प्रेग्‍नेंसी रोकने के 100 फीसदी नैचुरल तरीके, दवाईयां खाने की जरूरत नहीं पड़ेगी

गर्भनिरोधक दवाओं के कई साइड इफेक्‍ट्स सामने आते रहते हैं । ज्‍यादातर महिलाओं में हार्मोनल चेंजेस होने लगते हैं । वो मोटी भी हो जाती है । ऐसे में आगे कुछ उपाय बताए जा रहे हैं, जो पूरी तरह से प्राकृतिक हैं और असरदार भी ।

New Delhi, Sep 10: कॉन्‍ट्रासेप्टिव पिल्‍स के ऐसे कई नुकसान हैं जिनसे आप वाकिफ नहीं हैं, ऐसे में आपको कुछ अनजाने नुकसान उठाने पड़ सकते हैं । कई बार आप पीरीयड्स की प्रॉब्‍लम से गुजरती हैं, तो कई औरतों में तेज पेट दर्द उठता है । कई बार हार्मोन्‍स डिस्‍बैलेंस हो जाते हैं जिसके चलते तनाव होने लगता है, महिलाएं मोटी होने लगती हैं । ऐसे में क्‍या रास्‍ता अपनाया जाए, आप नैचुरल कॉन्‍ट्रासेप्टिव्‍स का इस्‍तेमाल कर सकती हैं । प्राकृतिक गर्भनिरोधन कोई चमत्‍कार नहीं है बल्कि वो फल या कुछ खाने-पीने की चीजें हैं जिन्‍हे गर्भ ठहरने के दौरान लेने की मनाही की जाती है । इनमें मौजूद तत्‍व गर्भ रुकने नहीं देते । हालांकि इन चीजों का सेवन करने से पहले ये जरूर जान लें कि इन चीजों से आप एलर्जिक तो नहीं ।

नीम
नीम को प्रजनन-विरोधी जड़ी-बूटी के रूप में जाना जाता है। महिलाएं इसे क्रीम या जेल के रूप में अपने प्राइवेट पार्ट पर लगा सकती हैं। इसके अलावा, पुरुष नीम के तेल के कैप्सूल का सेवन कर सकते है ।
दालचीनी – दालचीनी में मासिक धर्म के प्रवाह को उत्तेजित करने के गुण होते हैं। आपको कितनी मात्रा में दालचीनी का सेवन करना है, इसके बारे में डॉक्टर से सलाह ले लें।
पपीता खाएं
दादी, नानी या आपकी पड़ोसन से आपने जरूर सुना होगा कि गर्भवती होने के दौरान पपीते का सेवन ठीक नहीं होता । इसे खाने से भ्रूण को नुकसान पहुंच सकता है । ऐसे में आप पपीते का सेवन रोज करें, गर्भधारण के चांसेज कम ही रहेंगे ।

अनानास यानी पाइन एप्‍पल
प्रेग्‍नेंसी में जो दूसरी चीज खाने से मना की जाती है वो है अनानास में कुछ ऐसे तत्‍व पाए जाते हैं जो नैचुरल कॉन्‍ट्रासेप्टिव का काम करते हैं । इसके नियमित सेवन से मोटापा भी नहीं बढ़ता है । तो अगर आप अभी गर्भधारण नहीं करना चाहती तो खाने के साथ अनानास सैलेड खाने की आदत डाल लें । इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को दूध पीने की सलाह दी जाती है, लेकिन कच्‍चा दूध उन्‍हें नुकसान पहुंचाता है । तो अगर आप गर्भवती नहीं होना चाहती तो सुबह – सुबह एक गिलास कच्‍चे दूध का गटक लें ।

अदरक
अनचाही प्रेग्नेंसी से बचने के लिए अदरक भी फायदेमंद साबित हो सकती है, क्योंकि अदरक से मासिक धर्म प्रेरित हो सकता है और ब्लीडिंग शुरू होने में मदद मिलती है। इसके लिए आप पानी में अदरक को घिसकर उबाल लें। उबालने के बाद पानी को छानकर पी लें
खुबानी –  खुबानी गर्भ में भ्रूण को विकसित होने से रोकती है। ऐसे में संभोग के बाद, पीरियड शुरू होने तक हर दिन 5 से 10 खुबानी खाएं।
सूखी अंजीर –  सूखी अंजीर भी गर्भनिरोधक का काम करती है। प्राचीन समय में इसका इस्तेमाल गर्भनिरोधक के लिए किया जाता था ।
विटामिन-सी
विटामिन-सी में प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन को दबाने वाले गुण होते हैं। चूंकि, गर्भावस्था को बनाए रखने के लिए प्रोजेस्ट्रोन जरूरी है, इसलिए यह बर्थ कंट्रोल का काम कर सकता है।
हींग – हींग को भी गर्भनिरोधक के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए हींग का सेवन काढ़े के तौर पर किया जा सकता है। इसके सूखे एक्सट्रेक्ट को सफेद सरसों और सेंधा नमक के साथ मिलाकर बनाया जाता है। फिर इसमें सिरका मिलाकर पतला किया जाता है और फिर पिया जाता है !
कुट्टू
कुट्टू में रूटीन होता है, जिसका उपयोग गर्भावस्था को रोकने के लिए किया जाता है। आपको बता दें कि बाजार में रूटीन से तैयार की गई गोलियां भी मौजूद हैं, जिसका सेवन आप प्रेग्नेंसी रोकने के लिए कर सकते हैं। आपको इसकी कितनी मात्रा लेनी है, इस बारे में एक बार अपने डॉक्टर से पूछ लें।
सॉर्ड फिश – इस मछली में मरकरी पाया जाता है, ये प्राकृतिक गर्भनिरोधन का अच्‍छा तरीका है । संबंध बनाने के बाद जैसे आप आई पिल का सेवन करती हैं वैसे ही सॉर्ड फिश गर्भनिरोधन का काम करती है ।
(ये सभी उपाय इंटरनेट पर मौजूद जानकारी और रिसर्च पर आधारित है, इंडिया बियॉन्‍ड न्‍यूज इनकी पुष्टि नहीं करता)