कैंसर को शुरुआत में ही पहचानें, ये लक्षण दिखते ही डॉक्‍टर से संपर्क करें

कैंसर के शुरुआती लक्षण बीमारी से हफ्तों पहले दिखाई देने शुरू हो जाते हैं, लेकिन अकसर हम इन्‍हें सामान्‍य परेशानी समझकर इग्‍नोर कर देते हैं । लेकिन इन लक्षणों को पहचाानकर इलाज के लिए सही समय पर जाना जरूरी है ।

New Delhi, Jul 30 : दुनिया भर में जो कैंसर सबसे ज्‍यादा लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है वो है ब्रेस्ट कैंसर । इसकी चपेट में आने वाले मरीज सिर्फ महिलाएं ही नहीं पुरुष भी हैं । स्‍तन में कोई गांठ महसूस होना, निप्‍पल का रंग बदलना, निप्‍पल में खुजली या फिर इसका अंदर की ओर मुड़ना । स्‍तनों के आकार में कोई बदलाव, ऐसा कुछ भी महसूस हो तो डॉक्‍टर की सलाह जरूर लें । पेशाब या मल के साथ ख़ून आने की समस्‍या हो रही हो तो इसे छिपाएं नहीं और ना ही नीम हकीम के चक्‍कर में पड़ें । ये लक्षण किडनी या गॉल ब्‍लैडर में कैंसर के संकेत हो सकते हैं । इसकी तुरंत जांच जरूरी है । वहीं, अगर आपको लंबे समय से कब्‍ज या डायरिया की शिकायत है तो इसकी भी जांच कराएं ये कोलोन यानी आंतों के कैंसर का कारण हो सकता है ।

बुखार और खांसी/दर्द और थकान
कैंसर की बीमारी सबसे पहले आपके इमयून सिस्‍टम को प्रभावित करती है । इसलिए हर तरह के कैंसर के लक्षण में बुखार शामिल है । अगर लंबे समय तक ना उतरे तो जांच जरूर कराएं । बुखार के साथ खांसी हो, एक महीने से ज्‍यादा की खांसी, कफ में खून निकलना या सांस लेने में परेशानी कैंसर के शुरुआती संकेत हो सकते हैं । बिना किसी वजह, एक महीना या उससे ज्‍यादा समय तक शरीर में दर्द रहे तो एक बार डॉक्‍टर से शरीर की जांच जरूर करवाएं । सिर में लगातार रहने वाला दर्द भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए । वहीं, अगर आपको शरीर छोटे मोटे काम में भी थक रहा है तो आपको परेशान होना चाहिए । इस थकान की वजह गंभीर हो सकती है । कैंसर की बीमारी में ब्‍लड का लॉस होने लगता है इस वजह से भी थकावट महसूस होती है ।

अचानक से वज़न कम होना/मुंह में छाले
अगर आपका वजन अचानक खुद से ही कम हो रहा हो और आपको भूख भी नहीं लग रही है तो ये लक्षण सही नहीं है । अचानक से वजन का कम होना पैनक्रियाटिक, लंग या पेट का कैंसर होने का कारण हो सकता है । वहीं भूख ना लगना, बिना खाए पेट भरा हुआ लगना ओवरियन कैंसर के लक्षण हो सकते हैं । इन्‍हें इग्‍नोर करना भारी पड़ सकता है । मौसम में बदलाव या पेट की गड़बड़ी के चलते अकसर मुंह में छाले हो ही जाते हैं । 4 से 5 दिन या ज्‍यादा से ज्‍यादा दो हफ्ते के दौरान ये छाले ठीक हो जाते हैं । लेकिन अगर इससे ज्‍यादा का समय बीत गया हो और छाला ठीक भी नहीं हो रहा हो तो ये परेशानी की बात है । छाले के साथ मुंह के अंदर लाल या सफेद रंग के चकत्‍ते पड़ना, आवाज बदलना, निगलने में दिक्‍कत हो तो ये मुंह के कैंसर के संकेत हो सकते हैं ।

असमय ब्‍लीडिंग
महिलाओं में मासिकधर्म के अलावा अचानक ब्लीडिंग होना कार्विनल कैंसर के लक्षण हो सकते हैं । वहीं व्‍यकित में मलद्वार से खून निकलना आंतों के कैंसर की ओर संकेत करता है । ऐसे लक्षण दिखने पर डॉक्‍टर से गहन जांच करवाएं । महिलाएं अगर पीरियड्स के दौरान बहुत अधिक ब्‍लीडिंग से गुजर रही हैं तो उन्‍हें भी इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए ।

मस्सा, तिल या नाखूनों के रंग में परिवर्तन
आपके चेहरे पर किसी प्रकार का तिल या मस्सा है तो इस पर नजर रखें । महीने में एक बार इसकी जांच स्‍वयं से करें । रंग या आकार में कोई भी बदलाव त्‍वचा के कैंसर का संकेत माना जाता है । वहीं नाखूनों पर काली या भूरी धारियां नजर आएं तो ये भी स्किन कैंसर की ओर इशारा हो सकता है । स़फेद या पीले नाख़ून लंग कैंसर का संकेत देते हैं ।