क्या कुछ ऐसा है जो भविष्य में कैंसर के खतरे को रोक सके । बिलकुल है, वैज्ञानिकों ने अंगूर के बीज पर एक जबरदस्त रिसर्च की है, जिसके नतीजे हैरान करते हैं । इसमें मौजूद तत्व कैंसर की संभावनाओं को रोक सकते हैं ।
New Delhi, Jun 02 : कैंसर का नाम सुनते ही डर लगने लगता है । आधुनिक विज्ञान ने अब इतनी तरक्की कर ली है कि कई कैंसर का इलाज अब संभव है, लेकिन कई मामलों में देर होने के कारण मरीज को बचाया नहीं जा पाता । कैंसर पर हो रहे तमाम शोध, इसका पूरा इलाज ढूढ़ने की कोशिश में जुटे हैं । कैंसर आजकल लाइफस्टाइल बीमारी भी मानी जाती है, इसीलिए खानपान का विशेष ध्यान रखकर और कुछ खास चीजों का सेवन कर आप इससे बच सकते हैं । ऐसे ही एक फल पर हुई शोध हैरान करने वाली है, अंगूर के बीजों पर हुई ये रिसर्च आपको भी हैरान कर देगी ।
अंगूरों के बीज हैं कमाल
कैंसर पेशेंट्स पर करीब 25 साल के लंबे रिसर्च के बाद कैलीफोर्निया यूनिवर्सिटी के मेडिकल फिजिक्स एंड साइकोलॉजी के सीनियर प्रोफेसर डॉ. हर्डिन बी जॉन्स के मुताबिक कैंसर का इलाज बेहद पीड़ादायी होता है । इसके इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली कीमोथैरेपी, कैंसर से पीड़ित मरीज को एक दर्दनाक मौत की तरफ ले जाती है,जबकि इसके उलट अगर तरीके प्राकृतिक हों तो नतीजे अच्छे आने की उम्मीद की जा सकती है । हाल ही में हुई एक रिसर्च में अंगूर के बीजों को कैंसर की दवा के रुप में मददगार होने की बात सामने आई है ।
बीजों का अर्क कैंसर रोधी
रिसर्च कहती है कि अंगूर के बीजों का अर्क, कैंसर के सभी प्रकारों को पॉजिटिवली सही करने में मददगार साबित होता है । यह बात साबित हो चुकी है कि अंगूर के बीज सिर्फ 48 घंटे में हर तरह के कैंसर को लगभग 75 फीसदी तक रेडिएट करने में असरदार हैं । इस कैंसर रिसर्च के मुताबिक अंगूर के बीजों में पाए जाने वाले तत्व कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है । इसीलिए इसका इस्तेमाल कैंसर के इलाज में करना कारगर है ।
48 घंटे में असर दिखना शुरू
इसी वजह से महज 48 घंटों में अंगूर इन कैंसर सेल्स पर काम करना शुरू कर देता है और करीब 75 फीसदी तक सफलता भी प्राप्त कर लेता है । अंगूर कैंसर से तो लड़ता ही है साथ ही ये सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद बताया गया है । अंगूर में फट नहीं होता, इसमें ढेर सारा विटामिन ई मिलता है साथ ही ये एंटीऑक्सीडेंट्स का भी खजाना है । अंगूर के बीज से तेल भी बनाया जाता है, जो काफी हैल्दी होता है ।
कैंसर से डरने की जरूरत नहीं
वैज्ञानिकों के मुताबिक अब कैंसर से बहुत ज्यादा डरने की जरूरत नहीं है । कई तरह के कैंसर जहां मौजूद हैं तो वहीं कुछ कैंसर को लंबे समय तक जानलेवा होने से रोका जा सकना भी अब संभव हो गया है । 90 फीसदी से ज्यादा कैंसर मरीजों का पहले ही चरण में इलाज संभव बस जरूरत है मरीज के जागरूक होने की । इसके लक्षणों को शुरुआत में ही पहचान लेने पर इसे ठीक करने के चांसेज बढ़ जाते हैं ।