दिनभर में ऐसी गलतियां आपको बहरा बना देंगी और आप जानते तक नहीं

क्या आप भी दिनभर में ऐसी गलतियां करते हैं, जिनके बारे में आप जानते तक नहीं। लेकिन हम आपको बताना चाहते हैं कि ये गलतियां आपको बहरा बना सकती हैं।

New Delhi, Dec 14: क्या आप जानते हैं कि आप दिनभर में ऐसी गलतियां करते हैं, जो आपकी सेहत के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकती हैं। जी हां आज हम बात आपके कानों की करेंगे। कानों को शरीर के सबसे सेंसिटिव अंगों में शुमार किया गया है। ये जानने के बाद भी हम दिनभर में कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जो हमें पूरी तरह से बहरा बना सकती हैं। जानिए वो खास बातें

सबसे सेंसेटिव अंगों में एक
शरीर के कई हिस्से काफी सेंसेटिव होते हैं, उनमें कानों के पर्दों का सबसे अहम रोल भी है। काम के पर्दे बेहद ही संवेदनशील हिस्सा कहे जाते हैं। अगर गलती से भी इन पर्दों में थोड़ी सी चोट लग जाए तो बेहरे हाने की समस्या खड़ी हो जाती है। इसके अलावा भी कई ऐसी वजहें हैं, जो हमें बरेपन का शिकार बना देती हैं। आइए इन बातों के बारे में विस्तार से जानिए।

ईयरफोन से दूरी बनाएं
आज आप 100 में 50 लोगों को तो कम से कम कान में ईयरफोन लगाए देखते होंगे। एक रिसर्च कहती है कि अगर हम रोजाना 3 से 4 घंटे तक ईयरफोन को कान में लगाए रखते हैं, तो इससे ईयर ड्रम को काफी नुकसान होता है। इससे बहरे होने की नौबत आ सकती है। इसलिए सबसे पहले इस बात का ध्यान रखें कि ईयरफोन को अपने कानों पर ज्यादा देर तक के लिए ना लगाएं।

देखभाल नहीं की तो इनफेक्शन
आम तौर पर आप अपने शरीर के बाकी अंगों को खास तौर पर ध्यान रखते हैं, लेकिन जब बात कानों की हो तो ये सावधानी ढीली पड़ जाती है। कानों की अगर सही तरह से देखभाल नहीं की गई तो इनफेक्शन हो सकता है। इनफेक्शन की वजह से ईयर ड्रम्स को काफी नुकसान पहुंचता है। इसलिए वक्त वक्त पर कानों की जांच करवाते रहिएगा और स्वस्थ रहिएगा।

तेज साउंड से बचिए
एक रिसर्च कहती है कि 125 डेसीबल से ऊपर के लाउड स्पीकर आपके कानों को बेहद नुकसान पहुंचाते हैं। ये कुछ ऐसी ही समस्या है, जैसे कि हेडफोन यूज करना। इस तरह से कानों के पर्दों का काफी नुकसान होता है। बहरे होने की समस्या सामने आ जाती है। इसलिए 125 डेसीबल से ज्यादा साउंड के स्पीकर्स का इस्तेमाल किसी भी हाल में ना करें, आपकी सेहत के लिए अच्छा रहेगा।

ट्यूमर का भी ध्यान रखें
कई बार इंसान न्‍यूरोमा, पैरागैंग्‍लियोमा और मेनिंजियोगा जैसे ट्यूमर का शिकार हो जाता है। ऐसे ट्यूमर शरीर को नुकसान तो पहुंचाते ही हैं, साथ ही ये कानों पर भी बड़ा असर डालते हैं। इस वजह से कानों का सुनाई देना बंद हो जाता है। आप बहरेपन के शिकार हो जाते हैं। इसलिए अगर आप ऐसे खतरनाक ट्यूमर से जूझ रहे हैं, तो वक्त वकत् पर कानों का भी चेकअप करवाते रहिए।

ओल्ड एज में ध्यान रखें
ओल्ड एज के कारण कानों की नर्व्स भी डैमेज होने लगती हैं। ऐसे में कई बार बेहरेपन की प्रॉब्लम हो सकती है। इसके अलाव कानों में लंबे समय तक मैल जमा रहने से इन्फेक्शन का खतरा बढ़ता है। ऐसे में बेहरेपन का खतरा बढ़ता है। और सबसे खास बात ये है कि अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो ये बीमारी आपको बहरा बना सकती है। खुद का ध्यान जरूर रखें।
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