इसी साल जुलाई में सर्वोच्च न्यायालय ने मोदी सरकार से कहा था कि जो महिलाएं कम उम्र में विधवा हो जाती है, उन्हें दुबारा शादी करने के लिये कोई नीति बनाए।
New Delhi, Oct 09 : अगर किसी महिला की पति कम उम्र में ही गुजर जाता है, तो फिर उसे सारी उम्र विधवा बनकर जिंदगी गुजारनी पड़ती है, लेकिन पिछले कुछ सालों में हमारी समाज की सोच बदली है, अब समाज उन महिलाओं के लिये भी सोच रहा है, जिसके पति किसी कारणवश कम उम्र में ही गुजर जाते हैं। मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार ने ऐलान किया है कि जो कोई भी Widow से शादी करेगा, उन्हें दो लाख रुपये की नकद राशि दी जाएगी।
जी हां, एमपी के सामाजिक न्याय विभाग ने विधवा विवाह को प्रोत्साहित करने के लिये ये आदेश जारी किया है। इसके साथ ही शर्त ये भी है कि महिला की उम्र 45 साल से कम होनी चाहिये। एमपी सरकार का कहना है कि देश में अपनी तरह का ये पहला प्रयास है।
हालांकि अभी ऐसा कोई आंकड़ा सरकार के पास नहीं है, कि वर्तमान में कितनी विधवा महिलाएं दुबारा से शादी कर हंसी-खुशी जिंदगी बिता रही है, आपको बता दें कि इसी साल जुलाई में सर्वोच्च न्यायालय ने मोदी सरकार से कहा था कि जो महिलाएं कम उम्र में विधवा हो जाती है, उन्हें दुबारा शादी करने के लिये कोई नीति बनाए, ताकि वो भी अच्छी जिंदगी गुजार सके।
मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने सुप्रीम कोर्ट की ओर से जारी आदेश के बाद ये पहल की है, ये पहला मौका है, जब किसी प्रदेश सरकार ने विधवा विवाह को प्रोत्साहित करने के लिये ये ऐलान किया है, देश में 1856 में विधवा विवाह को वैध करार दिया गया था, एमपी सरकार ने इस स्कीम को लागू करने के लिये हर साल 20 करोड़ रुपये का बजट तय किया है।