर की संतुलित मात्रा सेहत के लिए बहुत आवश्‍यक है, इसका अधिक सेवन जानलेवा हो सकता है ।

ब्रेन अटैक का डर
अधिक शुगर का सेवन रक्‍त के दबाव को प्रभावित करता है, ये हाई बीपी का कारण है । ब्‍लड में कोई भी असंतुलन होते ही इसका असर मस्तिष्‍क पर पड़ने लगता है और व्‍यक्ति को ब्रेन अटैक या ब्रेन हैमरेज तक हो सकता है । शुगर मधुमेह रोगियों के लिए जहर की तरह है, थोड़ी भी लापरवाही बरतने का नतीजा जानलेवा हो सकता है ।

गुड़ का सेवन लाभदायक
भारत में लंबे समय से मीठे के लिए गुड़ का प्रयोग होता आया है । गन्‍ने से शुगर चीनी बनाने की प्रकिया का ही एक हिस्‍सा है गुड़ बनाना । गुड़ को आज भी पारंपरिक विधि से ही बनाया जाता है, ये खाने में अधिक स्‍वादिष्‍ट होता है और पोषक तत्‍वों से भरपूर होता है । बस डायबिटीज के पेशेंट्स को गुड़ नहीं खाना चाहिए उनके लिए ये शुगर जितना ही हानिकारक होता है ।