इस गेंदबाज को जूते खरीदने के लिये बेचनी पड़ी थी साईकिल, बुरे वक्त में रोहित शर्मा ने की मदद

तेज गेंदबाज का करियर ऊंचाई तक पहुंचाने में धोनी का भी महत्वपूर्ण रोल कहा जाता है। ऑस्ट्रेलिया में साल 2007-08 में हुई सीरीज में प्रवीण ने शानदार प्रदर्शन किया था।

New Delhi, Oct 02 : आज टीम इंडिया के पूर्व मध्यम तेज गति के गेंदबाज प्रवीण कुमार का जन्मदिन है, आज वो 32 साल के हो गये हैं। अपनी लहराती स्विंग गेंदबाजी के लिये मशहूर प्रवीण कुमार ने नई गेंद से बड़े-बड़े बल्लेबाजों के नाक में दम कर देते थे। प्रवीण कुमार ने 2007 में टीम इंडिया में डेब्यू किया और 2012 तक भारतीय टीम के लिये खेलते रहे। आइये उनके जन्मदिन के मौका पर उनके करियर से जुड़ी कुछ खास बातें आपको बताते हैं।

गरीब परिवार में जन्म
प्रवीण कुमार का जन्म यूपी के एक गरीब परिवार में हुआ था, उनके पिता कांस्टेबल थे और उन्हें पहलवानी पसंद थे। लेकिन बेटे प्रवीण ने क्रिकेट को चुना, प्रवीण कुमार के परिवार की आर्थिक स्थिति का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं, कि उनके पास अच्छे जूते खरीदने तक के पैसे नहीं थे। उन्होने अंडर-19 में ट्रायल देने के लिये अपनी साईकिल बेचकर जूते खरीदे थे, जिसे पहन कर वो ट्रायल देने पहुंचे थे।

क्रिकेट खेलने के लिये 10वीं बोर्ड परीक्षा छोड़ दी
प्रवीण क्रिकेट को लेकर इतने पैसेनेट थे, कि उन्होने मैच खेलने के लिये अपनी 10वीं बोर्ड परीक्षा का पेपर छोड़ दिया था। तेज गेंदबाज ने खुद ही एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि मेरे भाई ने मुझसे पूछा था कि कहां गये थे, मैंने उनसे कहा परीक्षा देने। जिसके बाद उन्होने प्रश्न पत्र मांगा, तो मैंने उनसे कहा कि उन्होने ले लिया। इसके बाद मेरे भाई ने मुझसे कहा, कि अच्छा , वैसे तुमने छक्का अच्छा लगाया था।

धोनी की कप्तानी में चमकी किस्मत
तेज गेंदबाज का करियर ऊंचाई तक पहुंचाने में धोनी का भी महत्वपूर्ण रोल कहा जाता है। ऑस्ट्रेलिया में साल 2007-08 में हुई सीरीज में प्रवीण ने शानदार प्रदर्शन किया था। मेरठ के इस स्टार गेंदबाज ने 04 मैचों में 10 विकेट हासिल किये थे। बेस्ट ऑफ थ्री के दो फाइनल में उन्होने 6 विकेट हासिल किये थे। जिससे टीम इंडिया चैंपियन बनी थी। ये धोनी की कप्तानी करियर की सबसे बड़ी जीत में से एक मानी जाती है।

रोहित शर्मा ने की मदद
प्रवीण कुमार टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा को अपना भाई मानते हैं, उन्होने बताया कि साल 2014 में कई विवादों की वजह से वो डिप्रेशन में चले गये थे। करियर भी कुछ खास आगे नहीं बढ रही थी, तब आईपीएल में कप्तानी कर रहे रोहित शर्मा ने उनकी मदद की और कांट्रेक्ट दिलवाया। इस बात का आज भी प्रवीण कुमार रोहित शर्मा का एहसान मानते हैं। प्रवीण का करियर विवादों भरा रहा है, साल 2008 में उन पर एक डॉक्टर ने पीटने का आरोप लगाया था। वेस्टइंडीज दौरे पर वो दर्शकों से भिड़ गये थे, इंग्लैंड में भी दर्शकों ने उनकी कुछ ऐसी ही शिकायत की थी।