ऋषभ पंत ने हिमाचल प्रदेश के खिलाफ सिर्फ 32 गेंदों में ही शतक ठोंक दिया, उन्होने 38 गेंदों में नाबाद 116 रनों की पारी खेली, जिसमें 12 छक्के और 8 चौके शामिल थे।
New Delhi, Jan 15 : टीम इंडिया के रन मशीन कप्तान विराट कोहली की राह पर एक युवा खिलाड़ी चल पड़ा है, रविवार 14 जनवरी को दिल्ली में मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट का एक मैच खेला गया, इस मैच में ऋषभ ने हिमाचल प्रदेश के खिलाफ ऐसी तूफानी पारी खेली, जिससे उन्होने इतिहास रच दिया, ऋषभ पंत ने सिर्फ 32 गेंदों में ही शतक ठोंक दिया, उन्होने 38 गेंदों में नाबाद 116 रनों की पारी खेली, जिसमें 12 छक्के और 8 चौके शामिल थे।
सबसे तेज शतक बनाने वाले बल्लेबाज
इस पारी के साथ ही ऋषभ पंत फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भारत के सबसे तेज शतक बनाने वाले बल्लेबाज बन गये हैं, Rishabh Viratइससे पहले 2016 में उन्होने 48 गेंदों में शतक लगाया था, अगर टी-20 क्रिकेट की बात की जाए, तो ये युवा बल्लेबाज वेस्टइंडीज के क्रिस गेल के बाद सबसे तेज शतक बनाने वाले बल्लेबाज बन गये हैं। गेल ने आईपीएल में पुणे वॉरियर्स के खिलाफ खेलते हुए सिर्फ 30 गेंदों में शतक ठोंक दिया था।
रिकॉर्ड बनाने पर ध्यान नहीं
इस मैच के बाद जब युवा बल्लेबाज से उनकी इस सफलता के बारे में पूछा गया, तो उन्होने बड़े ही सामान्य लहजे में कहा कि अगर आप रन बना रहे हैं, तो आपके लिये सब ठीक है, मैं भी विराट कोहली की तरह लगातार रन बनाने की कोशिश करता हूं, जब उनसे रिकॉर्ड के बारे में पूछा गया तो उन्होने कहा कि आप रन बनाते रहो, रिकॉर्ड तो अपने आप बन जाते हैं, उनका फोकस रिकॉर्ड बनाने पर नहीं बल्कि रन बनाने पर होता है।
लंबी पारी पर फोकस
दिल्ली के युवा बल्लेबाज ने कहा कि पिछली कुछ पारियों से वो लंबी पारी नहीं खेल पा रहे थे, वो 50-60 रन बना लेते थे, लेकिन फिर किसी गलती की वजह से आउट हो जाते थे, इसलिये इस बार वो सोचकर आये थे, कि वो गलती नहीं करेंगे और लंबी पारी खेलेंगे, जिसका नतीजा ये रहा कि इतिहास बन गया।
विराट की तरह रन बनाना चाहते हैं
ऋषभ पंत ने ये भी कहा कि जब भी वो बल्लेबाजी करने के लिये आते हैं, तो वो सकारात्मक दिमाग के साथ उतरते हैं, वो ये तय करते हैं कि उन्हें लंबी पारी खेलनी है, क्रीज पर ज्यादा समय बिताना है, हिमाचल प्रदेश के खिलाफ भी बल्लेबाजी करने के दौरान उनके दिमाग में यही चल रहा था, उन्हें लगा ता कि उनका शतक 40-45 गेंदों में पूरा होगा, लेकिन जब रिकॉर्ड बन गया, तो पता चला कि उन्होने 32 गेंदों में ही शतक लगा दिया। ऋषभ रिकॉर्ड बनाकर खुश हैं, वो कप्तान विराट कोहली की तरह लगातार रन बनाते रहना चाहते हैं।
इसी महीने कप्तानी से हटाये गये थे
आपको बता दें कि युवा बल्लेबाज को दिल्ली टीम का कप्तान बनाया गया था, लेकिन वो बल्ले से वैसा कोई कारनामा नहीं कर रहे थे, जिसकी उनसे उम्मीद की जाती है, जिसके बाद डीडीसीए के चयनकर्ताओं ने ऋषभ को कप्तानी से हटाकर प्रदीप सांगवान को कप्तान बना दिया गया, हालांकि सीनियर बल्लेबाज गौतम गंभीर के टीम में होने के बावजूद उन्हें कप्तानी ना मिलने पर चयनकर्ता अतुल वासन ने कहा कि हम चाहते हैं कि गंभीर कप्तानी की जगह मेंटर की भूमिका निभाए, उनका टीम के साथ रहना ही बड़ी बात है।
सबसे कम उम्र के कप्तान
ऋषभ के नाम एक और महा रिकॉर्ड दर्ज है, दरअसल पिछले महीने दिल्ली और विदर्भ के बीच रणजी ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला खेला गया, इस मैच में दिल्ली के कप्तान ऋषभ थे, वो रणजी ट्रॉफी में सबसे कम उम्र के कप्तान बन गये, जिसने फाइनल मैच खेला हो, इससे पहले ये रिकॉर्ड मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के नाम दर्ज था, वो पिछले 23 साल से इस रिकॉर्ड पर काबिज थे।
धोनी से होती है तुलना
ऋषभ पंत बायें हाथ के विस्फोटक विकेटकीपर बल्लेबाज हैं, इन्हें धोनी के उत्तराधिकारी के रुप में देखा जाता है, कहा जाता है कि धोनी के रिटायरमेंट के बाद वो उनकी जगह ले लेंगे, इसी वजह से उन्हें छोटे फॉर्मेट में लगातार मौके दिये जा रहे हैं, ताकि वो टीम इंडिया के ड्रेसिंग रुम में सीनियर खिलाड़ियों से अनुभव ले सकें। बीच में कुछ दिग्गज खिलाड़ियों ने टी-20 में धोनी की जगह ऋषभ को मौके देने की मांग की थी।
दिल्ली डेयरडेविल्स ने किया है रिटेन
आईपीएल में ऋषभ दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम से खेलते हैं, पिछले दो सीजन में उन्होने अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया है, कोच राहुल द्रविड़ ने उन्हें भविष्य का सितारा बताया, तो पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग भी उनकी तारीफ करते हुए नहीं थकते। दिल्ली की टीम ने उन्हें इस सीजन के लिये भी रिटेन किया है, वो आईपीएल में इस साल भी अपना जौहर दिखाते नजर आएंगे।