बच्चों की शिक्षा के लिए अपने खर्चे से शुरू की स्मार्ट क्लास, इस टीचर की PM ने भी की तारीफ

शिक्षक ही भविष्‍य के निर्माता हैं, ये बात एकदम सटीक है । और इसी तरह के भविष्‍य निर्माण के काम में जुटी हैं प्रयागराज की एक शिक्षिका ममता मिश्रा ।

New Delhi, Aug 25: देश का भविष्‍य है उसके बच्‍चों से और बच्‍चों का भविष्‍य संवारने वाले होते हैं शिक्षक और इस बात का जीता जागता उदाहरण हैं ममता मिश्रा, जो कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के ही विकासखंड चाका में रहने वाली हैं, वो एक टीचर हैं और एक इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाती हैं । लेकिन उनके पढ़ाने का तरीका  लोगों को ही नहीं बल्कि प्रधानमंत्री मोदी को भी बहुत पसंद आया है । उन्‍होने ममता की तारीफ ‘मन की बात’ में की, साथ ही उनके लिए एक प्रोत्साहन लेटर भी लिखकर दिया ।

ममता ने की कायापलट
ममता मिश्रा एक सरकारी स्‍कूल में पढ़ाती हैं, लेकिन उस स्‍कूल को इन्‍होने इतना बदल दिया है कि वो किसी प्राइवेट स्कूल से कम नहीं लगता । यहां हर बच्चा पढ़ाई में फर्स्ट क्लास है, ममता मिश्रा ने अपने निजी संसाधनों से ही सरकारी प्राइमरी स्कूल को किसी बड़े कान्वेंट स्कूल जैसा बना दिया है । ममता दीक्षा ऐप के ज़रिये बच्चों को पढ़ाती हैं । योरस्टोरी नाम की वेबसाइट से बात करते हुए उन्‍होने बताया कि वो केंद्रीय विद्यालय से पढ़ी हैं, इसके बाद छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर से स्नातक किया । बी.एड. और पोस्‍ट ग्रेजुएश भी की । ममता की मां भी एक टीचर हैं, उन्‍होने बचपन से ही मां को परिश्रम, निष्ठा और ईमानदारी से पढ़ाते हुए देखा है । इसी वजह से वो उनकी रोल मॉडल भी बन गईं । ममता ने कहा कि वो बचपन से ही टीचर बनने का सपना देखने लगी थीं ।

शिक्षा की गंभीरता को नहीं समझते लोग
ममता मिश्रा के अनुसार, गांव-देहातों में लोग शिक्षा के महत्‍व को नहीं समझते, सरकारी स्कूलों में पढ़ाई को गंभीरता से नहीं लिया जाता । उन्‍होने कहा कि उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती ऐसे बच्चों को पढ़ाना था जो न सिर्फ खुद बल्कि जिनके परिजन भी प्राथमिक शिक्षा को गंभीरता से नही ले रहे थे । जब बच्‍चों के बारे में पता लगाया तो उन्हें पता चला कि ज्यादातर बच्चे गरीब घरों से ताल्‍लुक रखते हैं । बच्‍चों को घर के कामों में भी सहयोग देना पड़ता था । ममता ने बच्‍चों के अभिभावकों को भी समझाना शुरू किया । सरकारी स्‍कूल में उन्‍होने पढ़ाई के साथ स्पोर्ट्स और एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटिज़ भी करवानी शुरू की । ममता ने बच्‍चों के लिए डेस्क – बेंच, मोबाइल, टेबलेट, प्रोजेक्टर तक अपनी सैलरी से खरीदे । स्‍मार्ट क्‍लासेज शुरू कीं ।

स्मार्ट एजुकेशन के बारे बोलीं ममता
ममता मिश्रा ने स्‍मार्ट एजुकेशन पर जोर देते हुए कहा कि आज के जमाने में शिक्षा और तकनीक एक-दूसरे की पूरक हैं । इसीलिए ऑडियो-वीडियो तकनीक के साथ आईसीटी और सीसीई से लेकर रोबोटिक्स, नैनो टेक्नोलॉजी, कंप्यूटिंग और अंतरिक्ष के साथ जमीन और पानी तक का अध्‍ययन सबमें तकनीक रहित शिक्षा अधूरी है । ममता ने कहा कि आज के समय में सभी को प्रधानमंत्री जी के डिजिटल इंडिया के सपनों को साकार करने की जरूरत है । ममता मिश्रा,  MAMTA ANKIT  नाम का एक यूट्यूब चैनल भी रन करती हैं ।