भले विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक महेन्द्र सिंह धोनी को यूनिवर्सिटी टॉपर और खुद को छात्र बता रहे हों, लेकिन डेब्यू के मामले में दिनेश कार्तिक सीनियर हैं।
New Delhi, Mar 23 : श्रीलंका में खेली गई निदाहास ट्रॉफी के फाइनल में भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने आखिरी बॉल पर सिक्स लगाते हुए टीम इंडिया को चैंपियन बनाया था। उसके बाद से ही वो रातों-रात स्टार बन चुके हैं। कोई उनकी तुलना पूर्व कप्तान और बेहतरीन फिनिशर धोनी से कर रहा है, तो कोई कुछ और ही कह रहा है। लेकिन इस बारे में खुद दिनेश कार्तिक का सोचना अलग है। उनका कहना है कि धोनी तो टॉपर हैं, और वो तको अभी यूनिवर्सिटी स्टूडेंट ही हैं।
धोनी से तुलना पर क्या कहा ?
चेन्नई में मीडिया से बात करते हुए दिनेश कार्तिक से धोनी और उनकी तुलना के बारे में सवाल पूछा गया, तो उन्होने जबाव दिया, कि जब धोनी की बात आती है, तो मैं बता दूं, कि मैं अभी यूनिवर्सिटी में ही पढ रहा हूं, जबकि वो टॉपर हैं। वो ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्हें मैं हमेशा देखता आया हूं, उनके साथ मेरी तुलना बिल्कुल गलत होगी, इसलिये ऐसा मत कीजिए।
धोनी से सीनियर हैं कार्तिक
भले विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक महेन्द्र सिंह धोनी को यूनिवर्सिटी टॉपर और खुद को छात्र बता रहे हों, लेकिन डेब्यू के मामले में दिनेश कार्तिक सीनियर हैं। पहले कार्तिक ने टीम इंडिया के लिये डेब्यू किया था, उसके बाद धोनी को मौका मिला था। हालांकि धोनी ने मिले मौके का भरपूर फायदा उठाया और टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की कर ली।
3 महीने पहले किया था डेब्यू
आपको बता दें कि 32 साल के हो चुके दिनेश कार्तिक ने सितंबर 2004 में खेले गये चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था, जबकि माही इसकी करीब तीन महीने बाद दिसंबर में बांग्लादेश के खिलाफ हुई बाइलेटरल सीरीज में अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेला था।
धोनी सक्सेसफुल क्रिकेटर
डेब्यू के बाद माही ने अपने पांचवें मैच में ही विस्फोटक शतक लगाया था, जिसके बाद वो टीम इंडिया के रेगुलर विकेटकीपर और सक्सेसफुल क्रिकेटर बन गये। दूसरी ओर दिनेश कार्तिक टीम में लगातार अंदर-बाहर होते रहे। घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रद्रर्शन के बाद उन्हें टीम इंडिया में लाया जाता, लेकिन कुछ मैचों के बाद वो फिर बाहर हो जाते। वो अपनी जगह टीम में फिक्स नहीं कर पाए।
तुलना गलत
दिनेश कार्तिक के अनुसार उनका और धोनी का करियर पूरी तरह से अलग रहा है, वो बेहतरीन इंसान हैं, वो रिजर्व रहते हैं और शर्मीले हैं। आज वो ऐसे शख्स के रुप में उभर रहे हैं, जो युवाओं की मदद के लिये खुलकर बोलते हैं। कार्तिक के अनुसार इस तरह की तुलना वो गलत मानते हैं। उन्होने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि जैसा मैंने कहा उन्हें हम यूनिवर्सिटी टॉपर कह सकते हैं, जबकि मैं तो अभी पढ ही रहा हैं। मैं जिस स्थिति में हूं, उससे खुश हूं।
विजय शंकर का किया बचाव
कार्तिक ने फाइनल मैच में धीमी बल्लेबाजी करने वाले विजय शंकर का बचाव किया, उन्होने कहा कि फाइनल में मुस्तफिजुर रहमान की गेंद को समझने में वो नाकाम रहे, जिसकी वजह से 18वें ओवर में सिर्फ 1 रन ही बना, उनके पास प्रतिभा है। एक गेंदबाज के तौर पर उन्होने शानदार परफॉर्म किया। मुझे उनका फ्यूचर शानदजार दिख रहा है। उनका रवैया अच्छा है और वो स्पेशल टैलेंट हैं।
लंबे समय तक खेलेंगे टीम इंडिया
दिनेश कार्तिक ने कहा कि विजय शंकर बैटिंग ऑलराउंडर हैं, लेकिन जिस प्रेशर सिचुएशन में वो खेल रहे थे, वो भी काबिले तारीफ हैं। वो लंबे समय तक टीम इंडिया के लिये खेलेंगे। कुछ चीजें आपको ड्रेसिंग रुम और मैदान में भी सिखने के लिये मिलता है, वो सीख रहे हैं।
शानदार पारी
आपको बता कि निदाहास ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में बांग्लादेश के खिलाफ कार्तिक ने लाजबाव पारी खेली, उन्होने 8 गेंदों में 29 रन बनाकर टीम को जीत दिलाया। कार्तिक की इस पारी के बाद कप्तान रोहित के अलावा बांग्लादेशी कप्तान शाकिब अल हसन ने भी उनकी तारीफ की थी। उन्होने कहा था कि जीत कार्तिक हमसे छिन कर ले गये।