अमर कहानी – अडानी ने छोड़ दिया फोन उठाना, तो अरुण जेटली प्राइवेट जेट से पहुंचे थे मुलाकात करने

राजनीति के जानकार इसके पीछे राज्यसभा सांसद के खास व्यक्तिव और हर जगह उनकी पैठ को बताते हैं, ये किसी से छुपा नहीं है कि उनका उठना-बैठना किसी दल या दायरे में कभी नहीं बंधा है।

New Delhi, Aug 07 : पिछले कुछ दिनों से राज्यसभा सांसद अमर सिंह सुर्खियों में हैं, मंच से पीएम मोदी द्वारा नाम लेने के बाद से चर्चा है कि अमर सिंह बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं, तो कभी कहा जा रहा है कि वो सपा के एक दिग्गज नेता के साथ मिलकर नई पार्टी बनाएंगे और बीजेपी के लिये काम करेंगे। खुद अमर सिंह ऐलान कर चुके हैं, कि उनका जीवन पीएम मोदी को समर्पित है।

सुर्खियों में रहते हैं
लोगों में कौतुक इस बात की है, कि अमर सिंह में ऐसी क्या बात है कि वो चाहे मुख्य धारा की राजनीति में रहे हों, या फिर ना रहे हैं, चाहे सत्ता में रहे हों, या ना रहे हों, मगर प्रासंगिक बने रहते हैं। पिछले कुछ दिनों से अमर सिंह हाशिये पर चल रहे थे, इसके बावजूद पीएम मोदी की नजर में उनकी इतनी अहमियत क्यों है, कि भरी सभा में उन्होने मंच से उनका नाम सम्मान के साथ लिया।

खास व्यक्तिव और जबदस्त पैठ
राजनीति के जानकार इसके पीछे राज्यसभा सांसद के खास व्यक्तिव और हर जगह उनकी पैठ को बताते हैं, ये किसी से छुपा नहीं है कि उनका उठना-बैठना किसी दल या दायरे में कभी नहीं बंधा है। धीरु भाई अंबानी से लेकर अमिताभ बच्चन तक के साथ वो बैठते रहते हैं। हालांकि धीरे-धीरे कईयों से संबंधों में कड़वाहट भी आई, कहा जाता है कि बड़े नेताओं से लेकर देश के उद्योगपति और फिल्मी सितारों के साथ वो कुछ ज्यादा ही घुले-मिले हैं। शायद इसी वजह से सुर्खियों में भी रहते हैं।

अपनों ने पराया कर दिया
अमर सिंह की एक शिकायत ये रही है कि जब वो हाशिये पर चले गये, तो उन्हें अपनों ने ही पराया कर दिया। मिसाल के तौर पर उन्होने गौतम अडानी का नाम लिया। राज्यसभा सांसद के अनुसार कभी अडानी उनके खास मित्रों में शामिल थे, उनसे नियमित बातें और मुलाकातें होती थी, लेकिन जब उनका बुरा वक्त आया, तो मिलना तो छोड़िये, अडानी ने उनका फोन तक उठाना बंद कर दिया।

जेटली जेट से पहुंचे थे देखने
भले आज उनके बीजेपी में जाने की अटकलें लग रही है, लेकिन इस पार्टी में उनकी पैठ कोई नई बात नहीं है, कई बीजेपी नेताओं के साथ उनके मधुर संबंध रहे हैं, इस सूची में वित्त मंत्री अरुण जेटली का भी नाम है। साल 2009 में अमर सिंह जब किडनी ट्रांसप्लांट के लिये सिंगापुर के अस्पताल में भर्ती थे, तो जेटली उन्हें देखने के लिये एक प्राइवेट जेट से पहुंचे थे। अमर सिंह ने कहा था, कि उस दौर में मेरे करीबियों ने मुझसे दूरी बना ली थी, तब वो मुझे देखने अस्पताल आये थे।

कई घरों को तोड़ने का आरोप
हालांकि अमर सिंह के साथ एक बात ये भी जुड़ी हुई है, कि उनके बारे में कहा जाता है, कि वो जिस घर में जाते हैं, वहां झगड़ा करवा देते हैं, उनकी अपने भाई अरविंद सिंह से भी नहीं पटती है, अरविंद बिजनेसमैन हैं, 31 दिसंबर 2017 को वो खुलेआम अमर सिंह को घर तोड़ने वाला करार दे चुके हैं, मुलायम सिंह यादव के परिवार में मचे विवाद के पीछे उन्होने अपने भाई का हाथ बताया था, उन्होने कहा था कि उनका काम ही परिवार को तोड़ना है।