क्‍या आप भी ऐसे कप में चाय पीते हैं ?

डिस्‍पोजल कप में चाय पीना हमारी मजबूरी है, लेकिन क्‍या आप अपनी मजबूरी को अपनी बीमारी का कारण बनाना चाहते हैं । शायद नहीं, पहले जानें ये कप आपको कितना नुकसान पहुंचा रहे हैं ।

New Delhi, May 02 : चाय हो या कॉफी इन्‍हें सर्व करने के लिए ऑफिस, दुकान, शादी-ब्‍याह, पार्टी, ईवेंट लगभग सभी जगह इन डिस्‍पोजल कप्‍स का ही इस्‍तेमाल तो होता आ रहा है । आसानी से मिलने वाले, बहुत ही कम कीमत वाले ये डिस्‍पोजल कप्‍स तो अब घरों के अंदर भी घुस आए हैं । लेकिन क्‍या ये कप आपके लिए सेफ हैं । क्‍या इन कपों में पी जाने वाली चाय आपको कोई हेल्‍थ प्रॉब्‍लम तो नहीं दे रही है । अब तक नहीं सोच है तो अब जरूर सोचिए, चाय की दुकान पर जाकर आप जिन कप्‍स में बड़े प्‍यार से चाय पी रहे हैं वो आपको तिना बीमार कर रही है ।

ऐसे बनते हैं डिस्‍पोजल कप
चाय की दुकानों पर मिलने वाले थर्माकोल या प्‍लास्टिक के कप पॉलीस्टीरीन से बने होते हैं । ये सेहत के लिए बहुत ही ज्‍यादा नुकसानदायक होता है । जब हम इन कप्‍स में गरम चाय डालते हैं कप में मौजूद रसायनिक तत्‍व चाय के साथ घुलकर पेट में चले जाते हैं । ये पदार्थ इतने हानिकारक माने जाते हैं कि ये आपको कैंसर जैसा जानलेवा रोक भी दे सकते हैं । ये आगे चलकर कैंसर का कारण बन सकते हैं ।

एलर्जी हो सकती है
प्लास्टिक या थर्माकोल के कप में गर्म चाय या कॉफी पीने से एलर्जी की समस्‍या हो सकती है । इन कप्‍स में गरम पानी भी नहीं पीना चाहिए । लंबे समय तक इन कप्‍स में अगर आप गरम चीजों का प्रयोग करते आए हैं तो हो सकता है आपको होने वाली एलर्जी का कारण यही हो । गले में खराश या फिर दर्द होना एलर्जी के लक्षण है ।

पेट की प्रॉब्‍लम
इन कप्‍स में गरम चीजे पीने के बाद आपको पेट की प्रॉब्‍लम्स हो सकती हैं । ये हाइजीनिक नहीं होते, और इनमें गर्म चीजें डालने से इसमें मौजूद बैक्‍टीरिया और कीटाणु शरीर के भीतर तक पहुंच जाते हैं । थर्माकोल के कप के अलावा अब पेपर कप भी चन में हैं लेकिन इन कप से लिक्विड का रिसाव न हो,  उसके लिए इन पर वैक्‍स की कोटिंग की जाती है । गर्म चीजें डालने से ये वैक्‍स पेट में जाता है और आंतों को नुकसान पहुंचाता है ।

पाचन तंत्र को नुकसान
प्लास्टिक या थर्मोकोल के ऐसे डिपोजल कप आपके शरीर में धीरे – धीरे हानिकारक डिपोजिट्स को इकठ्ठा करते हैं । इनमें पाए जाने वाले एसिड भी शरीर के भीतर पहुंच जाते हैं और आंतों में भी जमा हो जाते हैं । इन कप्‍स में गरम चीजें पीने से आपके डायजेस्टिव सिस्‍टम पर बहुत बुरा असर पड़ता है । पेट खराब होने से लेकर ऐंठन आदि की परेशानी हो सकती है ।

गर्भवती को नुकसान
प्‍लास्टिक कप के मैटीरियल में कई तरह के हानिकारक कैमिकल होते हैं । गभ्रवती अगर कहीं सफर पर जाए या फिर अपने दफ्तर में हो तो इन कप्‍स को पूरी तरह अवॉयड करे । अपने घर से कप या गिलास लेकर जाएं । ये आपके और आपके बच्‍चे दोनों के लिए ही हानिकारक होगा । इसके अलावा महिलाएं अगर जूस वगैरह का सेवन भी करती हैं तो कांच के गिलास में इन्‍हें पीएं । प्‍लास्टिक कप्‍स में जूस आदि पीने से बचें ।

हो सकता है कैंसर
डिस्‍पोजल कप्‍स पर कुछ समय पहले हुए शोध ये साबित करते हैं कि रोज इन कप्‍स में चाय पीने से आपको कैंसर की संभावना हो सकती है । इतना ही नहीं डायबिटीज़, दिल की बीमारियां और किडनी भी फेल हो सकती है । प्लास्टिक के कप में लगातार गरम चीजों का सेवन करने से किडनी और लीवर के कैंसर की आशंका बढ़ जाती है ।

कुल्हड़ है बेस्‍ट ऑप्‍शन
कुल्‍हड़ का प्रयोग भारत में अब कम होता जा रहा है, प्राचीन काल से मिट्टी के बर्तनों का प्रयोग खाना पकाने से लेकर खाना खाने तक में किया जाता रहा है । प्‍लास्टिक जहां सेहत के साथ पर्यावरण के लिए भी नुकसानदायक है वहीं कुल्‍हड़ सेहत के लिए भी अच्‍छा होता है और टूटकर मिट्टी को नुकसान भी नहीं पहुंचाता । आप कुल्‍हड़ में ठंडा, गरम कुछ भी पीएं । कोई नुकसान नहीं ।