इस गांव में महिलाओं के ‘मैक्‍सी’ पहनने पर है 2000 रुपये का जुर्माना, शिकायत करने वाले को मिलता है हजार रुपए ईनाम

महिलाओं की नाइटी या मैक्‍सी पर जुर्माना, जी हां खबर तो यही है लेकिन क्‍या सच्‍चाई है इस खबर के पीछे आगे पढ़ें । गांव के ही कुछ लोग इसे महज अफवाह बता रहे हैं ।

New Delhi, Nov 11 : आजादी को 71 साल गुजर गए लेकिन देश के कुछ गांव देहात आज भी अजीबो गरीब नियमों में बंधे हुए हैं । इन नियमों की शिकार होती हैं महिलाएं, कहीं कपड़ों पर पाबंदी तो कहीं फज्ञेन पर बात करने की आजादी नहीं । ऐसी ही एक खबर आंध्र प्रदेश से आई है जहां महिलाओं को नाइटी पहनने पर जुर्माना भरना होगा । गांव के बुजुर्गों ने ये फैसला आपसी सहमति से लिया है । हालांकि गांव की महिलाएं इस खबर को खारिज कर रही हैं । उनके मुताबिक ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है । यह सिर्फ अफवाह है ।

7 से 7, नो नाइटी
खबर आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी जिले के तोकालापल्ली गांव से है । गांव के बुजुर्गों ने फैसला किया है कि किसी भी महिला को सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे नाइटी नहीं पहननी चाहिए । अगर कोई महिला इस ‘नियम’ का पालन नहीं करती  तो उसे 2000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा । इतना ही नहीं अगर कोई शख्स किसी महिला के दिन में नाइटी पहनने की जानकारी गांव के बुजर्गों को देगा तो उसे 1 हजार रुपए के इनाम भी दिया जाएगा ।

गांव के विकास में इस्‍तेमाल होगा जुर्माना
जानकारी के अनुसार जुर्माने से इकट्ठा होने वाले पैसों का इस्तेमाल गांव के विकास के लिए किया जाएगा । इस गांव की आबादी गांव की आबादी करीब 36 हजार है । इस अजीबोगरीब नियम की खबर जब सामने आई तो पुलिस महकमे से कुछ अफसर गांव का जायजा लेने पहुंचे । लेकिन महिलाओं ने इस नियम के बारे में कुछ नहीं कहा, ना ही किसी प्रकार का कोई विरोध ही जताया गया ।

जुर्माने का कोई नियम नहीं
खबर के मुताबिक गांव की एक महिला सरस्वती ने इस बारे में कहा – ‘गांव में महिलाओं ने दिन में रात के कपड़े न पहनने का फैसला किया और इस बारे में बुजर्गों को सूचित किया गया। यह उस वक्त था जब उन्होंने एक खास समय सीमा तय की। लेकिन महिलाओं से जुर्माना वसूल करने का कोई ऐसा नियम नहीं है । गांव की एक और महिला के मुताबिक गांव में सभी महिलाएं इस नियम से खुश है और सभी ने सामूहिक रूप से इस परंपरा का पालन करने का निर्णय लिया है।