डायबिटीज मरीजों के लिए खुशखबरी,  इस दवाई से अब मिलेगा पूरा आराम !

डायबिटीज को लेकर हो रही एक रिसर्च में सामने आया है कि विटामिन डी अग्न्याशय में खराब बीटा सेल्‍स का इलाज करने में मदद कर सकता है । ये विटामिन, डायबिटीज को रोकने के लिए इंसुलिन को बनाने, भंडारण और उसे छोड़ने में मदद कर सकता है ।

New Delhi, May 16 : वॉशिंगटन में हुई एक रिसर्च में डायबिटीज के पूर्ण इलाज का तरीका ढूढ़ने का दावा किया गया है । इस शोध में सामने आया है कि विटामिन डी अग्न्याशय में खराब बीटा कोशिकाओं का इलाज करने में मदद कर सकता है । जो हार्मोन इंसुलिन का उत्पादन, भंडारण और उसे छोड़ने में मदद कर सकता है । इस की मदद से डायबिटीज को नए तरीके से ठीक करने में मदद मिल सकती है । इस शोध में कई बातें सामने आई है । पूरी जानकारी एक जर्नल में छपी है । आगे पढ़ें, कैसे विटामिन डी इसमें मदद कर सकता है ।

Salk Institute for Biological Studies में हुई रिसर्च
अमेरिका में साल्क इंस्टीट्यूट के अनुसंधानकर्ताओं ने एक अप्रत्याशित स्रोत विटामिन डी का इस्तेमाल करके अपना लक्ष्य पूरा किया । कोशिकाओं और माउस मॉडल में विटामिन डी क्षतिग्रस्त बीटा कोशिकाओं के इलाज में फायदेमंद साबित हुआ । साल्क इंस्टीट्यूट के रोनाल्ड इवांस ने कहा ,‘‘ हम जानते हैं कि डायबिटीज सूजन के कारण हुई एक बीमारी है ।  इस अध्ययन में हमने विटामिन डी रिसेप्टर को सूजन और बीटा कोशिका के अस्तित्व दोनों के एक महत्वपूर्ण माड्यूलेटर के रूप में पहचाना।’’

क्‍यों होती है डायबिटीज ?
हमारे शरीर को काम करने के लिए आवश्यक शक्ति ग्लूकोज़ से मिलती है  । जो ग्लूकोज़ हम खाते हैं उसे एब्जॉर्ब करने के लिए इन्सूलिन की ज़रूरत है जो हमें पैनक्रियास से निकलती है । डायबिटीज़ वह स्‍टेट हैं, जब शरीर में ग्लूकोज़ की मात्रा बढ़ जाए, और पैनिक्रयास इन्सूलिन नहीं बना पाता है । इसका सबसे बड़ा कारण हमारा खानपान है, जिसमें गड़बड़ी होते ही प्रॉब्‍लम होनी शुरू हो जाती है ।

बैड लाइफस्‍टाइल है जिम्‍मेदार है
25 से 35 की उम्र की बेफिक्री आपको आगे चलकर डायबिटीज से दो चार कर सकती है । समय पर ब्रेकफज्ञस्‍ट ना करना, जंक फूड खाना,स्‍मोकिंग, शराब जैसी लत, देर से सोना, समय पर ना उठना, व्‍यायाम ना करना आदि-आदि । इस गंभीर बीमारी से बचना है तो आपको इन सभी बातों का ध्‍यान रखना होगा और इस खतरे की आहट से खुद को दूर रखना होगा ।

डायबिटीज पूरे शरीर को करती है पीडि़त
डायबिटीज एक मेटाबॉलिक सिंड्रोम है, जो कई बीमारियों का घर है । इससे शरीर का हर अंग प्रभावित होता है । डायबिटीज दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ा देती है, जिनमें कोरोनरी आर्टरी डिसीज, छाती में दर्द, हार्ट अटैक, स्ट्रोक और धमनियों का संकरा होना प्रमुख है । इससे पैरों की तंत्रिकाएं क्षतिग्रस्त होने या पैरों में रक्त का प्रवाह कम होने के कारण पैरों से संबंधित समस्याओं के होने का खतरा बढ़ जाता है । इससे होने वाले फुट अल्सर के कारण पैर कटने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है ।

इन बीमारियों का भी खतरा
टाइप 2 डायबिटीज से अल्जाइमर, किडनी फेल, मेमोरी लॉस, आंखों पर बुरा असर, दांतों को गंभीर नुकसान हो सकता है । इसके चलते दिल और उससे होकर शरीर के दूसरे हिस्सों में जाने वाली नसों में ग्लूकोज लेवल बढ़ जाता है, जिससे ब्‍लॉकेज हो सकता है । दिल की गंभीर बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है, यहां तक की हार्ट अटैक की भी । डायबिटीज आपकी आंतों पर बुरा असर डालती है ।