ब्रजेश ठाकुर के NGO पर हुई सबसे बड़ी कार्रवाई, नीतीश सरकार के कदम ने हिला दिया सबको

मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले में विपक्ष बिहार सरकार पर गरम हैं तो वहीं सीबीआई की जांच के बाद सरकार कड़े एक्‍शन ले रही है । ब्रजेश ठाकुर के एनजीओ का रजिस्‍ट्रेशन रद्द करने के साथ ही उसके बैंक ट्रांजेक्‍शन को भी रोक दिया गया है ।

New Delhi, Aug 11 : बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह केस ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है, विपक्ष लगातार नीतीश सरकार पर हमलावर है । कुछ दिन पहले ही मीडिया के सामने आए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा । पटना के एक कार्यक्रम के दौरान सीएम ने बोलते हुए कहा कि हम किसी को बख्शने वाले नहीं है, हमने आज कर समझौता नहीं किया है, लेकिन अगर फिर भी हमें गाली देनी है, तो दीजिए, कैसे-कैसे लोगों से गाली दिलवा रहे हैं। मामले में अब सख्‍त कार्रवई की गई है ।

एनजीओ का रजिस्‍ट्रेशन रद्द
मामले में हुई ताजा कार्रवाई के बारे में एक अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार, एनजीओ की सम्पत्ति की बिक्री पर रोक लगा दी गई है । बैंक खातों के लेनदेन को भी रोक दिया गया है । मुजफ्फपुर जिला पंजीकरण अधिकारी संजय कुमार के अनुसार सेवा संकल्प एवम विकास समिति के बैंक खातों के लेनदेन और उसकी चल एवं अचल सम्पत्ति की खरीद और बिक्री पर रोक का आदेश सात और आठ अगस्त को जिलाधिकारी मोहम्मद सोहैल की तरफ से दिया गया ।

ठाकुर को हिरासत में लेने की तैयारी
हैरानी की बात है कि ठाकुर का नाम एनजीओ के किसी भी पदाधिकारी और  सदस्य के रूप में दर्ज ही नहीं है । इससे पहले सीबीआई की टीम और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीमें बालिका गृह मामले में जिलाधिकारी से अलग-अलग मुलाकात कर चुकी है । सीबीआई टीम ने मामले के मुख्य आरोपी ठाकुर की मेडिकल जांच रिपोर्ट अपने कब्जे में ले ली है, जिसके फिट घोषित होने पर वह अदालत से उसकी हिरासत मांग सकती है ।

बैंक ट्रांजेक्‍शन पर रोक
इस बीच मुजफ्फरपुर ज़िला प्रशासन ने ब्रजेश ठाकुर और उनके परिवार के दूसरे सदस्यों के साथ एनजीओ से ज़ुडे लोगों के नाम पर चल और अचल संपत्ति की ख़रीद-बिक्री पर रोक लगा दी है । सीबीआई ले इन सभी लोगों के नाम से रजिस्टर्ड सभी सम्पत्तियों का ब्योरा जुटाया , अब इन पर आयकर विभाग की टीम कार्रवई करेगी । आरोपी ब्रजेश और उसके  एनजीओ के नाम से जहां-जहां और जिन-जिन बैंकों में खाते हैं, उन सभी में किसी भी तरह के ट्रांजेक्शन पर रोक लगा दी गई है ।

34 बच्चियों से दुष्‍कर्म की पुष्टि
आपको बताते चले कि जब इस मामले की जांच मुज़फ़्फ़रपुर पुलिस कर रही थी, तब उन्हें ब्रजेश ठाकुर का रिमांड नहीं मिल पाया था । राज्य के पुलिस महानिदेशक ने पुलिस को जेल में जाकर ही पूछताछ करने के लिए कहा था । गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह में 34 बच्चियों से बलात्कार की पुष्टि हुई है और इसी शेल्टर होम का मालिक ब्रजेश ठाकुर है । मामले में बड़े नेताओं, अधिकारियों तक की मिलीभगत की बात बार-बार कही जा रही है ।