यश चोपड़ा की फिल्म ने शाहरुख को रातों-रात बना दिया ‘किंग खान’, अजय-आमिर ने ठुकराया था रोल

डर में किंग खान ने राहुल मेहरा का किरदार किया था, कम ही लोगों को पता है, इस रोल के लिये यश चोपड़ा की पहली पसंद शाहरुख नहीं बल्कि अजय देवगन थे।

New Delhi, Sep 27 : सिल्वर स्क्रीन पर रोमांस की अलग परिभाषा गढने वाले रोमांस के इंजीनियर यश चोपड़ा का आज जन्मदिन है, यश चोपड़ा ने बॉलीवुड में रोमांस को कई रंगों में दिखाया, उन्होने प्यार को जुनून, पागलपन और कुर्बानी के तौर पर पेश किया, तो कुछ फिल्मों में उन्होने प्यार को दूसरे तरह से पेश करने की कोशिश की। यश चोपड़ा के जन्मदिन पर आइये आपको उनसे जुड़ी कुछ बातें बताते हैं।

लाहौर में जन्म
बॉलीवुड के चर्चित फिल्ममेकर यश चोपड़ा का जन्म 27 दिसंबर 1932 को लाहौर में हुआ था, उनके बड़े भाई बी आर चोपड़ा बॉलीवुड के चर्चित फिल्ममेकर थे, उन्होने अपने करियर की शुरुआत भाई के साथ ही बतौर सहायक निर्देशक शुरु किया। बतौर डायरेक्टर यश चोपड़ा ने पहली फिल्म साल 1959 में धूल का फूल बनाई, अपने फिल्मी करियर में यश चोपड़ा ने 22 फिल्में निर्देशित की, तो 51 फिल्मों का निर्माण किया।

फिल्म इंडस्ट्री को दिये कई सुपरस्टार
यश चोपड़ा के बारे में कहा जाता है कि उन्होने फिल्म इंडस्ट्री को एक से बढकर एक सुपरस्टार दिये, इन्हीं में से एक नाम है किंग खान यानी शाहरुख खान, बी-टाउन में एक दौर तो ऐसा भी था, जब शाहरुख और यश चोपड़ा एक-दूसरे के पर्याय बन चुके थे। दोनों की दोस्ती फिल्म डर से शुरु हुई और यश चोपड़ा के आखिरी सांस तक चली।

‘राहुल मेहरा’ ने बना दिया स्टार
डर में किंग खान ने राहुल मेहरा का किरदार किया था, कम ही लोगों को पता है, इस रोल के लिये यश चोपड़ा की पहली पसंद शाहरुख नहीं बल्कि अजय देवगन थे, लेकिन डेट्स की परेशानी की वजह से उन्होने फिल्म करने से मना कर दिया। उसके बाद आमिर खान को ये रोल ऑफर किया गया। लेकिन आमिर ने रुचि नहीं दिखाई, अजय देवगन और आमिर के रिजेक्शन के बाद ये किरदार शाहरुख खान के पास पहुंचा और इससे वो रातों-रात स्टार बन गये।

विलेन के रुप में हिट रहे किंग खान
फिल्म में हीरो के रुप में सनी देओल थे, लेकिन विलेन का किरदार ज्यादा पॉपुलर हुआ, शाहरुख खान राहुल मेहरा के किरदार से स्टार बन गये। इसके बाद फिर शाहरुख और सनी देओल में फिर कभी साथ में काम नहीं किया। एक इंटरव्यू में सनी देओल ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि फिल्म में विलेन को हीरो से ज्यादा दमदार तरीके से पेश किया गया था, जब मुझे पता चला कि फिल्म का अंत कुछ ऐसा होना है, तो मैं हैरान रह गया था।