इन दो कारणों से धोखा देते हैं आजकल के युवा, रिसर्च में खुल गई रिश्‍तों की पोल

आजकल के युवा रिश्‍ते में रहने से ज्‍यादा उसे तोड़कर आगे बढ़ने की जल्‍दी में होते हैं । एक रिसर्च में युवाओं को लेकर ऐसे ही चौकाने वाले नतीजे सामने आए हैं ।

New Delhi, Jan 28: क्‍या आपने भी मोहब्‍बत में धोखा खाया है । क्‍या आपका मेले या फीमेल पार्टनर आपको चीट कर चुका है । क्‍या वजह है कि पार्टनर्स एक दूसरे को बेइंतहा चाहने के बाद भी धोखा देने से बाज नहीं आते । वजह खुद युवा ही बता रहे हैं । एक सर्वे में उनक युवक-युवतियों को शामिल किया जो 2000 के शुरुआती सालों में जवान हुए । यानी 30 से 35 साल की उम्र के लोगों को इस सर्वे में शामिल किया गया । इस सर्वे में युवाओं ने खुद बताई वो बातें जिसकी वजह से वो अपने पार्टनर्स को धोखा देने से बाज नहीं आते ।

बेवफाई के कई बहाने है…
इस रिसर्च में, सर्वे में युवाओं दो मुख्‍य बातें बताई हैं । सर्वे में 40 फीसदी लड़के और करीब 60फीसदी लड़कियों को शामिल किया गया था । इन सभी ने पिछले 6 महीनों में या तो अपने पार्टनर्स को धोखा दिया था या धोखा खाया था । इनमें से कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्‍होने रिश्‍ते होने के बावजूद किसी दूसरे शख्‍स से रिश्‍ते बनाए और जिस्‍मानी संबंध तक बना डाले ।

स्‍वतंत्रता में खलल
सर्वे में धोखा देने का जो पहला कारण सामने आया वो है इंडिपेंडेंसी । यानी स्‍वतंत्रता, रिसर्च में शामिल हुए युवाओं ने माना कि रिश्‍ते में उन्‍हें ये लगने लगा कि रिश्‍ता उन्‍हें एक साथ बढ़ने की बजाय आपस में बांधने की कोशिश कर रहा है । ऐसे में इन लोगों को रिश्‍ता खत्‍म करना ही सही लगा । उसके लिए कई ने धोखे का रास्‍ता अपनाया तो कई ने सामने से बताया ।

एक दूसरे से Over Expectations 
दूसरी जो वजह थी वो रही जरूररते पूरी ना होना । करीब 73 फीसदी युवा अपने रिश्‍तों से खुश नहीं थे । वो जो सोचकर साथ रहने लगे थे उसके उलट ही सब कुछ हो रहा था । पार्टनर्स शारीरिक और मानसिक जरूरतों के लिए एक-दूसरे पर डिपेंड करते हैं । लेकिन जब उन्‍हें ये लगने लगता है कि ऐसा नहीं हो रहा है और दोनों के बीच में वो इंडिमेसी नहीं रह गई है तो इस प्‍यार का नतीजा बेवफाई के रूप में मिलता है । रिलेशन एक्‍सपर्ट्स भी मानते हैं कि आजकल युवा रिश्‍तों से भागने लगे हैं । वो रिश्‍तों में भी तुरंत नतीजे चाहते हैं । जबकि रिश्‍ते धीरे-धीरे ही मजबूत होते हैं । रिश्‍तों को समय देना पड़ता है । अफसोस आजकल के युवा इसमें विश्‍वास नहीं कर पाते ।