महाभारत के 8 दिलचस्प फैक्ट्स, दावा है आपको इनके बारे में पता नहीं होगा

mahabharat

आज हम आपको महाभारत के कुछ दिलचस्प तथ्यों के बारे में आपको बताएंगे, दावा है कि इन तथ्यों के बारे में आपको पहले से पता नहीं होगा।

New Delhi, Oct 22: महाभारत किसे याद नहीं होगी, दो महाग्रंथों में से एक महा भारत के बारे में जानने की जिज्ञासा आज भी लोगों के अंदर है। टीवी पर इस पर बना सीरियल देखने के बाद भी कई ऐसे तथ्य हैं जिनके बारे में आपको नहीं पता होगा। आज हम आपको महा भारत से जुड़े कुछ दिलचस्प तथ्य बताएंगे, जिनके बारे में जानकर आप हैरान हो जाएंगे, इनमें से कई ऐसे फैक्स्ट हैं जिनके बारे में आपको कहीं जानकारी नहीं मिलेगी। इनको पढ़िए और इतिहास के बारे में अपना ज्ञान बढ़ाइए। ये सारे फैक्ट्स आपने टीवी सीरियल पर भी नहीं देखें और सुने होंगे।

अर्जुन ने दुर्योधन से मांगे तीर
युद्ध के दौरान भीष्म ने कहा था कि वो 5 तीरों से पांडवों का वध कर देंगे, दुर्योधन को यकीन नहीं हुआ तो वो पांच तीर भीष्म से mahabharatमांग कर ले गए। ये बात श्री कृष्ण को पता चली तो उन्होंने अर्जुन से कहा कि वो दुर्योधन से वो तीर मांग लें, अर्जुन ने एक बार दुर्योधन की जान बचाई थी, दुर्योधन ने कहा था कि अर्जुन उनसे एक चीज मां सकते हैं। लिहाजा दुर्योधन ने अपना वचन निभाया और वो तीर अर्जुन को दे दिए।

भारत का पहला टेस्ट ट्यूब बेबी द्रोणाचार्य
शायद ही आपको ये बात पता होगी कि भारत का पहला टेस्ट ट्यूब बेबी द्रोणाचार्य को माना जाता है। द्रोणाचार्य के पिता महर्षिmahabharat भारद्वाज थे। एक शाम भारद्वाज गंगा नहाने गए तभी उन्हें एक अप्सरा नहाती हुई दिखाई दी. उसकी सुंदरता को देख ऋषि मुग्ध हो गए और उनके शरीर से शुक्राणु निकला जिसे ऋषि ने एक मिट्टी के बर्तन में जमा करके अंधेरे में रख दिया. इसी से द्रोणाचार्य का जन्म हुआ।

सहदेव ने खाया अपने पिता का मस्तिष्क
ये भी एक तथ्य है, जब पांडवों के पिता पांडु मरने के करीब थे तो उन्होंने पुत्रों से कहा कि ज्ञानवान बनने के लिए वे उनका mahabharatमस्तिष्क खा जाएं। उनकी बात केवल सहदेव ने मानी थी। सहदेव ने उनके मस्तिष्क को खा लिया. यही कारण है कि सहदेव सबसे ज्यादा ज्ञानवान थे। उनको भूत भविष्य और वर्तमान के बारे में सारी जानकारी रहती थी। क्या ये फैक्ट आपको पहले से पता था।

ऐसे हुई अभिमन्यु की शादी
अभिमन्यु की वीरता के बारे में तो आप जानते होंगे, लेकिन उनकी शादी के बारे में नहीं पता होगा। अभिमन्यु बलराम की बेटीmahabharat वत्सला से प्रेम करते थे। बलराम अपनी बेटी की शादी दुर्योधन के बेटे लक्ष्मण से कराना चाहते थे। अब अभिमन्यु ने घटोत्कच की मदद ली। घटोत्कच ने लक्ष्मण को इतना डराया कि वो शादी से घबरा गया, और उसने कसम खाई कि वो कभी शादी नहीं करेगा।

श्रीकृष्ण बने थे अर्जुन की बहू
अर्जुन की जीत के लिए उनके बेटे इरावन ने खुद की बलि दी थी। बलि देने से पहले उसकी अंतिम इच्छा थी कि वो शादी कर ले।mahabharat लेकिन इस शादी के लिए कोई भी लड़की तैयार नहीं थी क्योंकि शादी के तुरंत बाद उसे विधवा हो जाना था। ऐसे में श्रीकृष्ण ने मोहिनी का रूप लिया और इरावन से न केवल शादी की बल्कि एक पत्नी की तरह उसे विदा करते हुए रोए भी ।

उडुपी खाने का राज
महाभारत के युद्ध में उडुपी के राजा ने पांडवों और कौरवों किसी का साथ नहीं देने का फैसला किया था। उन्होंने ये कहा था किmahabharat इस युद्ध के दौरान किसी को भूखा नहीं रहने देंगे। दोनों तरफ की सेनाओं को भोजन कराएंगे। 18 दिन तक चलने वाले इस युद्ध में कभी भी खाना कम नहीं पड़ा। उडुपी राजाओं ने कहा कि कृष्ण के आहार से पता चल जाता था कि किस दिन कितना खाना लगेगा।

दुर्योधन की 3 उंगलियों का राज
युद्ध के दौरान जब दुर्योधन अंतिम सांस ले रहा था तो उसनें अपनी तीन उंगलियों को उठा रखा था। उसका मतलब था कि अगर mahabharatवो 3 गलतियां नहीं करता था तो युद्ध जीत लेता। श्रीकृष्ण ये बात समझ गए। उन्होंने दुर्योधन से कहा कि वो कुछ भी कर लेता तो भी महाभारत का युद्ध नहीं जीत पाता। श्रीकृष्ण से ये बात सुनकर दुर्योधन ने अपनी उंगलियां नीचे कर ली थी।

कर्ण और दुर्योधन की पत्नी
बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि कर्ण और दुर्योधन की पत्नी भानुमती को शतरंज खेलने का बड़ा शौक था। दोनों एक बार खेल रहे थे. उसी समय दुर्योधन वहां आ गए, अपने पति को आते देख भानुमति ने खड़े होना चाहा, कर्ण को पता नहीं था कि दुर्योधन वहां आ रहे हैं। उन्होंने भानुमति को रोकने के लिए कलाई पकड़ी लेकिन केवल मोतियों की माला हाथ में आई और वो टूट गई. कर्ण को लगा कि दुर्योधन कुछ गलत न समझ लें, लेकिन दुर्योधन को कर्ण पर विश्वास था उसने केवल इतना कहा कि माला उठा लो।