मोमोज खाने वाले सावधान ! हो सकती है ये गंभीर बीमारी

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मोमोज या फिर मैदे से बने खाद्य पदार्थ के कई साइड इफेक्ट भी हैं, क्योंकि मैदा परिष्कृत गेहूं का आटा होता है, इसमें फाइबर बिल्कुल नहीं होता है।

New Delhi, Nov 11 : मैदे से बने मोमोज को अगर आप भी रोज खाते हैं, तो ये आपकी सेहत के लिये खतरनाक हो सकता है, शायद आपको ये बात पता ना हो। आजकल हर गली, नुक्कड़ पर मोमोज की दुकानें लगने लगी है, और वहां बड़े ही चाव से युवा मोमोज खाते दिख जाते हैं। आपको बता दें कि मोमोज या फिर मैदे से बने खाद्य पदार्थ के कई साइड इफेक्ट भी हैं, क्योंकि मैदा परिष्कृत गेहूं का आटा होता है, इसमें फाइबर बिल्कुल नहीं होता है।

मैदे को किया जाता है ब्लीच
मैदे को सफेद और चमकदार बनाने के लिये बेंजोइल परऑक्साइड से ब्लीच किया जाता है, ये बहुत ही हानिकारक होता है, Momos2इसे खाने से कई दुष्प्रभाव हो सकते हैं, इसलिये अगर संभव हो, तो इसे ना ही खाएं, लेकिन अगर खाना पड़े, तो कोशिश करें, तो इसकी मात्रा संतुलित हो और कभी-कभी ही खाएं, नहीं तो ये आपकी सेहत के लिये नुकसानदायक हो सकता है।

शुगर लेवल बढाता है
जी हां, मैदा खाने से शरीर में शुगर लेवल बढ जाता है, क्योंकि इसमें हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, शुगर लेवल बढ जाने की वजह से शरीर में दूसरी परेशानियां भी शुरु हो जाती है, Momosइसलिये अगर आप चाहते हैं कि आपकी सेहत अच्छी हो, आपका शुगर लेवल कंट्रोल में रहे, तो फिर मैदे को ना कहें, नहीं तो डॉक्टर और अस्पताल के चक्कर लगा-लगा कर परेशान हो जाइयेगा।

कब्ज की समस्या
मैदे से बने मोमोज में फाइबर नहीं होता है, इसे रोजाना या फिर अत्यधिक सेवन करने से पेट में कब्ज की समस्या होने लगती है, Maidaइसके अलावा सिर में दर्द और मिचली जैसी भी परेशानी हो सकती है। आपने खुद भी गौर किया होगा कि मोमोज खाने की वजह से अगले दिन पेट ठीक से साफ नहीं होता है, जिससे परेशानी होती है। अगर कब्ज की समस्या से बचना चाहते हैं कि मोमोज को ना कहें।

रोग प्रतिरोधक क्षमता
जो लोग नियमित या फिर अत्यधिक मात्रा में मैदे से बने मोमोज या फिर मैदे से बने खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, Momos5उनके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने लगती है, आपने महसूस किया होगा, कि ऐसे लोग खूब बीमार पड़ते हैं, जैसे ही मौसम में बदलाव आता है, ऐसे लोग बिस्तर पकड़ लेते हैं, दरअसल एक्सपर्ट्स के अनुसार मैदे में फाइबर नहीं होता है, जिसकी वजह से इसके सेवन से शरीर में फाइबर की कमी हो जाती है।

हड्डी को करता है कमजोर
जब मैदा तैयार किया जाता है, तो उसमें से प्रोटीन निकल जाता है, फिर ये एसिडिक बन जाता है, इसे खाने से ये कैल्शियम को अवशोषित कर लेता है, Momos3जिससे हड्डियां कमजोर हो जाती है। इसके साथ ही मैदे में ग्लूटन भी होता है, इससे फूड एलर्जी पैदा होता है, आपको बता दें कि ग्लूटन खाने को लचीला और मुलायम टेक्सचर देता है, जिससे लोग उसकी तरफ आकर्षित होते हैं।

घर पर बनाएं मोमोज
अगर आपको भी मोमोज खाना पसंद है, तो बाहर की मैदे वाली मोमोज की जगह घर में ही आटे से बनी मोमोज तैयार करें, Tibetian-Momos-Veg-Paneer-Momos-Domlur-Bangalore-ताकि आप उसका स्वाद भी ले सकें और ये आपकी सेहत का भी नुकसान ना कर पाएं। आपको बता दें कि आटे से बनी मोमोज भी काफी टेस्टी होती है, और ये आपकी सेहत के लिये भी अच्छा है, इसमें भरपूर मात्रा में वेजिटेबल डाल दें, ताकि ये आपकी सेहत के लिये फायदेमंद हो।

सामाग्री
दो कटोरी गेंहू का आटा, एक चौथाई कटोरी किसी हुई गाजर, किसा हुआ पत्तागोभी, एक चौथाई उबले मैश किये हुए आलू, veg-momos-recipe7थोड़ा सा बारीक कटा हरा धनिया, हरी मिर्च, नमक स्वाद के अनुसार, टमाटर सॉस, हरी चटनी, जीरा पावडर, चुटकी भर हींग और नींबू का रस, इसके अलावा अगर आप मोमोज के साथ चटनी भी तैयार करना चाहते हैं, तो उसे बनाने के लिये भी सामाग्री ले लें।

बनाने की विधि
सबसे पहले आप गेंहू के आटे में तेल का मोयन और नमक डालकर अच्छे से गूंथ लें, फिर एक पैन में तेल गर्म करके उसमें जीरा, हींग डालकर कटी हुई हरी मिर्च, किसी हुई गाजर, पत्तागोभी डालकर थोड़ा भपाएं, उसमें मैश किये हुए आलू, नमक, जीरा पावडर और नींबू का रस डालें, और ठंडा करें। फिर गूंथे हुए आटे की छोटी-छोटी रोटी बनाकर सब्जी वाला मिश्रण भरें, momos12फिर अलग-अलग आकार में बनाकर उसे छलनी पर रखकर भपाएं, कुछ मिनटों के बाद तैयार है आपका लाजबाव मोमोज, आप इसे चटनी या फिर सॉस के साथ सर्व कर सकते हैं।