आंखें फड़कती हैं, तो ये अच्छे संकेत नहीं हैं, बीमारियों से पड़ेगा आपका वास्ता

अगर आपकी आंखें फड़कती हैं और आप इसे ज्योतिषशास्त्र के नजरिए से लेते हैं, तो जरा स्वास्थ्य के बारे में भी सोचिए। बीमारियों से आपका वास्ता पड़ सकता है।

New Delhi, Nov 06 : आंखों को हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। इसलिए इनकी देखभाल सबसे ज्यादा जरूरी भी है। जब भी आपकी आंखें फड़कती हैं, तो जाहिर है कि लोग इसे ज्योतिषशास्त्र के हिसाब से अच्छा या बुरा मानने लगते हैं। लेकिन इनके पीछे आपका स्वास्थ्य भी हो सकता है। जी हां कई डॉक्टर्स भी कहते हैं कि अगर आपकी आंख फड़क रही है तो ये बुरा संकेत है।  

इसमें अंधविश्वास ना जोड़ें
पलकों के फड़कने को कभी मौसम के बदलाव से जोड़ा जाता है, तो कभी अंधविश्वास से। आमतौर पर आंखों के फड़कने की प्रक्रिया हर इंसान के साथ होती है। कुछ मामलों में ये बार-बार होती है तो कुछ मामले ऐसे होते हैं, जहां ये लंबे वक्त तक जारी रहती है। आम तौर पर एक वयस्क इंसान की पलकें 1 मिनट में करीब 20 से 25 बार तक झपकती हैं।

आंखों की सुरक्षा करें
पलकों का फड़कना आंखों की सुरक्षा का ही एक तरीका कहा जाता है। लेकिन कई मौके ऐसे होते हैं, जब आंखोौं के साथ दूसरी समस्याएं हो जाती हैं। इन समस्याओं में चुभन, दर्द या फिर जलन जैसी परेशानियां भी होती हैं। इसलिए कुछ बातों का ध्यान रखना आपके लिए जरूरी है। डॉक्टर्स बताते हैं कि आखों के ठफड़कने के पीछे कई वजहें हो सकती हैं।

ये वजहें होती हैं
डॉक्टर्स के मुताबिक पलकों के फड़कने के पीछे थकान सबसे बड़ा कारण है। इसके अलावा ठंडा-गर्म मौसम, ऐल्कॉहॉल का सेवन, तनाव, नींद की कमी या फिर कैफीन का ज्यादा सेवन इसकी वजह हो सकता है। इसके साथ ही ये मायोपिया, कंजंक्टिवाइटिस, आंखों के अंदर सूजन जैसी समस्याओं को भी बुलावा दे सकता है। इसलिए मेडिकली भी इस बारे में सोचें।

डिस्टोनिया से बचने की कोशिश करें
डॉक्टर्स कहते हैं कि आखों के फड़कने की वजह डिस्टोनिया या ब्लफेरोस्पाज्म हो सकती हैं। इस वजह से पलकें लगातार फड़कती रहती हैं। खास बात ये है कि ये परेशानी सामान्य इलाज से ठीक नहीं होती। इस वजह से आंखों और पलकों में भारीपन और ड्राइनेस बनी रहती है। इनके अलावा कुछ विशेष बीमारियां हैं, जिनका ये संकेत हो सकता है। इसलिए सतर्क रहें।

गंभीर हो सकते हैं परिणाम
डॉक्टर्स के मुताबिक पलको के फड़कने के पीछे स्ट्रोक, पार्किंसंस, टोरेट्स सिंड्रोम और बेल्स पाल्सी जैसी वजहें हो सकती हैं। इनकी वजह से पलकों में फड़कने की समस्या पैदा होती है। कंजंक्टिवाइटिस जैसी तकलीफ में भी पलकें लगातार फड़क सकती हैं। इस वजह से आपकी आंखों में दर्द, चुभन और पानी निकलने जैसी परेशानियां भी हो सकती हैं। ऐसा हो तो डॉक्टर की सलाह लें।

तुरंत डॉक्टर से सुझाव लें
अगर आपकी आंखें लगातार फड़कती जा रही हैं तो तुरंत डॉक्टर्स से सुझाव लें। कई मामलों में ये आंखों की रोशनी के खत्म होने का भी खतरा भी हो सकता है। लगातार पलके फड़कने का सीधा संकेत ये भी है कि आप पर थकान हावी हो चुकी है। या फिर आप नशे का सेवन कर रहे हैं और तनाव से भरी जिंदगी जी रहे हैं। डॉक्टर्स इसके लिए कुछ खास सलाह देते हैं।

सही खाद्य का सेवन करें
डॉक्टर्स के मुताबिक एक खास तरह के इंजेक्शन या एक्यूप्रेशर से इस समस्या का निदान हो सकता है। इसके अलावा ये संकेत आंखों की कमजोर रोशनी को लेकर भी हो सकता है। आंखों की कमजोरी दूर करने के लिए सिर्फ एक्सर्साइज ही नहीं बल्कि सेब, दूध, गाजर, आंवला, पपीता, हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन भी करें। आंखें फड़कती हैं तो इसका इलाज तुरंत करवाएं