गौतम गंभीर अपनी कप्तानी में दो बार केकेआर को चैंपियन बना चुके हैं।
New Delhi, May 18 : टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी गौतम गंभीर को क्रिकेट की गहरी समझ है, इस बात से कोई भी इंकार नहीं कर सकता, क्रिकेट के फटाफट फॉर्मेट आईपीएल में भी उनके योगदान से कोई इंकार नहीं कर सकता। लेकिन आईपीएल 2018 इस बायें हाथ के बल्लेबाज के लिये बेहद चिंतित करने वाला समय रहा। इस सीजन में उन्होने दिल्ली की कप्तानी छोड़ दी, और खुद प्लेइंग इलेवन से बाहर हो गये। आपको बता दें कि गौतम गंभीर अपनी कप्तानी में दो बार केकेआर को चैंपियन बना चुके हैं।
दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ करार
आईपीएल-11 में गौतम गंभीर ने दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ करार किया था, नये करार के अनुसार वो शाहरुख खान की टीम कोलकाता नाइटराइडर्स को टक्कर देना चाहते थे। आपको बता दें कि गंभीर ने केकेआर के साथ लंबा वक्त गुजारा है, लेकिन उस सीजन से पहले ही उन्होने केकेआर को उनके नाम पर बोली लगाने से मना कर दिया था। हालांकि दिल्ली के लिये गंभीर का अनुभव अच्छा नहीं रहा।
आईपीएल-11 में बेहतरीन शुरुआत
आईपीएल-11 में गौतम गंभीर ने शानदार शुरुआत की, उन्होने पहले ही मुकाबले में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ शानदार अर्धशतक ठोंक दिया। उसके बाद फिर वो बड़े स्कोर के लिये तरसते रहे। इसी वजह से टीम के प्रदर्शन पर भी असर पड़ी। उन्होने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए टीम की कप्तानी छोड़ दी। भले दिल्ली के लिये वो कारगर कप्तान साबित नहीं हो सके, लेकिन केकेआर के लिये उन्होने कई ऐसे फैसले लिये, जो वाकई शानदार रहा था।
दो बार जीता आईपीएल खिताब
ये गंभीर की कप्तानी का ही दम था, जिसके बूते केकेआर ने दो बार आईपीएल खिताब जीता, अपने कार्यकाल के दौरान गौतम गंभीर ने कई साहसी और हैरान करने वाले कदम उठाये थे, जिसका फायदा केकेआर को लंबे समय में मिल रहा है। इन्हीं फैसलों में से एक था ऑक्शन में सुनील नारायण को खरीदने का। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार करीब 5 साल पहले आईपीएल ऑक्शन में गौती ने ही शाहरुख खान और वैंकी मैसूर को जोर देकर कहा था कि उन्हें हर हाल में सुनील नरेन को खरीदना चाहिये।
खिलाड़ी हाथ से नहीं जाना चाहिये
तत्कालीनी केकेआर के कप्तान ने टीम के मालिक से कहा था कि सुनील नरेन को खरीदने के लिये चाहें जितने पैसे खर्च करने पड़े, लेकिन उन्हें हाथ से ना जाने दें। ना तो किंग खान और ना ही वैंकी मैसूर ने इससे पहले नरेन के बारे में सुना था। लेकिन शाहरुख खान और वैंकी को गंभीर की पसंद पर पूरा भरोसा था, इसी वजह से उन्होने नरेन को 4.71 करोड़ रुपये की कीमत में खरीदा, जबकि उनका बेस प्राइस सिर्फ 33 लाख रुपये था।
शाहरुख खान ने गंभीर से पूछा था ये सवाल
केकेआर के को-ऑनर शाहरुख ने गौती से पूछा था कि क्या हम किसी और को नहीं खरीद सकते हैं, तुम कह रहे हो, कि हमें सुनील नरेन को खरीदना चाहिये ? तो इस पर केकेआर के कप्तान ने कहा था कि आखिर किस बजट के साथ आप उसे खरीदना चाहते हैं ? आपकी लिमिट कितनी है ? तो किंग खान ने कहा बीस लाख, लेकिन ये लड़का है कौन, तुम पक्का उसे अपनी टीम में लेना चाहते हो ? तो गौती ने कहा कि हां अगर आपकी लिमिट बीस लाख की है, तो हमें बीस लाख रुपये खर्च करके भी उस लड़के को खरीदना चाहिये, हमें दूसरे किसी और खिलाड़ी की जरुरत नहीं पड़ेगी।
नरेन खुद हैरान थे
बाद में गंभीर ने सुनील नरेन के चयन पर मीडिया के साथ बातचीत में कहा था कि ना तो शाहरुख और ना ही वैंकी ने नरेन के बारे में मुझसे कुछ पूछताछ की। हमें सिर्फ इतना पता था कि उसने वेस्टइंडीज के लिये इससे पहले सिर्फ 1 मैच खेला है। लेकिन जब हमनें उन्हें चार करोड़ से ज्यादा की कीमत पर खरीदा, तो खुद भी वो हैरान रह गये थे।