दामाद के हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद अब मोदी के मंत्री की बेटी ने किया ऐलान, पिता के खिलाफ लड़ूंगी चुनाव

आशा पासवान ने केन्द्रीय मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि उनके पिता ने हमेशा चिराग पासवान को आगे बढाने के बारे में सोचा, बेटियों की उन्होने कभी कद्र नहीं की।

New Delhi, Sep 14 : लोक जनशक्ति पार्टी के सुप्रीमो और मोदी सरकार में मंत्री रामविलास पासवान के दामाद के बाद अब उनकी बेटी ने भी उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, आशा पासवान ने पिता के खिलाफ बगावत का ऐलान करते हुए कहा कि अगर महागठबंधन ने टिकट दिया, तो वो राजद के टिकट पर हाजीपुर से चुनाव लड़ेगी, आशा पासवान ने लालू प्रसाद यादव को चाचा कहा है और तेजस्वी और तेज प्रताप यादव को अपना छोटा भाई बताया है।

पिता ने नहीं की बेटियों की कद्र
आशा पासवान ने केन्द्रीय मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि उनके पिता ने हमेशा चिराग पासवान को आगे बढाने के बारे में सोचा, बेटियों की उन्होने कभी कद्र नहीं की, उनकी हमेशा अनदेखी की है। इसलिये इस बार लोकसभा चुनाव में वो हाजीपुर की जनता से अपना हक मांगेगी। आपको बता दें कि आशा पासवान के पति अनिल कुमार साधु राजद से जुड़े चुके हैं, वो अपनी पत्नी के लिये तेजस्वी यादव से टिकट की मांग की है।

पासवान ने की है दो शादियां
आपको बता दें केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने दो शादियां की है, पहली पत्नी से उनकी दो बेटियां है, जबकि दूसरी शादी उन्होने पंजाब की रहने वाली रीना से की, जिनसे बेटा चिराग और एक बेटी है। रामविलास पासवान की दोनों बेटियां उन पर आरोप लगाती है कि उन्होने सिर्फ चिराग को आगे बढाने का काम किया। चिराग पासवान जमुई सीट से लोकसभा सांसद हैं।

दामाद की हो गई थी जमानत जब्त
रामविलास पासवान का पूरा खानदान ही राजनीति में है, खुद सांसद और केन्द्रीय मंत्री हैं, उनके बाद भाई रामचंद्र पासवान सांसद हैं, फिर सबसे छोटे भाई नीतीश सरकार में मंत्री हैं, फिर बेटे चिराग भी सांसद है, इसके अलावा उन्होने बेटी आशा पासवान के पति अनिल कुमार साधु को बोचहां सीट से विधानसभा चुनाव में टिकट दिया था, लेकिन वहां उनकी जमानत जब्त हो गई, तब से ही रामविलास के खिलाफ वो मोर्चा खोले हुए हैं, विधानसभा चुनाव से पहले भी उन्होने खूब हाई वोल्टेज ड्रामा किया था।

चुनाव से पहले हाई वोल्टेज ड्रामा
विधानसभा चुनाव में दामाद अनिल कुमार साधु को टिकट नहीं मिला था, जिसके बाद वो न्यूज चैनलों पर रोते हुए दिखे और रामविलास पासवान और चिराग पासवान के खिलाफ खूब बयानबाजी की, जिसके बाद उन्हें बोचहां सीट से टिकट दिया गया, इस सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार का टिकट काटा गया था, नाराज उम्मीदवार ने पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ लिया और जीत भी गये। जबकि अनिल कुमार साधु अपनी जमानत तक नहीं बचा पाये। अब वो नया ड्रामा कर रहे हैं कि हाजीपुर से पत्नी के लिये टिकट मांग रहे हैं, हालांकि राजनीतिक एक्सपर्ट्स के कहना है कि लालू प्रसाद इन बातों में शायद ना आते, लेकिन तेजस्वी अभी नये हैं, उनकी बातों में आकर आशा पासवान को यहां से टिकट दे भी सकते हैं। हालांकि अभी लोकसभा चुनाव में सात-आठ महीने का समय बचा है, अभी मान-मनौव्वल का भी दौर चलेगा।