दुनिया के लिए सबसे बड़ी चेतावनी वाला सर्वे, 2020 में मौतों की सबसे बड़ी वजह ये होगी

दुनिया के लिए एक बार फिर से चेतावनी वाला सर्वे सामने आया है। जी हां बताया गया है कि 2020 में मौतों की वजह एक बड़ी बीमारी बन सकती है।

New Delhi, Dec 02: दुनियाभर में जितने इंसान है, उतनी ही ज्यादा बीमारियां भी बढ़ती जा रही हैं। लेकिन 2020 इन मामलों में और ज्यादा खतरनाक हो जाएगा। हाल ही में एक रिसर्च सामने आई है। इस रिसर्च में चेतावनी दी गई है कि साल 2020 में एक वजह से लोगों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ जाएगा। आईए आपको इस रिसर्च के बारे में विस्तार से बताते हैं, ये आपका जाना बेहद जरूरी है।

2020 में बढ़ेंगे प्रीमैच्योर डेथ के केस
ये नया शोध बताता है कि 2020 तक प्रीमेच्योर डेथ के मामले लगातार बढ़ जाएंगे। ये ऐसा रूप लेगें कि लोग परेशान हो जाएंगे। अभी ये आंकड़ा कम है लेकिन रिपोर्ट कहती है कि आने वाला वक्त और भी ज्यादा खतरनाक साबित होगा। जी हां पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड के मुताबिक ये रिपोर्ट सच साबित हो सकती है। आपका ये भी जानना जरूरी है कि ये प्रीमैच्योर डेथ क्या है।

क्या कहता है शोध
ये शोध कहता हैकि 2020 तक प्रीमैच्योर डेथ्स के मामले में लिवर की बीमारी दिल की बीमारी से आगे निकल जाएगी। प्रीमैच्योर डेथ मतलब वयस्क होने से पहले ही मृत्यु हो जाना। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि एल्कोहॉल और मोटापा इसका जिम्मेदार होगा। रिपोर्ट में बताया गया है कि युवाओं को लगातार शराब की लत लग रही है और वो पब जाने लगे हैं।

बच्चों में बढ़ रही है लत
रिपोर्ट में कहा गया है कि बच्चों में भी ये लत अब लगती जा रही है जिससे आने वाले वक्त में बड़ी परेशानी हो सकती है। इसके साथ ही कहा गया है कि आने वाला वक्त बच्चों के लिए काफी खतरनाक साबित होने वाला है। आने वाले वक्त में प्रीमैच्योर डेथ के केस लगातार बढ़ते जाएंगे और ये मामले लिवर डिजीज और हार्ट डिजीज से ज्यादा सामने आएंगे।

पब्लिक हेल्थ की रिपोर्ट आई सामने
पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड की रिपोर्ट कहती है कि ब्रिटेन के लोग सिर्फ एक महीने में 2 बिलियन पौंड पब में जाने में खर्च कर रहे हैं। मेडिकल जर्नल लेंसेट में इस स्टडी को मुख्य रूप से छापा गया है इस स्टडी के मुताबिक, 2020 तक लिवर डिजीज हार्ट डिजीज से आगे निकल जाएगी और इसके लिए ऐल्कॉहॉल और मोटापा जिम्मेदार है। इसके अलावा भी इस बारे में कई बातें हैं।

रिसर्च में बताई ये बातें
रिपोर्ट में माना गया है कि ये डेथ्स प्रीमैच्योर होंगी। रिसर्च में शामिल साउथहैंपटन के प्रोफेसर और लिवर एक्सपर्ट निक ने बड़ी बातें बताई हैं। उनका कहना है, ‘ये यंग और मिडिल एज के लोग हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने दो-तीन हफ्ते पहले वार्ड का राउंड लगाया था। इस दौरान उन्होंने देखा कि एक-तिहाई मरीज 40 साल के नीचे हैं। इस शोध के नतीजे और भी कुछ कह रहे हैं।

सरकार को दी वॉर्निंग
अब इस शोध के नतीजे सामने आने बात नई बहस छिड़ गई है। नतीजे के बाद शोधकर्ताओं ने सरकार से ऐल्कॉहॉल के खिलाफ सख्त कदम उठाने की गुजारिश की है। यानी वो वक्त ज्य़ादा दूर नहीं है, जब शराब ब्रिटेन में बैन हो जाएगी। इसके साथ ही कहा जा रहा है कि ये आने वाले वक्त में युवाओं के लिए एक बड़ी चेतावनी की तरह है। इसे युवा कैसे लेते हैं, पहले ये देखना होगा।