Omicron- काढा पीकर इम्यूनिटी बढाने वाले कर बैठते हैं ये 5 गलतियां, शरीर पर उल्टा असर

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विशेषज्ञ का कहना है कि काढा पीने वालों की उम्र, मौसम और स्वास्थ्य को मॉनिटर करना बहुत जरुरी है, रेगुलर काढा पीने वाले कमजोर स्वास्थ्य के लोगों को कई बड़ी परेशानी हो सकती है।

New Delhi, Jan 10 : हमारा इम्यूनिट सिस्टम शरीर को बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है, इसलिये कोराना का खतरा बढते ही डॉक्टर्स लोगों को काढा पीने की सलाह देते हैं, जो इम्यूनिटी को बढाता है, डॉक्टर्स का कहना है कि काढा बनाते समय जाने-अनजाने अकसर लोग ऐसी गलतियां करते हैं जिससे शरीर पर उसका उल्टा ही असर होने लगता है, इम्यूनिटी बढाने वाले काढे में अगर गुणकारी तत्वों की सही मात्रा का ख्याल ना रखा जाए, तो उसके नुकसान भी झेलने पड़ सकते हैं।

विशेषज्ञ का कहना है कि काढा पीने वालों की उम्र, मौसम और स्वास्थ्य को मॉनिटर करना बहुत जरुरी है, रेगुलर काढा पीने वाले कमजोर स्वास्थ्य के लोगों को कई बड़ी परेशानी हो सकती है, नाक से खून, मुंह छाले, एसिडिटी, पेशाब आने में समस्या तथा डाइजेशन की समस्या आपको घेर सकती है, ऐसे में आपको तुरंत डॉक्र की सलाह लेनी चाहिये।

काढा बनाने में लोग अकसर काली मिर्च, दालचीनी, हल्दी, गिलोय, अश्वगंधा, इलाइची तथा सोंठ का इस्तेमाल करते हैं, ये सभी चीजें आपके शरीर को काफी गर्म कर देती है, शरीर का तापमान अचानक बढने से नाक से खून या फिर एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती है।
काढा बनाने के लिये आप जिन चीजों का इस्तेमाल करते हैं, उनकी मात्रा में संतुलन बेहद जरुरी है, अगर काढा पीने से आपको कोई परेशानी हो रही है, तो फिर उसमें दालचीनी, काली मिर्च, अश्वगंधा तथा सोंठ की मात्रा कम ही रखें।

सर्दी या जुकाम से परेशान लोगों के लिये काढा बड़ा फायदेमंद माना जाता है, हालांकि कुछ लोगों को इसमें बड़ी सतर्कता बरतनी चाहिये, खासतौर से उन लोगों को जिन्हें पित्त की शिकायत है, इन लोगों को काढे में काली मिर्च, सोंठ और दालचीनी का इस्तेमाल करते समय खास सावधानी बरतनी चाहिये।
यदि आप काढे का रेगुलर इस्तेमाल नहीं कर रहे, तो उसे कम मात्रा में ही लेना सही होगा, काढा बनाते समय बर्तन में सिर्फ 100 एमएल पानी डालें, फिर जरुरी चीजों को मिलाने के बाद उसे तब तक उबालें, जब तक वो 50 एमएल ना हो जाए।