मॉर्निंग वॉक करने वाले जरा सावधान, स्वस्थ रहने के चक्कर में बीमार ना पड़ जाना

मॉर्निंग वॉक सेहत के लिए काफी जरूरी कही जाती है। हर कोई अपनी सेहत को ध्यान में रखकर ये करता भी है। लेकिन इस चक्कर में आप भयंकर तरीक से बीमार पड़ सकते हैं।

New Delhi, Nov 07 : जी हां आजकल दिल्ली जैसे मेट्रो सिटीज में डॉक्टर्स भी लोगों को सलाह दे रहे हैं कि मॉर्निंग वॉक करने से बचें।आखिर ऐसी क्या आफत आ गई है कि सुबह की सैर करने वालों को ही डॉक्टर्स अल्टीमेटम देने लगे हैं? इस बात के बारे में हर जानकारी हम आपको दे रहे हैं। सबसे पहले आपको ये जानना चाहिए आखिर दिल्ली या फिर बाकी शहरों में ऐसा क्या हो गया है।

क्या कहती है रिपोर्ट
एक रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली-एनसीआर में अब सुबह की सैर करना खतरनाक हो गया है। दरअसल

सुबह के वक्त प्रदूषण और स्मॉग से लोगों को सांस की बीमारियां हो रहीं हैं। अगर सुबह सैर पर निकलना जरूरी भी है तो धूप निकलने के बाद निकलें। इसके साथ ही डॉक्टर्स के बताए गए मास्क का भी उपयोग करें। वरना आप कई भयंकर बीमारियों के शिकार हो सकते हैं।

दिल्लीवाले जरा सावधान रहें
बताया जा रहा है कि इस वक्त दिल्ली और बाकी मेट्रो सिटीज के अस्पतालों में रोजाना 150 से ज्यादा मरीज आ रहे हैं। जी हां इस वजह से डॉक्टर्स का कहना है कि इस मौसम में सावधान रहने की काफी ज्यादा जरूरत है। सर्दियों के मौसम में प्रदूषण का घनत्व बढ़ जाता है। गाड़ियों से निकलने वाला धुआं हवा के साथ मिलकर और भी ज्यादा खतरनक हो जाता है।

सुबह की सैर ना बन जाए मुसीबत
इसकी कुछ और भी वजहे हैं। दरअसल डॉक्टर्स का कहना है कि सुबह के मौसम में नमी के साथ डस्ट ज्यादा हो बढ़ रहा है। इस वजह से स्मॉग लगातार बढ़ता जा रहा है। खासतौर पर सुबह के वक्त स्मॉग ज्यादा मात्रा में होता है। जानकारों का कहना है कि सुबह के वक्त सैर करने से आम लोगों को सांस लेने की समस्याएं ज्यादा हो सकती है। इसके अलावा भी कुछ और बातें हैं।

शरीर को होंगे कई नुकसान
अब आप ये भी जानिए कि इस दौरान मॉर्निंग वॉक आपके लिए कितनी नुकसानदायक हो सकती है। डॉक्टर्स का कहना है कि इस दौरान सुबह की सैर करने वालों में दमा, अस्थमा जैसी खतरनाक बीमारियां हो सकती हैं। गर्भवती महिलाओं को इससे सबसे ज्यादा परेशानी होती है। अब आपको हम बता रहे हैं कि आखिर स्मॉग किस तरह से बनता है।

ऐसे तैयार होता है स्मॉग
स्मॉग खतरनाक गैसों के साथ कोहरे के मिलने से तैयार होता है। गाड़ियों से निकला धुआं और फैक्टरियों से निकला खतरनाक प्रदूषण सल्फर, राख,  कार्बन डाई ऑक्साइड, नाइट्रोजन और बाकी खतरनाक गैसों से मिलता है। इसके बाद ये कोहरे के संपर्क में आता है तो और ज्यादा खतरनाक बन जाता है। तेज हवा चलने या बारिश के बाद ही स्मॉग का असर खत्म होता है।

शरीर को मिलेंगी ये बीमारियां
स्मॉग का असर सबसे ज्यादा सुबह के वक्त होता है। इससे खांसी, ब्रॉन्काइटिस, दिल की बीमारी,

त्वचा संबंधी रोग, बाल झड़ना, आंखों में जलन, फेफड़े में इंफेक्शन, ब्रेन स्ट्रोक और अस्थमा अटैक जैसी बीमारियां हो जाती हैं। अब सवाल ये है कि आखिर इस खतरनाक बीमारी से कैसे निजात पाई जाए। डॉक्टर्स के मुताबिक सर्दियों में कुछ बातें ध्यान में रखनी चाहिेए।

इस दौरान क्या करें, क्या ना करें
डॉक्टर्स बताते हैं कि इस दौरान सुबह की सैर पर जाना बंद कर देना चाहिए। ऐसा संभव ना हो तो धूप

निकलने के बाद ही घर से निकलें। इसके अलावा इस मौसम में ऐसे कामों को रोक दें, जिनमें तेजी से सांस लेनी पड़ती है। इस दौरान एसी तभी चलाएं, जब उसमें फिल्टर लगा हो। कमरे की खिड़कियों और दरवाजों को बंद रखें। इसके साथ ही गैस चूल्हा, अगरबत्ती या मोमबत्ती के आसपास न बैठें।