दिग्गज नेता की स्टाइलिश बेटी पॉलिटिक्स में एंट्री को तैयार, मीडिया से कही ये बात

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नवजोत सिंह सिद्धू के हक में फैसला आने के बाद पहली बार मीडिया से मुखातिब राबिया ने कोर्ट के फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि पापा ने कभी कोई गलत काम नहीं किया।

New Delhi, May 16 : पूर्व क्रिकेटर और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को सुप्रीम कोर्ट ने हत्या के केस में बरी कर दिया है, सिद्धू को कोर्ट से राहत मिलने के बाद पहली बार मीडिया के सामने आई उनकी बेटी राबिया ने पंजाब की भलाई के लिये राजनीति में आने की बात कही। हालांकि उन्होने ये भी कहा कि पहले वो अपने पापा-मम्मी की इजाजत लेंगी, उसके बाद पॉलिटिक्स में एंट्री लेंगी।

पापा ने गलत नहीं किया
नवजोत सिंह सिद्धू के हक में फैसला आने के बाद पहली बार मीडिया से मुखातिब राबिया ने कोर्ट के फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि sidhu familyपापा ने कभी कोई गलत काम नहीं किया। हां, कोर्ट के फैसले से पहले थोड़ी घबराहट जरुर थी, लेकिन पापा कहते हैं कि डरते वो हैं, जिसने कुछ गलत किया हो, उन्होने आगे बोलते हुए कहा कि वो विरोधियों का भी बुरा नहीं चाहेंगी। मेरे पापा ने आज तक किसी के हक का एक रुपया भी नहीं खाया। साथ ही उन्होने ये भी कहा कि अगर मम्मी-पापा चाहेंगे, तो मैं भी पंजाब की भलाई के लिये राजनीति में आना चाहूंगी।

गुरनाम हार्ट के मरीज थे, पुलिस ने फंसाया
सुप्रीम कोर्ट में सिद्धू के वकील आर एस चीमा ने दलील दी थी, कि सिद्धू निर्दोष हैं, उन्हें पुलिस ने फंसाया है, उन्हें ये नहीं मालूम था कि गुरनाम सिंह को दिल की बीमारी है, sidhuसाथ ही वकील ने ये भी कहा था कि इस मामले में कई अहम गवाहों के बयान पुलिस ने दर्ज ही नहीं किये। निचली अदालत से आरोपमुक्त करने का फैसला सही था। मृतक का दिल कमजोर था, ये बात पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी सामने आई थी।

सुखबीर बादल ने केस को उछाला – सिद्धू
सिद्धू के बरी होने के बाद खुशी जाहिर करते हुए उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने कहा कि ये खुशी हमारे परिवार के लिये ही नहीं बल्कि उस शख्स के लिये खुशखबरी है, Navjot kaurजो ईमानदारी से काम करता है। सिद्धू लोअर कोर्ट में ही बरी हो चुके थे। लेकिन मृतक परिवार के ना चाहने के बाद भी सुखबीर बादल ने केस को उछाला। पहले अदालत की वजह से वो इस केस पर कुछ नहीं बोलती थी। सुखबीर बादल ने अपनी पूरी ताकत सिद्धू को फंसाने में लगा दी। लेकिन वो कुछ बिगाड़ नहीं सके।

क्या था मामला ?
7 दिसंबर 1988 को नवजोत सिंह सिद्धू और उनके दोस्त रुपिंदर सिंह संधू पटियाला में कार पार्किग को लेकर गुरनाम सिंह से कहासुनी हो गई। झगड़े के बाद गुरनाम सिंह की मौत हो गई थी। navjot-kaur-sidhuजिसके बाद सिद्धू और उनके दोस्त पर गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया था। साल 1999 में सेशन कोर्ट से सिद्धू को राहत मिली थी, और केस को खारिज कर दिया गया था। फिर 1 दिसंबर 2006 को हाईकोर्ट बेंच मे सिद्धू और उनके दोस्त को दोषी माना, 6 दिसंबर को कोर्ट ने सिद्धू और उनके दोस्त को तीन-तीन साल की सजा सुनाई, साथ ही एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया, इसी फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी।

फैशन डिजाइनिंग की पढाई कर चुकी है राबिया
सिद्धू की बेटी राबिया फैशन डिजाइनर है, हाल ही में उन्होने फैशन डिजाइनिंग में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। उन्होने सिंगापुर के एक कॉलेज से फैशन डिजाइनिंग की पढाई की है। Rabia Sidhuराबिया ने दिल्ली और पटियाला में भी पढाई की है। कुछ महीने पहले वो अपने पैरेंट्स के साथ कपिल शर्मा के शो में पहुंची थी। वो अपनी मां नवजोत कौर सिद्धू को बेस्ट फ्रेंड मानती है।

पटियाला से हुई शुरुआती पढाई
सिद्धू की बेटी राबिया की शुरुआती पढाई पटियाला के एक स्कूल से हुई, साल 2009 से 2013 तक उन्होने पाथवेज वर्ल्ड स्कूल से पढाई की। sidhu1फिर साल 2013 में वो सिंगापुर फैशन डिजाइनिंग की पढाई करने चली गई। फिलहाल वो लंदन के इस्ट्यूटो मारंगोनी कॉलेज में पढाई कर रही हैं।