भारत में जुटे 90 देशों के लोग, इस जगह से इंटरनेशनल योग फेस्टिवल का आगाज

भारत में एक बार फिर से इंटरनेशनल योग फेस्टिवल का आगाज हो गया है। परमार्थ निकेतन में 90 देशों के 1500 योग साधक इसमें भाग लेंगे। जानिए खास बातें।

New Delhi, Mar 01: भारत के योग को आज विश्व भर में एक अलग पहचान मिली है। आज आप खुद देख सकते हैं कि भारत में हर साल लाखों करोड़ों विदेशी सैलानी आते हैं और यहां से योग सीखकर जाते हैं। अब एक बार फिर से भारत में इंटरनेशनल योग फेस्टिवल का आगाज हो रहा है। इसके लिए परमार्थ निकेतन में 90 देशों से कुल मिलाकर 1500 योग साधक जुट रहे हैं।

सज गया परमार्थ निकेतन
परमार्थ निकेतन में अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का आगाज हो रहा है। ये 29वां योग महोत्सव होगा। जिसमें 90 देशों से लगभग 1500 योग साधक हिस्सा लेंगे। योग आज के दौर में हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन चुका है। योग का ये महापर्व करीब एक हफ्ते तक चलेगा। इस दौरान यहां साधकों को कई तरहे के योग आसन सिखाए जाएंगे।

इस बार बनेगा बड़ा रिकॉर्ड
इसके साथ ही गंगा के तट पर कई तरह की ध्यान मुद्राओं के बारे में भी बताया जाएगा। इसके साथ ही इस योग फेस्टिवल में बड़ा रिकॉर्ड बन रहा है। इस बार इस योग फेस्टिवल में कुल मिलाकर 200 योग कक्षाएं चलाई जाएंगी। ये कक्षाएं सुबह 4 बजे से चलाई जाएंगी और रात के 9.30 बजे तक ये कक्षाएं संचालित की जाएंगी। इसके अलावा भी कई खास बातें हैं।

गंगा के तट पर योग और ध्यान
गंगा के तट पर 90 देशों से आए योग साधक आयंगर योग, अष्टांग योग, कुण्डलिनी योग, विन्यास योग, सिन्तोह योग, जीवमुक्ति योग, हठ योग, सोमैटिक योग, भक्ति योग, राज योग, गंगा योग, भरत योग, डीप योग और लीला योग जैसे तमाम योग करेंगे। ऋषिकेश वैसे भी विदेश से आने वाले सैलानियों के लिए योग का केंद्र रहा है।

इस बार कुछ खास होगा
खास बात ये है कि इस जगह को योग की इंटरनेशनल कैपिटल कहा जाता है। बताया जा रहा है कि इस दौरान समारोह में संस्कृतवाचन, ध्यान मुद्रा, रेकी एवं भारतीय दर्शन और आयुर्वेद की भी कक्षायें चलाई जाएंगी। देश और दुनिया के आध्यात्मिक महापुरुषों और धर्मगुरूओं द्वारा धार्मिक सवांद किया जाएगा। कुल मिलाकर कहें तो अंतरराष्टीय योग महोत्सव में बहुत कुछ खास है।

संगीत और नृत्य के साथ शुरुआत
इस आयोजन की शुरुआत परमार्थ निकेतन में संगीत और नृत्य के साथ होगी। प्रसिद्ध ड्रम वादक शिवमणि के ड्रम और संगीत की दिल को छू लेने वाली प्रस्तुतियां हुई। इसके बाद होलिका दहन के साथ विश्व शान्ति की प्रार्थना और विशेष ध्यान किया गया। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने इस आयोजन को लेकर जानकारी दी।

90 देशों के लोग ले रहे हैं हिस्सा
स्वामी चिदानंद का कहना है कि एक मार्च से शुरू होने जा रहे योग महोत्सव में दुनियाभर के करीब 90 देशों से लगभग 1500 से अधिक लोग शामिल हैं। इनमें योगाचार्य, योग जिज्ञासु और योग विद्यार्थी हिस्सा ले रहे हैं। खास बात ये है कि भारत के उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू भी इस इंटरनेशनल योग फेस्टिवल में शामिल होने आ रहे हैं।