बेहद प्रेरणादायी है इस युवा IAS की कहानी, पहली ही कोशिश में 22 साल की उम्र में रचा था इतिहास

simi karan

सिमी ने इंजीनियरिंग के आखिरी साल में यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की, सेल्फ स्टडी का फैसला लिया, सिमी कहती हैं कि उन्होने सबसे पहले टॉपर्स के इंटरव्यू देखे, इंटरनेट की मदद से अपने लिये किताबों की लिस्ट तैयार की।

New Delhi, Feb 17 : यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा को सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है, अकसर कहा जाता है कि इसकी तैयारी के लिये सबकुछ छोड़कर पढाई करनी पड़ती है, हालांकि कुछ छात्र ऐसे भी होते हैं, जो इंजीनियरिंग के साथ-साथ यूपीएससी की भी तैयारी करते हैं, ऐसी ही कहानी ओडिशा की रहने वाली सिमी करन की है, जिन्होने आईआईटी से इंजीनियरिंग के दौरान यूपीएससी की तैयारी शुरु की, पहली कोशिश में ही परीक्षा पास कर आईएएस अधिकारी बन गई।

12वीं में स्टेट टॉपर
मूल रुप से ओडिशा की रहने वाली सिमी का पूरा बचपन छत्तीसगढ के भिलाई में बीता, अपनी शुरुआती पढाई भी यहीं से की, सिमी के पापा डीएन करन भिलाई स्टील प्लांट में काम करते हैं, उनकी मां सुजाता भिलाई के दिल्ली पब्लिक स्कूल में टीचर है, सिमी ने 12वीं तक की पढाई भिलाई की दिल्ली पब्लिक स्कूल से ही की, 12वीं में 98.4 प्रतिशत नंबर लाकर पूरे प्रदेश में टॉप किया था।

आईआईटी में एडमिशन
डीएनए की रिपोर्ट के मुताबिक सिमी करन की शुरुआत में सिविल सेवा में जाने की कोई योजना नहीं थी, इसलिये उन्होने 12वीं के बाद आईआईटी का प्रवेश परीक्षा दिया, जिसमें उनका चयन आईआईटी बॉम्बे के लिये हुआ, वो इंजीनियरिंग की पढाई करने लगी, इंजीनियरिंग के दौरान इंटर्नशिप के समय सिमी पास के स्लम एरिया में बच्चों को पढे गई, तो उनके मन में लोगों की मदद करने का विचार आया, जिसके बाद उन्होने सिविल सेवा के क्षेत्र में उतरने का फैसला लिया।

इस तरह की तैयारी
सिमी ने इंजीनियरिंग के आखिरी साल में यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की, सेल्फ स्टडी का फैसला लिया, सिमी कहती हैं कि उन्होने सबसे पहले टॉपर्स के इंटरव्यू देखे, इंटरनेट की मदद से अपने लिये किताबों की लिस्ट तैयार की, तैयारी के लिये जो स्टैंडर्ड बुक्स आती है, उनका चुनाव किया, हमेशा इस बात का ध्यान रखा कि किताबें सीमित रखकर बार-बार रिवीजन करना है, तैयारी के लिये उन्होने यूपीएससी के सिलेबस से छोटे-छोटे हिस्सों में कनवर्ट कर लिया, ताकि सिलेबस बोझ ना बने, उनका कहना है कि परीक्षा की तैयारी के लिये ज्यादा से ज्यादा रिवीजन जरुरी है। सिमी 22 साल की उम्र में आईएएस बन गई, उनकी ऑल इंडिया रैंकिंग 31वीं थी।