इस बीमारी से जूझ रहे हैं अटल बिहारी वाजपेयी, यह हैं इस बीमारी के प्रमुख लक्षण  

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत नाजुक है, उन्‍हें एम्‍स में लाइफ सपोर्ट सिस्‍टम पर रखा गया है । अटल जी लंबे समय से बीमार चल रहे हैं । बुधवार को उनकी तबीयत कुछ ज्‍यादा ही बिगड़ गई ।

New Delhi, Aug 16 : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत ठीक नहीं है, उन्‍हें लाइफ सपोर्ट सिस्‍टम पर रखा गया है । साल 2009 से वाजपेयी जी व्‍हील चेयर पर हैं वो कई तरह की बीमारियों से जूण्‍ रहे हैं । उन्‍हें किडनी में संक्रमण, छाती में संकुलन और पेशाब में परेशानी होने के कारण जून महीने में एम्‍स लाया गया था । एम्‍स में वो 11 जून से भर्ती हैं । एम्स के डॉयरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया और उनकी पूरी टीम अटल जी की देखभाल और इलाज कर रही है । वाजपेयी जी एम्स के कॉर्डियो न्यूरो सेंटर में एडमिट हैं ।

डिमेंशिया से पीडि़त हैं अटल जी
वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के सबसे बुजुर्ग नेता, देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 2009 से व्हील चेयर पर है और डिमेंशिया से पीडि़त हैं । दरअसल ये बीमारी याद्दाश्‍त से जुड़ी समस्‍या है, ये बीमारी शरीर में पनपे दूसरे रोगों की वजह से हो जाती है । इसकी वजह से व्‍यक्ति को अपने रोजमर्रा के काम करने में भी दिक्‍कत आती है । 65 साल के बाद डिमेंशिया होने का खतरा सबसे ज्‍यादा होता है ।

डिमेंशिया के लक्षण
किसी व्‍यक्ति को डिमेंशिया है या नहीं ये जानने के लिए आप इन लक्षणों पर ध्‍यान दे सकते हैं । डिमेंशिया से पीडि़त व्‍यक्ति की याद्दाश्‍त में कमी होने लगती है । व्‍यक्ति कई बार छोट-छोटी चीजें भूलने लगता है । उसे ये भी याद नहीं रहता कि वो कहां है, किसके साथ है, किस शहर में है या साल का कौन सा महीना और कौन सी तारीख है । इस बीमारी की स्‍टेज तब और बुरी हो जाती है जब व्‍यक्ति को क्‍या बोलना है ये भी नहीं सूझता क्‍योंकि उसे सही शब्‍द मिलने बंद हो जाते हैं ।

अल्‍जाइमर से पीडिंत लोगों में भी इसके लक्षण
डॉक्‍टर्स के मुताबिक डिमेंशिया के ज्‍यादातर केस में 60 से 80 प्रतिशत केस अल्जाइमर के ही होते हैं । इस बीमारी से पीडित व्‍यक्ति को मूड स्विंग्‍स बहुत होते हैं । जैसे – जैसे ये समस्‍या बढ़ती है पीडि़त व्‍यक्ति का बर्ताव एकदम बदलने लगता है । उनका व्‍यवहार बदलने लगता है । कई बार ये ऐसा भी हो सकता है कि वो व्‍यक्ति एक ही सवाल को बार-बार पूछना शुरू कर दे । बहुत गुस्‍सा हो जाए या फिर परेशान होने लगे । ये बीमारी ज्‍यादातर बड़ी उम्र में होती है लेकिन इसके लक्षण 35 से कम आयु के लोगों में भी देखे गए हैं ।

ये भी है लक्षण
इसके अलावा डिमेंशिया के कुछ और लक्षण भी बताए गए हैं, ये समस्‍या लोगों में कुछ इस तरह समझी जा सकती है । ऐसे लक्षण दिखने पर उन्‍हें नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है । ये लक्षण इस प्रकार हैं – जैसे नाम, जगह, तुरंत की गई बातचीत को याद रखने में परेशानी । व्‍यक्ति का अवसाद से पीड़ित होना । दूसरों के साथ बातचीत करने में दिक्कत होना । अचानक से व्यवहार में बदलाव आना । खाना खाने और चलने फिरने में भी परेशानी होना । कुछ सोच समझ ना पाना, चीजों को इधर उधर रख देना फिर भूल जाना ।