सोचिए जरा, जिस पत्थर को सालों तक दरवाजे को बस रोकने के लिए इस्तेमाल में लाया गया हो अचानक उसकी कीमत लाखों की है, ये पता लग जाए तो । जी हां, हैरान होना लाजमी है । आगे पढ़ें ये दिलचस्प स्टोरी ।
New Delhi, Oct 09 : अमेरिका के रहने वाले एक शख्स की किस्मत रातों रात पलट गई । जिस पत्थर को उसने अपने खेत से लाकर दरवाजा टिकाने के काम में प्रयोग में लाया था दरअसल वो पत्थर लाखों की कीमत का निकला । असल में ये पतथर, पत्थर था ही नहीं । ये तो एक उल्का पिंड था, जो 1930 के दशक में आसमान से गिरा था । इस उल्कापिंड को ये परिवार सालों तक दरवाजे को रोकने के काम में इस्तेमाल कर रहा था ।
बेशकीमती पत्थर ने चमाई किस्मत
मिशिगन में रहने वाले इस शख्स के पास 10 किलो वजनी ये पत्थर करीब 30 साल से था । जानकारों ने इसकी कीमत 1 लाख डॉलर बताई है, यानी 74 लाख रुपए । पत्थर की कीमत जानकर ये परिवार भी ऐसे ही दंग रह गया था । इस उल्कापिंड से जुड़े कई ऐसे रहस्य हैं जिसे वैज्ञानिक एक-एक कर सामने लाने की कोशिश कर रहे हैं । बताया जा रहा है कि ये उन्कापिंड 1930 के दशक के दौरान खेत में मिला था ।
खेत में खुदाई के दौरान मिला उल्कापिंड
शख्स को यह उल्कापिंड तब मिला जब उन्होने अपनी संपत्ति बेची थी । 1930 के दशक की एक रात यह पत्थर खेत में खुदाई के दौरान मिला था । तब यह गर्म था और पत्थर को घर लाकर दरवाजे को रोकने के काम में लगा दिया गया । नए मालिक के मुताबिक कुछ समय पहले ही उनके दिमाग में आया कि इस पत्थर की जांच करवानी चाहिए और वो इसे मिशिगन यूनिवर्सिटी ले गए ।
मीटरॉइट की पुष्टि
मिशिगन यूनिवर्सिटी में जब इस पतथर की जांच की गई तो वहां मौजूद प्रोफेसर हैरान रह गए । जियोलॉजी की प्रोफेसर मोनालिसा सर्बेस्कु इसके आकार को देखकर हैरान थीं । इसके बाद इस पत्थर का एक्सरे फ्लोरोसेंस से करवाने का निर्णय लिया गया । जांच में पता चला कि इसमें 88 फसदी लोहा, 12 फीसदी निकल और कुछ मात्रा में इरीडियम, गैलियम और सोना जैसी धातु भी मौजूद हैं । मोनालिसा ने इसका अंश वाशिंगटन के स्मिथसोनियन इंस्टीट्यूट में भेजा, यहां से ये कंफर्म हुआ कि ये उल्कापिंड ही है ।
एडमोर उल्कापिंड
इस पत्थर को प्रोफेसर ने एडमोर उल्कापिंड नाम दिया है । उनके मुताबिक उन्होने जिंदगी में कभी इतना कीमती पत्थ नहीं देखा । उल्कापिंड के पुराने मालिक के अनुसार उसने मिशिगन से करीब 48 किमी दूर एडमोर स्थित माउंट प्लीसेंट के पास मौजूद अपना खेत एक किसान को बेचा था । तब किसान ने ही उन्हें ये पत्थर दिखाते हुए कहा था कि यह आसमान से आपके खेत में गिरा है ।