पुनिया ने दावा किया है कि उन्होने अरुण जेटली को विजय माल्या से मिलते हुए देखा था । उन्होने कहा कि संसद के सेंट्रल हॉल में दोनों के बीच बातचीत हुई थी, जिसे उन्होने देखा है । इसे सीसीटीवी फुटेज भी हैं जिन्हें देखा जा सकता है ।
New Delhi, Sep 13 : भगोड़ा घोषित शराब कारोबारी विजय माल्या के एक बयान ने भारतीय राजनीति में भूचाल ला दिया है । 2019 लोकसभा चुनाव की तैयारियों में व्यस्त पार्टियों को सरकार को घरेने का एक बड़ा मुद्दा मिल गया है । भारत छोड़ने से पहले माल्या और जेटली की मुलाकात का सच क्या है, क्या माल्या के दावे में दम है या जेटली की सोशल मीडिया पर सफाई पुख्ता है । जो भी हो, मुद्दा विपक्ष को जबरदस्त मिल चुका है और कांग्रेस या दूसरे विपक्षी दल इसे भुनाने का कोई मौका नहीं छोड़ने वाले । इस मुलाकात के साक्षी कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता भी सामने आए हैं, जिन्होने दावा किया है कि उन्होने ये बातचीत होते देखी है ।
पीएल पुनिया का दावा
राजनीतिक गलियारों की गर्माहट के बीच कांग्रेस नेता पीएल पूनिया के दावे ने तापमान को और बढ़ा दिया है । पी एल पुनिया ने दावा किया है कि उन्होने अरुण जेटली को विजय माल्या से मिलते हुए देखा था । उन्होने कहा कि संसद के सेंट्रल हॉल में दोनों के बीच बातचीत हुई थी, जिसे उन्होने देखा है । इसे सीसीटीवी फुटेज भी हैं जिन्हें देखा जा सकता है ।
जेटली पर लगाया झूठ बोलने का आरोप
बयान के बाद कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने राहुल गांधी के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा कि अरुण जेटली झूठ बोल रहे हैं, मैंने सेंट्रल हॉल में
उन्हें माल्या के साथ लंबी बैठक करते हुए देखा था । ये बैठक माल्या के लंदन के लिए जाने से दो दिन पहले हुई थी । आपको बता दें इस पूरे मामले में राहुल गांधी ने वित्त मंत्री अरुण जेटली से इस्तीफे की मांग की है ।
माल्या का बयान
दरअसल विजय माल्या ने बुधवार को कहा था कि वह भारत से रवाना होने से पहले वित्त मंत्री से मिला था । माल्या लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश होने के लिए पहुंचा था । उसने कहा कि उसने वित्त मंत्री से मुलाकात की थी, साथ ही बैंकों के साथ मामले का निपटारा करने की पेशकश भी की थी । हालांकि मामले में अरुण जेटली की सफाई के बाद माल्या ने अपने बयान को मुद्दा ना बनाने की बात भी कह दी है, उसने कहा कि ये औपचारिक मुलाकात नहीं थी ।
अरुण जेटली की सफाई
लंदन में माल्या के बयान के बाद वित्त मंत्री ने फेसबुक पर एक पोस्ट जारी कर इस मुलाकात का सच सामने रखा था । उन्होने लिखा कि – ‘माल्या का दावा तथ्यात्मक रूप से गलत है. मैंने 2014 से अब तक उन्हें मिलने का टाइम नहीं दिया. वह राज्यसभा सदस्य थे और कभी-कभी सदन में आया करते थे. मैं सदन से निकलकर अपने कमरे में जा रहा था, इसी दौरान वह साथ हो लिए. उन्होंने समझौते की पेशकश की थी, जिस पर मैंने उन्हें रोकते हुए कहा कि मेरे साथ बात करने का कोई फायदा नहीं, यह प्रस्ताव बैंकों के साथ करें.
विपक्षी दलों ने सरकार को लिया आड़े हाथ
विजय माल्या के वित्त मंत्री से मुलाकात के बयान के बाद से ही राजनीतिक गलियारों में तूफान मचा हुआ है । भगोड़े शराब कारोबारी के बयान के बाद से विपक्षी पार्टियों ने मोदी सरकार पर हमले करने शुरू कर दिए हैं ।कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘माल्या ने दो चीजें कही हैं.पहली कि उसने वित्त मंत्री से व्यवस्थित ढंग से मुलाकात की थी और दूसरी यह कि उसने मामले को सुलझाने की पेशकश की थी.इस मामले का पूरा खुलासा होना चाहिए.व्यापक स्पष्टीकरण आना चाहिए और व्यापक जांच होनी चाहिए.’ इसके अलावा अरविंद केजरीवाल ने भी सरकार से पूछा कि माल्या के ऐसे कथन के बाद जनता इसका सच जानना चाहती है ।
I saw both Arun Jaitley and Vijay Mallya having a discussion in the Central Hall of the Parliament. This can be can verified with CCTV footage from that day: PL Punia, Congress pic.twitter.com/eltNNKizfs
— ANI (@ANI) September 12, 2018